भुवनेश्वर : क्या आपने कभी भारत के नक्शे से लेकर अशोक स्तंभ तक, राधाकृष्ण से लेकर स्वतंत्रता सेनानी तक की कलाकृतियां एक ही जगह देखीं हैं. आइए ले चलते हैं आपको गंजम जिले के छत्रपुर, जहां ये सभी एक साथ देखने को मिलेगीं.
आमतौर पर ऐसी कलाकृतियां किसी पार्क के किनारे दीवारों पर होर्डिंग्स पर दिखाई देती हैं लेकिन गंजम जिले के छत्रपुर में यह कलाकृतियां एक जेल की दीवारों पर बनाई गई हैं. इतना ही नहीं इस जेल को मंदिर की तरह सजाया गया है. यकीन नहीं आता तो बता दें कि यहां एक शिवलिंग भी है.
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यह सब बदलाव एक कैदी ने किए हैं. चिट्टी नाम के कैदी को साल 2018 में जेल की सजा हुई. जेल में उसे तरह-तरह की चिंता सताती थी और इस चिंता से छुटकारा पाने के लिए उसने पहले कागज पर चित्रकारी करना शुरू कर दिया. उसकी पेंटिंग्स ने सभी का दिल जीत लिया जिसके बाद जेल अधिकारियों ने इस पर ध्यान दिया. उन्हें भी चिट्टी की कलाकृतियां पसंद आई.
अधिकारियों ने चिट्टी को कागज के बजाय जेल की दीवारों पर कलाकृति करने के लिए कहा, जिसके बाद से चिट्टी दीवारों को अपने इस हुनर से सजा रहा है. इतनी ही नहीं वह एसएसजी महिला समूह द्वारा बनाए गए बर्तनों पर भी चित्रकारी करके कुछ कमाई भी कर रहा है.