ETV Bharat / bharat

'नवाब' के नवाबी ठाठ, केदारनाथ के बाद गंगा में लगाई डुबकी, किसी की तनी भौहें तो किसी का समर्थन

author img

By

Published : May 21, 2022, 5:07 PM IST

Updated : May 22, 2022, 6:45 PM IST

केदारनाथ में नंदी की पूजा करते हुए रोहन और उनके कुत्ते नवाब का वीडियो वायरल होने के बाद उपजा विवाद अभी थमा भी नहीं था कि दोनों का एक और नया वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें दोनों हर की पैड़ी पर गंगा घाट पर स्नान करते और पूजा अर्चना करते नजर आ रहे हैं. जिसके बाद से सोशल मीडिया में रोहन के खिलाफ और समर्थन में भी लोग उतर आये हैं.

dog-nawab
'नवाब' के नवाबी ठाठ

देहरादून: इन दिनों नोएडा के रहने वाले रोहन और उनका कुत्ता नवाब खबरों में बने हुए हैं. सोशल मीडिया पर दोनों का वीडियो खूब वायरल हो रहा है. इसकी वजह है कि नोएडा से जब रोहन केदारनाथ धाम पहुंचे तो उनके साथ उनका कुत्ता नवाब भी साथ था. इस दौरान केदारधाम में रोहन और नवाब नंदी महाराज के सामने मत्था टेकते और पूजा करते नजर आए. जिसके बाद से इन दोनों सोशल मीडिया में इनकी खूब चर्चाएं चल रही है. वहीं, अब ये दोनों हरिद्वार के हर की पैड़ी में गंगा स्नान करते नजर आये. साथ ही दोनों ने घंटाघर स्थित घाट पर पूजा अर्चना भी की.

रोहन और नवाब की सैर: रोहन के बारे में जितना हमें मालूम हुआ है कि वह एनिमल लवर हैं. वह 12,000 फीट की ऊंचाई केदारनाथ ही नहीं, बल्कि कारगिल से लेकर कठिन रास्तों पर भी अपने कुत्ते नवाब को घुमा चुके हैं. नोएडा के रहने वाले रोहन इनदिनों उत्तराखंड में है. हालांकि, उत्तराखंड पुलिस उनसे पूछताछ के लिए संपर्क कर रही है. बताया यह जा रहा है कि फिलहाल उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है.

'नवाब' के नवाबी ठाठ,.

ये भी पढ़ें: केदारनाथ में कुत्ते से कराया था नंदी को स्पर्श, SP बोले- जांच जा

रोहन ने कुत्ते के साथ गंगा में लगाई डुबकी: उनके बारे में ईटीवी भारत को जानकारी मिली है कि वह केदारनाथ के बाद ऋषिकेश और उसके बाद हरिद्वार पहुंचे. हरिद्वार पहुंचकर रोहन ने अपने कुत्ते के साथ चीला रोड स्थित पर बैराज के आसपास समय बिताया. उसके बाद हर की पैड़ी घाट पर मां गंगा की कुत्ते के साथ पूजा-अर्चना भी की. साथ ही गंगा में दोनों ने स्नान भी किया. रोहन के कुछ और वीडियो सामने आए हैं. जिसमें रोहन पहाड़ी से अपने कुत्ते के साथ पैराग्लाइडिंग करते दिखाई दे रहे हैं. इतना ही नहीं वह कारगिल में भी अपने कुत्ते नवाब के साथ घूम रहे हैं.

रोहन ने वीडियो के माध्यम से दी सफाई: रोहन ने केदारनाथ में नवाब साथ की गई यात्रा को लेकर अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें लोगों का बहुत प्यार मिल रहा है. नवाब के लिए कई लोग बहुत ही पॉजिटिव कमेंट्स कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह कोविड के दौरान भी नवाब को लेकर वह केदारनाथ यात्रा पर गए थे. लेकिन वह केदारनाथ के दर्शन नहीं कर पाए और उन्हें वापस लौटना पड़ा. रोहन ने बताया कि बीते चार सालों में वह उत्तराखंड के कई तीर्थस्थालों में नवाब को लेकर गए हैं. उन्होंने कहा कि नंदी भगवान भी एक जानवर का स्वरूप हैं. अगर नवाब ने उन्हें टच किया तो इसमें क्या गलत है. केदारनाथ में भैरव बाबा का मंदिर भी है.

