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विदेशी पक्षियों की कलरव से गूंजा जगतपुर झील, रूस-मंगोलिया से पहुंचा 250 से अधिक प्रजाति के पक्षियों का झुंड

भागलपुर का जगतपुर झील (Jagatpur Lake of Bhagalpur) में इन दिनों में विदेशी पक्षियों की कलरव सुनाई पड़ रही है. कई वर्ष बाद लगभग 200-300 की संख्या में विदेशी प्रजाति के पक्षियों का झुंड पहुंचा है. ये पक्षी ठंडे मुल्कों से यहां आकर विभिन्न हिस्सों में फैल जातें हैं और तीन-चार महीनों तक यहां रह कर मार्च के अंत में अपने देश लौटने लगते हैं.

जगतपुर झील में विदेशी पक्षियों का जमावड़ा
जगतपुर झील में विदेशी पक्षियों का जमावड़ा
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Published : Jan 9, 2022, 5:44 PM IST

भागलपुर: बिहार के भागलपुर जिले के नवगछिया के जगतपुर झील (Jagatpur Lake of Bhagalpur) में इन दिनों रूस और मंगोलिया सहित कई देशों से आए विदेशी पक्षियों का झुंड (Exotic Birds in Bhagalpur) देखने को मिल रहा है. विदेशी मेहमानों से पूरा इलाका गुलजार है. तालाब और झील में कॉमन कूट, गडवाल डक, कॉमन पोचार्ड, कॉमन टिल सहित कई विदेशी बत्तखों की प्रजाति देखी जा रही है. यह सभी विदेशी मेहमान नवगछिया में मार्च तक प्रवास करेंगे.

ये भी पढ़ें: श्री देवी को टक्कर दे रही बिहार की संचिता बसु, लूट रही पूरा यूपी- बिहार

ये प्रवासी पक्षी रूस, अलास्का, मंगोलिया, तिब्बत, सेंट्रल एशिया जैसे ठंडे मुल्कों से यहां आकर विभिन्न हिस्सों में फैल जातें हैं और तीन-चार महीनों तक यहां रह कर पुन: मार्च के अंत में अपने देश लौटने लगते हैं. पानी में विदेशी मेहमानों को अठखेलियां करते हुए लोग अपने कैमरे में तस्वीर कैद करने से खुद को रोक नहीं पाते हैं.

देखें वीडियो

यहां के झील में कामन कूट, पिनटेल डक, लालसर, वीजन डक, ह्वाइट आइ पोचार्ड, नारदर्न सोभलर, गडवाल डक, कामन पोचार्ड, कामन टील आदि बत्तख की प्रजातियां जल क्रीड़ा करते देखे जा रहे हैं. हर साल हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर विभिन्न प्रजातियों के पक्षी नवगछिया के जगतपुर झील पहुंचते हैं.

ये भी पढ़ें: प्रवासी पक्षियों की चहचहाहट से गुलजार हुआ पटना, राजधानी जलाशय में अद्भुत नजारा

दूर-दराज से आए लोगों को जगतपुर झील पर्यटन स्थल के रूप में नजर आता है, लेकिन सरकारी और प्रशासनिक उदासीनता के कारण जगतपुर झील हमेशा से उपेक्षित है. झील के चारों ओर निर्माणाधीन बांध और पगडंडियों के सहारे लोग झील तक बड़ी मशक्कत से पहुंचते हैं. कच्ची सड़क होने के कारण पक्षी प्रेमियों को कई किलोमीटर की दूरी पैदल तय करना पड़ता है.

"रूस, मंगोलिया, अलास्का सेंट्रल एशिया सहित कई देशों से नवगछिया के जगतपुर झील पहुंचे पक्षियों के झुंड को देखने दूर-दूर से लोग आते हैं. अगर सरकारी और प्रशासनिक स्तर पर ध्यान दिया जाए तो यहां पर्यटन के लिहाज से काफी स्कोप है"- राजा बोस, पर्यावरणविद्

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भागलपुर: बिहार के भागलपुर जिले के नवगछिया के जगतपुर झील (Jagatpur Lake of Bhagalpur) में इन दिनों रूस और मंगोलिया सहित कई देशों से आए विदेशी पक्षियों का झुंड (Exotic Birds in Bhagalpur) देखने को मिल रहा है. विदेशी मेहमानों से पूरा इलाका गुलजार है. तालाब और झील में कॉमन कूट, गडवाल डक, कॉमन पोचार्ड, कॉमन टिल सहित कई विदेशी बत्तखों की प्रजाति देखी जा रही है. यह सभी विदेशी मेहमान नवगछिया में मार्च तक प्रवास करेंगे.

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ये प्रवासी पक्षी रूस, अलास्का, मंगोलिया, तिब्बत, सेंट्रल एशिया जैसे ठंडे मुल्कों से यहां आकर विभिन्न हिस्सों में फैल जातें हैं और तीन-चार महीनों तक यहां रह कर पुन: मार्च के अंत में अपने देश लौटने लगते हैं. पानी में विदेशी मेहमानों को अठखेलियां करते हुए लोग अपने कैमरे में तस्वीर कैद करने से खुद को रोक नहीं पाते हैं.

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यहां के झील में कामन कूट, पिनटेल डक, लालसर, वीजन डक, ह्वाइट आइ पोचार्ड, नारदर्न सोभलर, गडवाल डक, कामन पोचार्ड, कामन टील आदि बत्तख की प्रजातियां जल क्रीड़ा करते देखे जा रहे हैं. हर साल हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर विभिन्न प्रजातियों के पक्षी नवगछिया के जगतपुर झील पहुंचते हैं.

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दूर-दराज से आए लोगों को जगतपुर झील पर्यटन स्थल के रूप में नजर आता है, लेकिन सरकारी और प्रशासनिक उदासीनता के कारण जगतपुर झील हमेशा से उपेक्षित है. झील के चारों ओर निर्माणाधीन बांध और पगडंडियों के सहारे लोग झील तक बड़ी मशक्कत से पहुंचते हैं. कच्ची सड़क होने के कारण पक्षी प्रेमियों को कई किलोमीटर की दूरी पैदल तय करना पड़ता है.

"रूस, मंगोलिया, अलास्का सेंट्रल एशिया सहित कई देशों से नवगछिया के जगतपुर झील पहुंचे पक्षियों के झुंड को देखने दूर-दूर से लोग आते हैं. अगर सरकारी और प्रशासनिक स्तर पर ध्यान दिया जाए तो यहां पर्यटन के लिहाज से काफी स्कोप है"- राजा बोस, पर्यावरणविद्

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