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जानिए कब और कैसे शेयर बाजार ने भरी 5 बड़ी छलांग

सेंसेक्स का यह पिछले एक दशक में सबसे बडी़ बढ़त है. आइए जानते हैं कि इसके पहले कब शेयर बाजार ने बड़ी छलांग मारी और उसके पीछे क्या वजहें प्रभावी रहे.

जानिए कब और कैसे शेयर बाजार ने भरी बड़ी छलांग
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Published : Sep 20, 2019, 11:40 PM IST

Updated : Oct 1, 2019, 9:51 AM IST

हैदराबाद/मुंबई: देश के शेयर बाजारों में शुक्रवार को जोरदार तेजी दर्ज की गई. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 1921.15 अंकों की तेजी के साथ 38,014.62 पर और निफ्टी 569.40 अंकों की तेजी के साथ 11,274.20 पर बंद हुआ. सेंसेक्स का यह पिछले एक दशक में सबसे बडी़ बढ़त है. आइए जानते हैं कि इसके पहले कब शेयर बाजार ने बड़ी छलांग मारी और उसके पीछे क्या वजहें प्रभावी रहे.

ये रहे शेयर बाजार की पांच बड़ी बढ़त:

  1. शेयर बाजार ने अब तक की अपनी सबसे बड़ी छलांग 18 मई, 2009 को भरी थी. तब बीएसई सेंसेक्स ने एक दिन में 2,110.79 अंकों की बढ़त हासिल की थी. यह बढ़त 2009 के आम चुनावों में सयुंक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की जीत के बाद भारी खरीद की प्रभाव में थी.
  2. 20 सितंबर 2019 को बाजार ने अपनी दूसरी बड़ी बढ़त ली. सेंसेक्स ने एक दिन में 1,921.15 अंक की बढ़त दर्ज की. इसकी बड़ी वजह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कॉरपोरेट करों में कटौती रही. सरकार ने उन कंपनियों के लिए जो किसी कर प्रोत्साहन का लाभ नहीं उठाती हैं, कॉरपोरेट कर को घटाकर 22 प्रतिशत कर दिया. सरचार्ज के बाद प्रभावी कॉरपोरेट कर की 25.17 प्रतिशत होगी. नई निर्माण कंपनियों को 15 फीसदी के दर से कॉरपोरेट कर चुकाना होगा.
  3. प्रतिशत के अनुसार 16 मई, 2014 को सेंसेक्स 6.15 फीसदी बढ़ा था, यानि अंकों में सेंसेक्स ने 1,470 की बढ़त ली थी. जिसकी बड़ी वजह प्रधानमंत्री मोदी का भारी मतों से चुनकर पहली बार सरकार बनाना था.
  4. शेयर बाजार 20 मई, 2019 को 1,421.9 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ. जिसकी प्रमुख वजह 2019 के चुनावों का एक्जिट पोल रहा. चुनावी एक्जिट पोल में भविष्यवाणी की गई थी कि भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को लोकसभा चुनावों में स्पष्ट बहुमत मिलेगा.
  5. 25 जनवरी, 2008 को बाजार ने 1,139.92 अंकों की भारी बढ़त हासिल की थी. जिसकी बड़ी वजह बोर्ड में भारी खरीद रही. ब्रोकरों ने कहा कि यह बाजारों के लिए चौतरफा आशावाद और अच्छी तरह से प्रतिबिंबित करता है. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने दो दिनों में लगभग 913 करोड़ रुपये नकद सेगमेंट में लगाए.

ये भी पढ़ें: सेंसेक्स, निफ्टी में एक दशक में आई सबसे बड़ी तेजी, कंपनियों ने किया 7 लाख करोड़ का कारोबार

हैदराबाद/मुंबई: देश के शेयर बाजारों में शुक्रवार को जोरदार तेजी दर्ज की गई. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 1921.15 अंकों की तेजी के साथ 38,014.62 पर और निफ्टी 569.40 अंकों की तेजी के साथ 11,274.20 पर बंद हुआ. सेंसेक्स का यह पिछले एक दशक में सबसे बडी़ बढ़त है. आइए जानते हैं कि इसके पहले कब शेयर बाजार ने बड़ी छलांग मारी और उसके पीछे क्या वजहें प्रभावी रहे.

ये रहे शेयर बाजार की पांच बड़ी बढ़त:

  1. शेयर बाजार ने अब तक की अपनी सबसे बड़ी छलांग 18 मई, 2009 को भरी थी. तब बीएसई सेंसेक्स ने एक दिन में 2,110.79 अंकों की बढ़त हासिल की थी. यह बढ़त 2009 के आम चुनावों में सयुंक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की जीत के बाद भारी खरीद की प्रभाव में थी.
  2. 20 सितंबर 2019 को बाजार ने अपनी दूसरी बड़ी बढ़त ली. सेंसेक्स ने एक दिन में 1,921.15 अंक की बढ़त दर्ज की. इसकी बड़ी वजह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कॉरपोरेट करों में कटौती रही. सरकार ने उन कंपनियों के लिए जो किसी कर प्रोत्साहन का लाभ नहीं उठाती हैं, कॉरपोरेट कर को घटाकर 22 प्रतिशत कर दिया. सरचार्ज के बाद प्रभावी कॉरपोरेट कर की 25.17 प्रतिशत होगी. नई निर्माण कंपनियों को 15 फीसदी के दर से कॉरपोरेट कर चुकाना होगा.
  3. प्रतिशत के अनुसार 16 मई, 2014 को सेंसेक्स 6.15 फीसदी बढ़ा था, यानि अंकों में सेंसेक्स ने 1,470 की बढ़त ली थी. जिसकी बड़ी वजह प्रधानमंत्री मोदी का भारी मतों से चुनकर पहली बार सरकार बनाना था.
  4. शेयर बाजार 20 मई, 2019 को 1,421.9 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ. जिसकी प्रमुख वजह 2019 के चुनावों का एक्जिट पोल रहा. चुनावी एक्जिट पोल में भविष्यवाणी की गई थी कि भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को लोकसभा चुनावों में स्पष्ट बहुमत मिलेगा.
  5. 25 जनवरी, 2008 को बाजार ने 1,139.92 अंकों की भारी बढ़त हासिल की थी. जिसकी बड़ी वजह बोर्ड में भारी खरीद रही. ब्रोकरों ने कहा कि यह बाजारों के लिए चौतरफा आशावाद और अच्छी तरह से प्रतिबिंबित करता है. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने दो दिनों में लगभग 913 करोड़ रुपये नकद सेगमेंट में लगाए.

ये भी पढ़ें: सेंसेक्स, निफ्टी में एक दशक में आई सबसे बड़ी तेजी, कंपनियों ने किया 7 लाख करोड़ का कारोबार

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हैदराबाद/मुंबई:  देश के शेयर बाजारों में शुक्रवार को जोरदार तेजी दर्ज की गई. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 1921.15 अंकों की तेजी के साथ 38,014.62 पर और निफ्टी 569.40 अंकों की तेजी के साथ 11,274.20 पर बंद हुआ. सेंसेक्स का यह पिछले एक दशक में सबसे बडी़ बढ़त है. आइए जानते हैं कि इसके पहले कब शेयर बाजार ने बड़ी छलांग मारी और उसके पीछे क्या वजहें प्रभावी रहे.

ये रहे शेयर बाजार की पांच बड़ी बढ़त:

शेयर बाजार ने अब तक की अपनी सबसे बड़ी छलांग 18 मई, 2009 को भरी थी. तब बीएसई सेंसेक्स ने एक दिन में 2,110.79 अंकों की बढ़त हासिल की थी. यह बढ़त 2009 के आम चुनावों में सयुंक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की जीत के बाद भारी खरीद की प्रभाव में थी.

20 सितंबर 2019 को बाजार ने अपनी दूसरी बड़ी बढ़त ली. सेंसेक्स ने एक दिन में 1,921.15 अंक की बढ़त दर्ज की. इसकी बड़ी वजह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कॉरपोरेट करों में कटौती रही. सरकार ने उन कंपनियों के लिए जो किसी कर प्रोत्साहन का लाभ नहीं उठाती हैं, कॉरपोरेट कर को घटाकर 22 प्रतिशत कर दिया. सरचार्ज के बाद प्रभावी कॉरपोरेट कर की 25.17 प्रतिशत होगी. नई निर्माण कंपनियों को 15 फीसदी के दर से कॉरपोरेट कर चुकाना. होगा.

शेयर बाजार 20 मई, 2019 को 1,421.9 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ. जिसकी प्रमुख वजह 2019 के चुनावों का एक्जिट पोल रहा. चुनावी एक्जिट पोल में भविष्यवाणी की गई थी कि भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को लोकसभा चुनावों में स्पष्ट बहुमत मिलेगा.

प्रतिशत के अनुसार 16 मई, 2014 को सेंसेक्स 6.15 फीसदी बढ़ा था, यानि अंकों में सेंसेक्स ने 1,470 की बढ़त ली थी. जिसकी बड़ी वजह प्रधानमंत्री मोदी का भारी मतों से चुनकर पहली बार सरकार बनाना था.

25 जनवरी, 2008 को बाजार ने 1,139.92 अंकों की भारी बढ़त हासिल की थी. जिसकी बड़ी वजह बोर्ड में भारी खरीद रही. ब्रोकरों ने कहा कि यह बाजारों के लिए चौतरफा आशावाद और अच्छी तरह से प्रतिबिंबित करता है. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने दो दिनों में लगभग 913 करोड़ रुपये नकद सेगमेंट में लगाए.


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Last Updated : Oct 1, 2019, 9:51 AM IST
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