पुराणों में बाबा केदार को श्वान का स्वरूप दिखाया है. यह कुछ गलत नहीं है. मंदिर में मौजूद तीर्थपुरोहितों ने भी इसपर कोई आपत्ति नहीं जताई. उन्होंने यह कुछ सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिये नहीं किया. उनके लिए नवाब एक बच्चे की तरह है. जहां भी वह जाते हैं नवाब उनके साथ आता है. रोहन ने कहा कि भगवान में पूरी आस्था है और वह नवाब भी आस्थावान बनाना चाहते हैं. लोगों का जो सपोर्ट उन्हें मिल रहा है, वह इससे बहुत खुश हैं. अगर, उनपर एफआईआर दर्ज की गई है, तो मंदिर समिति के पुरोहितों और वहां पर तैनात पुलिसवालों पर भी एफआईआर होनी चाहिए. उन्होंने यह सबकुछ जबरदस्ती नहीं किया. उन्हें किसी ने रोका नहीं, सबने उन्हें और नवाब को बहुत प्यार दिया. इसमें कोई गलत नहीं है. कुछ लोग ही हैं जो इस मुद्दे को उछाल रहे हैं. जबकि, उन्हें प्यार करने वालों की संख्या इन लोगों से कई ज्यादा है. हमारे समाज में जानवारों को भी वही दर्जा दिया गया है, जो भगवान का है. सभी में जान है और ईश्वर ने सभी को बनाया है.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड: हेमकुंड साहिब और लक्ष्मण मंदिर के खुले कपाट, श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में लगाई डुबकी

रोहन ने नवाब को कई राज्यों की सैर कराई: लंबे समय से नवाब के साथ अलग-अलग राज्यों की सैर पर निकले रोहन को शायद यह पता नहीं था कि उत्तराखंड और खासकर केदारनाथ में उनका कुत्ता नवाब और उनकी आस्था दोनों ही पुलिस और पुरोहितों के गुस्से का शिकार हो जाएगी. केदारनाथ में नंदी के पास पूजा अर्चना करते हुए जैसे ही रोहन और उनके कुत्ते का वीडियो वायरल हुआ. उनके ऊपर तुरंत केदारनाथ-बदरीनाथ मंदिर समिति ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए. इसके बाद अब रुद्रप्रयाग पुलिस इस मामले में कार्रवाई करने जा रही है.

केदार-बदरी जा चुका है नवाब: ऐसा नहीं है कि रोहन नवाब को सिर्फ केदारनाथ ही लेकर गए थे. वह इस यात्रा के दौरान बदरीनाथ सहित उत्तराखंड के अन्य मंदिरों में भी यात्रा कर चुके हैं, लेकिन उन पर उस वक्त किसी ने ध्यान नहीं दिया. केदारनाथ में हुए बवाल के बाद अब उनको न केवल नोटिस किया जा रहा है, बल्कि सोशल मीडिया पर उनको फॉलो करके लोग उनके पक्ष और विपक्ष में कमेंट कर रहे हैं. जिसके बाद रोहन के समर्थन में लोगों ने कई मैसेज सोशल मीडिया पर डाले हैं.

गंगा सभा के संज्ञान में नहीं मामला: हर की पैड़ी घाट पर मां गंगा में कुत्ते को स्नान करवाने को लेकर जब हमने गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ से बातचीत की तो, उन्होंने बताया कि फिलहाल इस मामले की उन्हें कोई भी जानकारी नहीं है. ऐसे में जो भी धर्म संगत होगा, गंगा सभा वह कदम उठाएगी.

रोहन के समर्थन में उतरे पशु प्रेमी: सरकारी संस्था पशु क्रूरता निवारण समिति की उपाध्यक्ष पूजा बहुखंडी ने कहा अगर कोई कुत्ते को केदारनाथ लेकर गया है तो इसमें गलत क्या है ? लोग इस बात का विरोध क्यों कर रहे हैं. वह अपने पैसे खर्च करके गया है. भगवान किसी में भेदभाव नहीं करता. भगवान के बनाए हुए सभी हैं, भले ही वह इंसान हो या जानवर. जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं. सबसे पहले उन लोगों को मंदिरों में जो पशु बलि दी जाती है, उसे रोकना चाहिए. कई सरकारी नुमाइंदे हैं, जो अपने कुत्ते को कार में लेकर घूमते हैं. तब किसी को कोई दिक्कत नहीं होती है. जब हजारों लोग खच्चर पर सवार होकर केदारनाथ जा रहे हैं तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है. ऐसे में इस मामले पर कोई विरोध, कोई मुकदमा और कोई कार्रवाई नहीं होनी चाहिए.

देहरादून: इन दिनों नोएडा के रहने वाले रोहन और उनका कुत्ता नवाब खबरों में बने हुए हैं. सोशल मीडिया पर दोनों का वीडियो खूब वायरल हो रहा है. इसकी वजह है कि नोएडा से जब रोहन केदारनाथ धाम पहुंचे तो उनके साथ उनका कुत्ता नवाब भी साथ था. इस दौरान केदारधाम में रोहन और नवाब नंदी महाराज के सामने मत्था टेकते और पूजा करते नजर आए. जिसके बाद से इन दोनों सोशल मीडिया में इनकी खूब चर्चाएं चल रही है. वहीं, अब ये दोनों हरिद्वार के हर की पैड़ी में गंगा स्नान करते नजर आये. साथ ही दोनों ने घंटाघर स्थित घाट पर पूजा अर्चना भी की.

रोहन और नवाब की सैर: रोहन के बारे में जितना हमें मालूम हुआ है कि वह एनिमल लवर हैं. वह 12,000 फीट की ऊंचाई केदारनाथ ही नहीं, बल्कि कारगिल से लेकर कठिन रास्तों पर भी अपने कुत्ते नवाब को घुमा चुके हैं. नोएडा के रहने वाले रोहन इनदिनों उत्तराखंड में है. हालांकि, उत्तराखंड पुलिस उनसे पूछताछ के लिए संपर्क कर रही है. बताया यह जा रहा है कि फिलहाल उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है.

'नवाब' के नवाबी ठाठ,.

ये भी पढ़ें: केदारनाथ में कुत्ते से कराया था नंदी को स्पर्श, SP बोले- जांच जा

रोहन ने कुत्ते के साथ गंगा में लगाई डुबकी: उनके बारे में ईटीवी भारत को जानकारी मिली है कि वह केदारनाथ के बाद ऋषिकेश और उसके बाद हरिद्वार पहुंचे. हरिद्वार पहुंचकर रोहन ने अपने कुत्ते के साथ चीला रोड स्थित पर बैराज के आसपास समय बिताया. उसके बाद हर की पैड़ी घाट पर मां गंगा की कुत्ते के साथ पूजा-अर्चना भी की. साथ ही गंगा में दोनों ने स्नान भी किया. रोहन के कुछ और वीडियो सामने आए हैं. जिसमें रोहन पहाड़ी से अपने कुत्ते के साथ पैराग्लाइडिंग करते दिखाई दे रहे हैं. इतना ही नहीं वह कारगिल में भी अपने कुत्ते नवाब के साथ घूम रहे हैं.

रोहन ने वीडियो के माध्यम से दी सफाई: रोहन ने केदारनाथ में नवाब साथ की गई यात्रा को लेकर अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें लोगों का बहुत प्यार मिल रहा है. नवाब के लिए कई लोग बहुत ही पॉजिटिव कमेंट्स कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह कोविड के दौरान भी नवाब को लेकर वह केदारनाथ यात्रा पर गए थे. लेकिन वह केदारनाथ के दर्शन नहीं कर पाए और उन्हें वापस लौटना पड़ा. रोहन ने बताया कि बीते चार सालों में वह उत्तराखंड के कई तीर्थस्थालों में नवाब को लेकर गए हैं. उन्होंने कहा कि नंदी भगवान भी एक जानवर का स्वरूप हैं. अगर नवाब ने उन्हें टच किया तो इसमें क्या गलत है. केदारनाथ में भैरव बाबा का मंदिर भी है.

पुराणों में बाबा केदार को श्वान का स्वरूप दिखाया है. यह कुछ गलत नहीं है. मंदिर में मौजूद तीर्थपुरोहितों ने भी इसपर कोई आपत्ति नहीं जताई. उन्होंने यह कुछ सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिये नहीं किया. उनके लिए नवाब एक बच्चे की तरह है. जहां भी वह जाते हैं नवाब उनके साथ आता है. रोहन ने कहा कि भगवान में पूरी आस्था है और वह नवाब भी आस्थावान बनाना चाहते हैं. लोगों का जो सपोर्ट उन्हें मिल रहा है, वह इससे बहुत खुश हैं. अगर, उनपर एफआईआर दर्ज की गई है, तो मंदिर समिति के पुरोहितों और वहां पर तैनात पुलिसवालों पर भी एफआईआर होनी चाहिए. उन्होंने यह सबकुछ जबरदस्ती नहीं किया. उन्हें किसी ने रोका नहीं, सबने उन्हें और नवाब को बहुत प्यार दिया. इसमें कोई गलत नहीं है. कुछ लोग ही हैं जो इस मुद्दे को उछाल रहे हैं. जबकि, उन्हें प्यार करने वालों की संख्या इन लोगों से कई ज्यादा है. हमारे समाज में जानवारों को भी वही दर्जा दिया गया है, जो भगवान का है. सभी में जान है और ईश्वर ने सभी को बनाया है.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड: हेमकुंड साहिब और लक्ष्मण मंदिर के खुले कपाट, श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में लगाई डुबकी

रोहन ने नवाब को कई राज्यों की सैर कराई: लंबे समय से नवाब के साथ अलग-अलग राज्यों की सैर पर निकले रोहन को शायद यह पता नहीं था कि उत्तराखंड और खासकर केदारनाथ में उनका कुत्ता नवाब और उनकी आस्था दोनों ही पुलिस और पुरोहितों के गुस्से का शिकार हो जाएगी. केदारनाथ में नंदी के पास पूजा अर्चना करते हुए जैसे ही रोहन और उनके कुत्ते का वीडियो वायरल हुआ. उनके ऊपर तुरंत केदारनाथ-बदरीनाथ मंदिर समिति ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए. इसके बाद अब रुद्रप्रयाग पुलिस इस मामले में कार्रवाई करने जा रही है.

केदार-बदरी जा चुका है नवाब: ऐसा नहीं है कि रोहन नवाब को सिर्फ केदारनाथ ही लेकर गए थे. वह इस यात्रा के दौरान बदरीनाथ सहित उत्तराखंड के अन्य मंदिरों में भी यात्रा कर चुके हैं, लेकिन उन पर उस वक्त किसी ने ध्यान नहीं दिया. केदारनाथ में हुए बवाल के बाद अब उनको न केवल नोटिस किया जा रहा है, बल्कि सोशल मीडिया पर उनको फॉलो करके लोग उनके पक्ष और विपक्ष में कमेंट कर रहे हैं. जिसके बाद रोहन के समर्थन में लोगों ने कई मैसेज सोशल मीडिया पर डाले हैं.

गंगा सभा के संज्ञान में नहीं मामला: हर की पैड़ी घाट पर मां गंगा में कुत्ते को स्नान करवाने को लेकर जब हमने गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ से बातचीत की तो, उन्होंने बताया कि फिलहाल इस मामले की उन्हें कोई भी जानकारी नहीं है. ऐसे में जो भी धर्म संगत होगा, गंगा सभा वह कदम उठाएगी.

रोहन के समर्थन में उतरे पशु प्रेमी: सरकारी संस्था पशु क्रूरता निवारण समिति की उपाध्यक्ष पूजा बहुखंडी ने कहा अगर कोई कुत्ते को केदारनाथ लेकर गया है तो इसमें गलत क्या है ? लोग इस बात का विरोध क्यों कर रहे हैं. वह अपने पैसे खर्च करके गया है. भगवान किसी में भेदभाव नहीं करता. भगवान के बनाए हुए सभी हैं, भले ही वह इंसान हो या जानवर. जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं. सबसे पहले उन लोगों को मंदिरों में जो पशु बलि दी जाती है, उसे रोकना चाहिए. कई सरकारी नुमाइंदे हैं, जो अपने कुत्ते को कार में लेकर घूमते हैं. तब किसी को कोई दिक्कत नहीं होती है. जब हजारों लोग खच्चर पर सवार होकर केदारनाथ जा रहे हैं तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है. ऐसे में इस मामले पर कोई विरोध, कोई मुकदमा और कोई कार्रवाई नहीं होनी चाहिए.

Last Updated : May 22, 2022, 6:45 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.