पटना: आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने पटना स्थित बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स सभागार में मनोज मित्ता की किताब 'कास्ट प्राइड' के विमोचन के दौरान बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने अपने संबोधन में बिना किसी जाति का नाम लिए बगैर कहा कि सदियों से पिछड़े, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के खिलाफ जुल्म हो रहे हैं. सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता के लिए हमलोग लगातार संघर्ष कर रहे हैं. लालू ने कहा कि आगे भी इसके लिए हम लोग लड़ते रहेंगे नहीं तो सामंतवादी लोग इसे चील की तरह झपट्टा मारकर छीन लेंगे और फिर से शोषण करेंगे. आरजेडी अध्यक्ष ने कहा कि कठिन संघर्ष के बाद हमलोगों ने मंडल कमीशन लागू किया था.
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"सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता यह हमलोगों की बुनियाद में है. इसको लेकर हमलोग संघर्ष कर रहे हैं और लगातार करते रहेंगे, नहीं तो ये सामंतवाद वाले चील की तरह झपट्टा मार देंगे. जातीय जनगणना अभी बिहार में हमलोग करवाए हैं. इसे केंद्र सरकार नफरत की दृष्टि से देखती है. जाति और आर्थिक स्थिति का जानें बगैर कैसे योजना बनाएंगे उनके लिए. बजट का कुछ हिस्सा दे दिया, जैसे कि आप खैरात बांट रहे हैं. यह तो हमारा अधिकार है"- लालू प्रसाद यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आरजेडी
जातीय जनगणना को लेकर केंद्र पर बरसे लालू: वहीं जातीय जनगणना को लेकर भी आरजेडी अध्यक्ष ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि अभी महागठबंधन की सरकार ने बिहार में जाति आधारित गणना करवाई है. इसे मौजूदा केंद्र की सरकार नफरत से देख रही है. अटॉर्नी जनरल ने कोर्ट में जाकर इसका विरोध किया है. लालू ने कहा कि बिना जाति की गणना और आर्थिक स्थिति को जाने हुए अनुमान के आधार पर कैसे कोई योजना बन सकती है. ये हमारा अधिकार है, कोई खैरात नहीं दे रहा है.
पीएम मोदी पर लालू का निशाना: लालू यादव ने कहा कि समाज में वैसे लोग जो अंतिम पंक्ति में हैं, निश्चित तौर पर उसको आगे लाना जरूरी है. इसको लेकर हम लोग काम भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि देखिए किस तरह के हालात पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी ने बना लिया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाति-जाति करते रहते हैं लेकिन बिना जाति जाने योजना का लाभ तो खैरात देना है. बजट का कुछ हिस्सा दे दिया तो क्या उससे जाति के आधार पर न्याय मिल जाएगा.