ETV Bharat / business

फ्लिपकार्ट की भारतीय दस्तकारों, बुनकरों को अपने मंच पर लाने के लिए 'समर्थ' पहल

फ्लिपकार्ट समर्थ योजना को इस तरह से बनाया गया है कि जब तक दस्तकार अपने उत्पाद ऑनलाइन बेचने में दक्ष नहीं हो जाते हैं तब तक मंच उन्हें ई-वाणिज्य क्षेत्र में काम करने के लिए मदद करेगा.

author img

By

Published : Jul 31, 2019, 10:12 PM IST

फ्लिपकार्ट की भारतीय दस्तकारों, बुनकरों को अपने मंच पर लाने के लिए 'समर्थ' पहल

नई दिल्ली: वालमार्ट के स्वामित्व वाली ई-वाणिज्य कंपनी फ्लिपकार्ट ने घरेलू दस्तकारों, बुनकरों और हस्तशिल्पियों को अपने मंच पर लाने के लिए बुधवार को 'समर्थ' पहल की शुरुआत की. फ्लिपकार्ट ने दस्तकारों को अपने उत्पाद फ्लिपकार्ट के मंच से ऑनलाइन बेचने में मदद पहुंचाने के लिए पांच गैर-सरकारी संगठनों से साझेदारी की है.

कंपनी भारतीय ई-वाणिज्य बाजार में सिरमौर स्थिति बनाने के लिए अमेजन के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा में है. फ्लिपकार्ट समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कल्याण कृष्णामूर्ति ने यहां संवाददाताओं से कहा कि फ्लिपकार्ट समर्थ योजना को इस तरह से बनाया गया है कि जब तक दस्तकार अपने उत्पाद ऑनलाइन बेचने में दक्ष नहीं हो जाते हैं तब तक मंच उन्हें ई-वाणिज्य क्षेत्र में काम करने के लिए मदद करेगा.

उन्होंने कहा, "यह छोटे कारोबार भारतीय अर्थव्यस्था की रीढ़ हैं. हम परंपरागत तौर पर हाशिए पर रहे समुदायों की मदद कर रहे हैं. हम उन्हें अखिल भारतीय बाजार और 15 करोड़ से अधिक ग्राहकों से जोड़ रहे हैं."

ये भी पढ़ें: कॉफी किंग सिद्धार्थ के निधन पर इंडिया इंक ने जताया शोक

इस पहल के शुरुआती चरण में फ्लिपकार्ट पांच गैर-सरकारी संगठनों के साथ साझेदारी करके 35,000 दस्तकारों तक पहुंचेगी.

वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, "हमारी सरकार ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों की मदद और ई-वाणिज्य क्षेत्र के प्रोत्साहन के लिए कई कदम उठाए हैं. कुछ अनुमानों के मुताबिक ई-वाणिज्य क्षेत्र अगले कुछ सालों में 10 लाख से अधिक रोजगार पैदा कर सकता है."

उन्होंने कहा कि ई-वाणिज्य क्षेत्र से लॉजिस्टिक एवं भंडारण क्षेत्र में रोजगार बढ़ने की उम्मीद है.

नई दिल्ली: वालमार्ट के स्वामित्व वाली ई-वाणिज्य कंपनी फ्लिपकार्ट ने घरेलू दस्तकारों, बुनकरों और हस्तशिल्पियों को अपने मंच पर लाने के लिए बुधवार को 'समर्थ' पहल की शुरुआत की. फ्लिपकार्ट ने दस्तकारों को अपने उत्पाद फ्लिपकार्ट के मंच से ऑनलाइन बेचने में मदद पहुंचाने के लिए पांच गैर-सरकारी संगठनों से साझेदारी की है.

