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बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र 28 जून से, सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष

28 जून से बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र 26 जुलाई तक चलेगा. इस दौरान विपक्ष सरकार की मुश्किलें बढ़ा सकता है.

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Published : Jun 21, 2019, 9:35 AM IST

बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र 28 जून से शुरू

पटना: बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र 28 जून से शुरू होने वाला है. सत्र 26 जुलाई तक चलेगा. लगभग 1 महीने तक चलने वाले इस सत्र में मुजफ्फरपुर में हो रहे बच्चों की मौत को लेकर विपक्ष सरकार की मुश्किलें बढ़ा सकता है. इसे लेकर विपक्ष ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है.

28 जून से 26 जुलाई तक मॉनसून सत्र
लोकसभा चुनाव के कारण इस बार बजट सत्र छोटा हुआ था. लेकिन अब मॉनसून सत्र उस कमी की भरपाई करेगा. 28 जून से 26 जुलाई तक चलने वाले इस सत्र में कुल 26 बैठकें होंगी. बैठक में बिहार के 2019-20 के बजट के साथ हर विभाग के बजट पर चर्चा की जाएगी.

बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र 28 जून से शुरू

सरकार को घेरने की तैयारी
मुजफ्फरपुर मामले पर आरजेडी, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने अपने-अपने तरीके से विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग करने लगे हैं. इधर नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव के बिहार से बाहर रहने पर सत्तापक्ष की ओर से तंज भी कसे जा रहे हैं.

चुनाव में हुई हार का सदन में कोई असर नहीं- मदन मोहन झा
वैसे तो विधानसभा और विधान परिषद में विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बना रहा है. लेकिन मुजफ्फरपुर में हो रहे लगातार बच्चों की मौत पर विपक्ष सरकार की मुश्किलें ज्यादा बढ़ा सकती है. लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की जबरदस्त हार हुई है और आरजेडी का तो पूरी तरह सफाया ही हो गया. हार के बाद महागठबंधन में एकजुटता भी नहीं दिख रही है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा का कहना है कि दोनों सदनों में लोकसभा चुनाव में हुई हार का असर नहीं पड़ेगा.

patna
मदन मोहन झा, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस

'विपक्ष के हर सवाल का जवाब देंगे'
कृषि मंत्री प्रेम कुमार का कहना है कि सरकार पूरी तरह तैयार है. विपक्ष के हर सवाल का जवाब देंगे. जो सही स्थिति है उसे सदन में रखेंगे. मुजफ्फरपुर और बिहार के कई जिलों में लू से कई मौतें हुई हैं. इस आपदा की स्थिति में विपक्ष को भी सरकार के साथ सहयोग करना चाहिए. विपक्ष का हर तरह से सामना करने के लिए हम तैयार हैं.

patna
प्रेम कुमार, कृषि मंत्री

विधानमंडल का सत्र कुछ इस प्रकार से होगा-

  • 28 जून को प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी पेश होगा. शोक प्रस्ताव भी पढ़ा जाएगा.
  • 29 और 30 जून को शनिवार और रविवार होने के कारण छुट्टी रहेगी.
  • 1 और 2 जुलाई को वित्तीय वर्ष 2019-20 के बजट पर चर्चा होगी.
  • 3, 4 और 5 जुलाई को भी विभिन्न विभागों के बजट पर चर्चा होगी.
  • 6 और 7 जुलाई को शनिवार और रविवार होने के कारण छुट्टी रहेगी.
  • 8 जुलाई से 11 जुलाई तक विभिन्न विभागों के वित्तीय वर्ष 2019-20 के बजट पर चर्चा की जाएगी और उसे पास कराया जाएगा.
  • 12 जुलाई को गैर-सरकारी संकल्प पर चर्चा होगी.
  • 13 और14 जुलाई को शनिवार और रविवार होने के कारण छुट्टी रहेगी.
  • 15 जुलाई से लेकर 19 जुलाई तक विभिन्न विभागों के वित्तीय वर्ष 2019-20 के बजट पर चर्चा की जाएगी और फिर उसे पास कराया जाएगा.
  • 20 और 21 जुलाई को शनिवार और रविवार होने के कारण छुट्टी रहेगी.
  • 22 जुलाई को गैर सरकारी संकल्प पर चर्चा की जाएगी.
  • 23 जुलाई को सरकार की ओर से वित्तीय वर्ष 2019-20 के बजट पर जवाब होगा.
  • 24 जुलाई को प्रथम अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी और सरकार का उत्तर होगा.
  • 25 और 26 जुलाई को राजकीय विधेयक और अन्य राजकीय कार्य किए जाएंगे.

