ETV Bharat / briefs

मजफ्फरपुर : SKMCH में बच्चों को नहीं दिया जा रहा ORS, डॉक्टर पर्ची थमाकर भेज रहे हैं

पूरा जिला एईएस की चपेट में है. कुल मिलाकर अबतक सौ से भी ज्यादा बच्चे मौत की मुंह में जा चुके हैं. कहने को तो स्वास्थ्य महकमा अलर्ट पर है लेकिन सच्चाई कुछ और ही है.

बच्चों को नहीं दिया जा रहा ORS
author img

By

Published : Jun 19, 2019, 12:09 PM IST

मुजफ्फरपुर: सरकार और अस्पताल प्रशासन एईएस से पीड़ित बच्चों के इलाज के मद्देनजर समुचित व्यवस्था होने की बात करती है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. मुजफ्फरपुर के SKMCH में इलाज कराने आये बच्चों के परिजनों की मानें तो उन्हें अस्पताल की ओर से कोई बुनियादी सुविधाएं नहीं दी जा रही है.

जरा तरस खाईए साहब!
मुजफ्फरपुर के अलावा कई अन्य जिलों से लोग अपने बच्चे को लेकर SKMCH पहुंच रहे हैं. इनमें से बहुत बच्चे ऐसे हैं जिनकी स्थिति काफी गंभीर है. डॉक्टर उन्हें भर्ती करने की बजाय उनके परिजनों को दवा की पुर्जी थमा कर अपना रास्ता साफ कर ले रहे हैं. परिजन गोद में बच्चे लिए और हाथों में दवा की पुर्जी लेकर इस चिलचिलाती धुप में भटकने को विवश हैं.

पेश है रिपोर्ट

परिजनों को नहीं मिल रहा ओआरएस
परिजनों का कहना है कि अस्पताल की ओर से दवा नहीं दी जा रही है और न ही ग्रसित बच्चों को ओआरएस दिया जा रहा है. जबकि सरकार की ओर से घर-घर तक ओआरएस पहुंचाने की बात कही गई थी. चारों ओर महामारी फैल चुकी है. कई बच्चों की अब तक जान जा चुकी है. इसके बावजूद कई ऐसे भी लोग हैं जिन्हें एईएस के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

muzaffarpur
बच्चों को नहीं दिया जा रहा ORS

लोगों के बीच जागरूकता की कमी
एईएस क्या है, इसके लक्षण क्या है, कैसै इससे बचा जा सकता है, इनसब की इन्हें कोई जानकारी नहीं है. लोगों की मानें तो अभी तक किसी भी सरकारी अधिकारी द्वारा इन्हें जागरूक नहीं किया गया है. जब चुनाव आता है तब सरकारी बाबू प्रत्येक गांव का निरीक्षण करते हैं, लोगों से वोट देने की अपील करते हैं. लेकिन आज जब लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाने की बात सामने आ रही है तो सभी अपना मुंह छिपाएं घरों में दुबके हुएं हैं.

मुजफ्फरपुर: सरकार और अस्पताल प्रशासन एईएस से पीड़ित बच्चों के इलाज के मद्देनजर समुचित व्यवस्था होने की बात करती है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. मुजफ्फरपुर के SKMCH में इलाज कराने आये बच्चों के परिजनों की मानें तो उन्हें अस्पताल की ओर से कोई बुनियादी सुविधाएं नहीं दी जा रही है.

जरा तरस खाईए साहब!
मुजफ्फरपुर के अलावा कई अन्य जिलों से लोग अपने बच्चे को लेकर SKMCH पहुंच रहे हैं. इनमें से बहुत बच्चे ऐसे हैं जिनकी स्थिति काफी गंभीर है. डॉक्टर उन्हें भर्ती करने की बजाय उनके परिजनों को दवा की पुर्जी थमा कर अपना रास्ता साफ कर ले रहे हैं. परिजन गोद में बच्चे लिए और हाथों में दवा की पुर्जी लेकर इस चिलचिलाती धुप में भटकने को विवश हैं.

पेश है रिपोर्ट

परिजनों को नहीं मिल रहा ओआरएस
परिजनों का कहना है कि अस्पताल की ओर से दवा नहीं दी जा रही है और न ही ग्रसित बच्चों को ओआरएस दिया जा रहा है. जबकि सरकार की ओर से घर-घर तक ओआरएस पहुंचाने की बात कही गई थी. चारों ओर महामारी फैल चुकी है. कई बच्चों की अब तक जान जा चुकी है. इसके बावजूद कई ऐसे भी लोग हैं जिन्हें एईएस के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

muzaffarpur
बच्चों को नहीं दिया जा रहा ORS

लोगों के बीच जागरूकता की कमी
एईएस क्या है, इसके लक्षण क्या है, कैसै इससे बचा जा सकता है, इनसब की इन्हें कोई जानकारी नहीं है. लोगों की मानें तो अभी तक किसी भी सरकारी अधिकारी द्वारा इन्हें जागरूक नहीं किया गया है. जब चुनाव आता है तब सरकारी बाबू प्रत्येक गांव का निरीक्षण करते हैं, लोगों से वोट देने की अपील करते हैं. लेकिन आज जब लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाने की बात सामने आ रही है तो सभी अपना मुंह छिपाएं घरों में दुबके हुएं हैं.

Intro:Body:Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.