कंपनी भारतीय ई-वाणिज्य बाजार में सिरमौर स्थिति बनाने के लिए अमेजन के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा में है. फ्लिपकार्ट समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कल्याण कृष्णामूर्ति ने यहां संवाददाताओं से कहा कि फ्लिपकार्ट समर्थ योजना को इस तरह से बनाया गया है कि जब तक दस्तकार अपने उत्पाद ऑनलाइन बेचने में दक्ष नहीं हो जाते हैं तब तक मंच उन्हें ई-वाणिज्य क्षेत्र में काम करने के लिए मदद करेगा.

उन्होंने कहा, "यह छोटे कारोबार भारतीय अर्थव्यस्था की रीढ़ हैं. हम परंपरागत तौर पर हाशिए पर रहे समुदायों की मदद कर रहे हैं. हम उन्हें अखिल भारतीय बाजार और 15 करोड़ से अधिक ग्राहकों से जोड़ रहे हैं."

ये भी पढ़ें: कॉफी किंग सिद्धार्थ के निधन पर इंडिया इंक ने जताया शोक

इस पहल के शुरुआती चरण में फ्लिपकार्ट पांच गैर-सरकारी संगठनों के साथ साझेदारी करके 35,000 दस्तकारों तक पहुंचेगी.

वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, "हमारी सरकार ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों की मदद और ई-वाणिज्य क्षेत्र के प्रोत्साहन के लिए कई कदम उठाए हैं. कुछ अनुमानों के मुताबिक ई-वाणिज्य क्षेत्र अगले कुछ सालों में 10 लाख से अधिक रोजगार पैदा कर सकता है."

उन्होंने कहा कि ई-वाणिज्य क्षेत्र से लॉजिस्टिक एवं भंडारण क्षेत्र में रोजगार बढ़ने की उम्मीद है.

Intro:Body:

नई दिल्ली: वालमार्ट के स्वामित्व वाली ई-वाणिज्य कंपनी फ्लिपकार्ट ने घरेलू दस्तकारों, बुनकरों और हस्तशिल्पियों को अपने मंच पर लाने के लिए बुधवार को 'समर्थ' पहल की शुरुआत की. फ्लिपकार्ट ने दस्तकारों को अपने उत्पाद फ्लिपकार्ट के मंच से ऑनलाइन बेचने में मदद पहुंचाने के लिए पांच गैर-सरकारी संगठनों से साझेदारी की है.

कंपनी भारतीय ई-वाणिज्य बाजार में सिरमौर स्थिति बनाने के लिए अमेजन के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा में है. फ्लिपकार्ट समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कल्याण कृष्णामूर्ति ने यहां संवाददाताओं से कहा कि फ्लिपकार्ट समर्थ योजना को इस तरह से बनाया गया है कि जब तक दस्तकार अपने उत्पाद ऑनलाइन बेचने में दक्ष नहीं हो जाते हैं तब तक मंच उन्हें ई-वाणिज्य क्षेत्र में काम करने के लिए मदद करेगा.

उन्होंने कहा, "यह छोटे कारोबार भारतीय अर्थव्यस्था की रीढ़ हैं. हम परंपरागत तौर पर हाशिए पर रहे समुदायों की मदद कर रहे हैं. हम उन्हें अखिल भारतीय बाजार और 15 करोड़ से अधिक ग्राहकों से जोड़ रहे हैं."

इस पहल के शुरुआती चरण में फ्लिपकार्ट पांच गैर-सरकारी संगठनों के साथ साझेदारी करके 35,000 दस्तकारों तक पहुंचेगी.

वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, "हमारी सरकार ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों की मदद और ई-वाणिज्य क्षेत्र के प्रोत्साहन के लिए कई कदम उठाए हैं. कुछ अनुमानों के मुताबिक ई-वाणिज्य क्षेत्र अगले कुछ सालों में 10 लाख से अधिक रोजगार पैदा कर सकता है."

उन्होंने कहा कि ई-वाणिज्य क्षेत्र से लॉजिस्टिक एवं भंडारण क्षेत्र में रोजगार बढ़ने की उम्मीद है.

ये भी पढ़ें:


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.