सासाराम: बिहार राज्य सिंचाई विभाग मौसमी कर्मचारी संघ के बैनर तले सोन कमांड के आरा, रोहतास, बक्सर, कैमूर, अरवल और औरंगाबाद जिला के कर्मचारियों ने अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता का घेराव किया और जमकर नारेबाजी की.
मौसमी कर्मचारियों का प्रदर्शन
डेहरी स्थित सिंचाई विभाग के कार्यालय पर मौसमी कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान कर्मचारियों ने जल संसाधन विभाग के कार्यालय का घेराव भी किया और अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगाया.
अधिकारियों पर मनमानी का आरोप
लोगों का कहना है कि मौसमी कर्मचारी किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाते हैं, लेकिन उन्हें पूरे साल काम नहीं करने दिया जाता है. उनकी मजदूरी के पैसे भी काट लिये जाते हैं. इतना ही नहीं अधिकारियों की ओर से उन्हें किसी प्रकार का विरोध न करने की भी धमकी दी जाती है.
अधिकारियों के तानाशाही रवैये से हैं हाताश
मौसमी कर्मचारियों का आरोप है कि अधिकारियों द्वारा तानाशाही रवैया अपनाकर कई मजदूरों को हटा दिया गया है. उनकी मांग थी कि सभी कर्मचारियों को सरकारी सेवा घोषित करते हुए 18 हजार न्यूनतम वेतन दिया जाए. साथ ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन और दुर्घटना होने पर मुआवजा भी दिए जाएं.
विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तो पटना में जल संसाधन विभाग के मंत्री और मुख्यमंत्री के समक्ष विरोध प्रदर्शन करेंगे.