पटना: बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र 28 जून से शुरू होने वाला है. सत्र 26 जुलाई तक चलेगा. लगभग 1 महीने तक चलने वाले इस सत्र में मुजफ्फरपुर में हो रहे बच्चों की मौत को लेकर विपक्ष सरकार की मुश्किलें बढ़ा सकता है. इसे लेकर विपक्ष ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है.

28 जून से 26 जुलाई तक मॉनसून सत्र
लोकसभा चुनाव के कारण इस बार बजट सत्र छोटा हुआ था. लेकिन अब मॉनसून सत्र उस कमी की भरपाई करेगा. 28 जून से 26 जुलाई तक चलने वाले इस सत्र में कुल 26 बैठकें होंगी. बैठक में बिहार के 2019-20 के बजट के साथ हर विभाग के बजट पर चर्चा की जाएगी.

बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र 28 जून से शुरू

सरकार को घेरने की तैयारी
मुजफ्फरपुर मामले पर आरजेडी, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने अपने-अपने तरीके से विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग करने लगे हैं. इधर नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव के बिहार से बाहर रहने पर सत्तापक्ष की ओर से तंज भी कसे जा रहे हैं.

चुनाव में हुई हार का सदन में कोई असर नहीं- मदन मोहन झा
वैसे तो विधानसभा और विधान परिषद में विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बना रहा है. लेकिन मुजफ्फरपुर में हो रहे लगातार बच्चों की मौत पर विपक्ष सरकार की मुश्किलें ज्यादा बढ़ा सकती है. लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की जबरदस्त हार हुई है और आरजेडी का तो पूरी तरह सफाया ही हो गया. हार के बाद महागठबंधन में एकजुटता भी नहीं दिख रही है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा का कहना है कि दोनों सदनों में लोकसभा चुनाव में हुई हार का असर नहीं पड़ेगा.

patna
मदन मोहन झा, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस

'विपक्ष के हर सवाल का जवाब देंगे'
कृषि मंत्री प्रेम कुमार का कहना है कि सरकार पूरी तरह तैयार है. विपक्ष के हर सवाल का जवाब देंगे. जो सही स्थिति है उसे सदन में रखेंगे. मुजफ्फरपुर और बिहार के कई जिलों में लू से कई मौतें हुई हैं. इस आपदा की स्थिति में विपक्ष को भी सरकार के साथ सहयोग करना चाहिए. विपक्ष का हर तरह से सामना करने के लिए हम तैयार हैं.

patna
प्रेम कुमार, कृषि मंत्री

विधानमंडल का सत्र कुछ इस प्रकार से होगा-

  • 28 जून को प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी पेश होगा. शोक प्रस्ताव भी पढ़ा जाएगा.
  • 29 और 30 जून को शनिवार और रविवार होने के कारण छुट्टी रहेगी.
  • 1 और 2 जुलाई को वित्तीय वर्ष 2019-20 के बजट पर चर्चा होगी.
  • 3, 4 और 5 जुलाई को भी विभिन्न विभागों के बजट पर चर्चा होगी.
  • 6 और 7 जुलाई को शनिवार और रविवार होने के कारण छुट्टी रहेगी.
  • 8 जुलाई से 11 जुलाई तक विभिन्न विभागों के वित्तीय वर्ष 2019-20 के बजट पर चर्चा की जाएगी और उसे पास कराया जाएगा.
  • 12 जुलाई को गैर-सरकारी संकल्प पर चर्चा होगी.
  • 13 और14 जुलाई को शनिवार और रविवार होने के कारण छुट्टी रहेगी.
  • 15 जुलाई से लेकर 19 जुलाई तक विभिन्न विभागों के वित्तीय वर्ष 2019-20 के बजट पर चर्चा की जाएगी और फिर उसे पास कराया जाएगा.
  • 20 और 21 जुलाई को शनिवार और रविवार होने के कारण छुट्टी रहेगी.
  • 22 जुलाई को गैर सरकारी संकल्प पर चर्चा की जाएगी.
  • 23 जुलाई को सरकार की ओर से वित्तीय वर्ष 2019-20 के बजट पर जवाब होगा.
  • 24 जुलाई को प्रथम अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी और सरकार का उत्तर होगा.
  • 25 और 26 जुलाई को राजकीय विधेयक और अन्य राजकीय कार्य किए जाएंगे.
Intro:पटना-- बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र 28 जून से शुरू होने वाला है सत्र 26 जुलाई तक चलेगा लगभग 1 महीने तक चलने वाले इस सत्र में मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत को लेकर सरकार की मुश्किल है विपक्ष बढ़ा सकता है। विपक्ष ने अभी से ही तैयारी शुरू कर दी है। मुजफ्फरपुर मामले पर आरजेडी कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने अपने-अपने तरीकों से विरोध प्रदर्शन भी शुरू कर दिया है और नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग भी करने लगा है। लेकिन नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव के बिहार से बाहर रहने पर सत्तापक्ष की ओर से तंज भी कस आ जा रहा है और यह भी कहा जा रहा है कि बिहार में विपक्ष नाम की चीज नहीं है।
पेश है खास रिपोर्ट--


