नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने बृहस्पतिवार को कर्नाटक और गोवा के राजनीतिक घटनाक्रम की निंदा करते हुए राज्यसभा में कहा कि इनका भारतीय अर्थव्यवस्था पर नुकसानदेह प्रभाव पड़ेगा.
चिदंबरम ने उच्च सदन में आम बजट पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि पिछले दो दिनों में लोकतंत्र को काफी नुकसान पहुंचाया गया है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक और गोवा की घटनाओं से लोकतंत्र को हुए नुकसान से वह काफी दुखी हैं.
ये भी पढ़ें- सूझबूझ और तर्क संगत व्यय के साथ राजकोषीय मजबूती के रास्ते पर आगे बढ़ेगी सरकार: सीतारमण
कर्नाटक और गोवा के घटनाक्रम से अर्थव्यवस्था को होगा नुकसान: चिदंबरम - कर्नाटक
चिदंबरम ने उच्च सदन में आम बजट पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि पिछले दो दिनों में लोकतंत्र को काफी नुकसान पहुंचाया गया है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक और गोवा की घटनाओं से लोकतंत्र को हुए नुकसान से वह काफी दुखी हैं.

नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने बृहस्पतिवार को कर्नाटक और गोवा के राजनीतिक घटनाक्रम की निंदा करते हुए राज्यसभा में कहा कि इनका भारतीय अर्थव्यवस्था पर नुकसानदेह प्रभाव पड़ेगा.
चिदंबरम ने उच्च सदन में आम बजट पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि पिछले दो दिनों में लोकतंत्र को काफी नुकसान पहुंचाया गया है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक और गोवा की घटनाओं से लोकतंत्र को हुए नुकसान से वह काफी दुखी हैं.
ये भी पढ़ें- सूझबूझ और तर्क संगत व्यय के साथ राजकोषीय मजबूती के रास्ते पर आगे बढ़ेगी सरकार: सीतारमण
कर्नाटक और गोवा के घटनाक्रम से अर्थव्यवस्था को होगा नुकसान: चिदंबरम
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने बृहस्पतिवार को कर्नाटक और गोवा के राजनीतिक घटनाक्रम की निंदा करते हुए राज्यसभा में कहा कि इनका भारतीय अर्थव्यवस्था पर नुकसानदेह प्रभाव पड़ेगा.
चिदंबरम ने उच्च सदन में आम बजट पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि पिछले दो दिनों में लोकतंत्र को काफी नुकसान पहुंचाया गया है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक और गोवा की घटनाओं से लोकतंत्र को हुए नुकसान से वह काफी दुखी हैं.
ये भी पढ़ें-
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संगठन भारतीय मीडिया को देखकर अपनी धारणा नहीं बनाते हैं. ऐसी घटनाओं से विदेशी निवेशकों के साथ ही रेटिंग एजेंसियां प्रभावित होंगी.
Conclusion: