लखनऊ: वाराणसी में अपने बेटे अरविंद राजभर के नामांकन के दौरान ओम प्रकाश राजभर को विरोध का सामना करना पड़ा है. जिसके बाद राजभर ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनकी हत्या करवाना चाहते हैं. ओमप्रकाश राजभर ने चुनाव आयोग से अपने लिए और अपने बेटे अरविंद राजभर के लिए सुरक्षा मांगी है. राजधानी में मंगलवार को अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सुभासपा चीफ ने कहा कि सोमवार को वाराणसी कलेक्ट्रेट में शिवपुर विधानसभा सीट से अपने बेटे अरविंद राजभर के नामांकन के दौरान उन पर हमला किया गया. उन्होंने कहा कि योगी जी मुझे मरवाना चाहते हैं. भाजपा और योगी के गुंडे वहां काले कोट में भेजे गए थे.
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राजभर ने कहा कि जैसे ही नामांकन करने के बाद वह बाहर आए तो चार लोग उनके पास आते हैं और कॉलर पकड़ कर गाली गलौज करने लगते हैं. जय श्री राम के नारे लगाते हुए हम लोगों के साथ अभद्रता की गई. वहां कहा गया कि गोली मार दो, जो होगा देखा जाएगा. उन्होंने कहा कि ये सब कमिश्नर व जिलाधिकारी के कमरे के सामने हुआ था. इसका मतलब है कि पूरी घटना उन्हीं के सह पर हुई है. ओम प्रकाश ने कहा कि मैं चुनाव आयोग से मांग करता हूं कि अरविंद राजभर और ओम प्रकाश राजभर को सुरक्षा दी जाए. राजभर ने कलेक्ट्रेट में मौजूद भीड़ पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब नामांकन के लिए तीन लोगों के ही जाने की अनुमति है, तो उस समय परिसर में इतनी भीड़ कहां से आ गई. उन्होंने वाराणसी के डीएम और कमिश्नर को हटाने की मांग की है.
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राजभर ने अपनी पार्टी के पदाधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि मेरी हत्या के बाद मेरी लड़ाई को रुकने मत देना. ओम प्रकाश राजभर अपने जीते-जी योगी को सत्ता में नहीं पहुंचने देगा. 14 फरवरी को मैंने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि मेरी हत्या की जा सकती है. उन्होंने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि डीएम और पुलिस के अधिकारी भाजपा के निर्देश पर धमकाने आए थे. हम गरीबों के इलाज, किसानों के हक और शिक्षा के लिए लड़ रहे हैं. संविधान को भाजपा नहीं मान रही है, आरक्षण की लड़ाई लड़ रहे हैं. ये भाजपा को पसंद नहीं है.