Body: लोकसभा चुनाव के कारण इस बार बजट सत्र छोटा हुआ था लेकिन अब मानसून सत्र उसकी कमी को भरपाई कर देगा 28 जून से 26 जून तक है चलने वाले सत्र में 26 बैठकें होंगी और बिहार के 2019-- 2020 के बजट के साथ हर विभाग के बजट पर चर्चा की जाएगी।
बाईट-- हारून रशीद सभापति विधान परिषद

ऐसे तो विधानसभा और विधान परिषद में विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बना रहा है इसमें शिक्षक के मुद्दे भी होंगे लेकिन मुजफ्फरपुर में लगातार बच्चों की मौत पर विपक्ष सरकार कि मुश्किल है सबसे ज्यादा बढ़ाएगा। लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की जबरदस्त हार हुई है और आरजेडी का तो पूरी सफाया ही हो गया कांग्रेस किसी तरह से किशनगंज में अपना खाता खुल सके और किसी दल का खाता नहीं खुला । हार के बाद महागठबंधन में एकजुटता भी नहीं दिख रही है उसके बावजूद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा का कहना है कि दोनों सदनों में लोकसभा चुनाव में हुई हार का असर नहीं पड़ेगा।
बाईट-- मदन मोहन झा प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस

वहीं कृषि मंत्री प्रेम कुमार का कहना है कि सरकार पूरी तरह तैयार है विपक्ष के हर सवाल का जवाब देंगे जो सही स्थिति है उसे सदन में रखेंगे और इस मुजफ्फरपुर और बिहार के कई जिलों में लू से जो मौत हुई है तो इस आपदा की स्थिति में विपक्ष को भी सरकार के साथ सहयोग करना चाहिए लेकिन विपक्ष का हर तरह से सामना करने के लिए हम लोग तैयार हैं। वही नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव के बिहार से गायब रहने पर किसी मंत्री तंत्र ही करते हैं और यह भी कहते हैं कि बिहार में विपक्ष नाम का चीज नहीं रह गया है।
बाईट-- प्रेम कुमार कृषि मंत्री


Conclusion:लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद अब देखना दिलचस्प है विधानमंडल सत्र के दौरान विपक्ष कितनी एकजुटता के साथ सरकार को घेरने की कोशिश करता है और बच्चों की मौत पर सरकार से जवाब लेता है।

विधानमंडल का सत्र कुछ इस प्रकार से होगा--------
28 जून 2019 20 के प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी पेश होगा। शोक प्रस्ताव भी पढ़ा जाएगा।
29 जून और 30 जून को शनिवार और रविवार होने के कारण छुट्टी रहेगी।
1 जुलाई को वित्तीय वर्ष 2019 20 के बजट पर चर्चा होगी
2 जुलाई को वह भी वित्तीय वर्ष 2019-20 के बजट पर चर्चा की जाएगी
3 जुलाई 4 जुलाई और 5 जुलाई को भी विभिन्न विभागों के बजट पर चर्चा होगी अब से पास कराया जाएगा
6 जुलाई और 7 जुलाई को शनिवार और रविवार होने के कारण छुट्टी रहेगी
8 जुलाई से 11 जुलाई तक विभिन्न विभागों के वित्तीय वर्ष 2019 20 के बजट पर चर्चा की जाएगी और उसे पास कराया जाएगा
12 जुलाई को गैर सरकारी संकल्प पर चर्चा होगी
13 जुलाई और 14 जुलाई को शनिवार और रविवार होने के कारण छुट्टी रहेगी
15 जुलाई से लेकर 19 जुलाई तक विभिन्न विभागों के वित्तीय वर्ष 2019 -20 के बजट पर चर्चा की जाएगी और फिर उसे पास कराया जाएगा
20 जुलाई और 21 जुलाई को शनिवार और रविवार होने के कारण छुट्टी रहेगी बैठक नहीं होगा
22 जुलाई को गैर सरकारी संकल्प पर चर्चा की जाएगी
23 जुलाई को सरकार की ओर से वित्तीय वर्ष 2019-20 के बजट पर जवाब होगा
24 जुलाई को प्रथम अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी और सरकार का उत्तर होगा
25 जुलाई और 26 जुलाई को राजकीय विधेयक और अन्य राजकीय का कार्य की जाएगी।



अविनाश, पटना।
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