गया: बिहार के गया में एक ऐसा मंदिर है, जहां लोग मुरादें पूरी होने के लिए मन्नत रखते हैं, लेकिन यहां अनोखी मन्नत का प्रचलन भी है. मान्यता है कि इस देवी मंदिर में केस मुकदमे से जुड़े मामले की मन्नत रखी जाए तो उनकी मुरादें पूरी होती हैं और कोर्ट कचहरी के केस मुकदमे में जीत मिलती है.
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केस में जीत के लिए माता के दरबार पहुंचते हैं लोग : मंदिर के पुजारी बताते हैं कि 10 महाविद्या में से 8वीं महाविद्या माता बगला देवी हैं. 10 महाविद्या में काफी शक्ति होती है. यही वजह है कि यहां कोर्ट- कचहरी, जमीन जायदाद, केस- मुकदमे से जुड़े मामले में मन्नत रखने वालों को सफलता हासिल होती है. इस तरह की मन्नत रखना और उसका पूरा होना इस मंदिर की बड़ी अलग विशेषता के रूप में है. इस मंदिर में पूजा अर्चना की सारी सामग्री पीले रंग से जुड़ी हुई ही होती है. यही कारण है कि कोर्ट कचहरी से जुड़े मामले में मन्नत मांगने वालों की माता के दरबार में काफी भीड़ रहती है.
"गया शहर के बंगलास्थान में माता बगला का प्राचीन मंदिर है. यहां माता की बगलामुखी प्रतिमा है, जोकि अष्टधातु की है. इस मंदिर से भक्तों की आस्था जुड़ी है. यहां लोग मन्नत मांगने आते हैं और उनका विश्वास है कि यहां मांगी गई मन्नत पूरी होती है. कोर्ट कचहरी केस मुकदमा, जमीन जायदाद जैसे मामलों में माता की पूजा से फायदा होता है. यदि माता बगला मंदिर में कोर्ट कचहरी से संबंधित मुकदमा के संबंध में मन्नत रखी जाए तो वह पूरी हो जाती है."- नागेंद्र मिश्रा, पुजारी, बगला माता मंदिर
मां बगलामुखी मंदिर की खासियत: बंग्लास्थान में माता बगला देवी की प्रतिमा बगलामुखी है. यह प्रतिमा अष्टभुजा की है और यहां की प्रसिद्धि दूर-दूर तक है. दूसरे राज्यों से भी यहां लोग मन्नत मांगने को आते हैं, लेकिन कोर्ट कचहरी का निस्तारण माता बगला देवी के दरबार में होता है. कोर्ट-कचहरी, जमीन-जायदाद, केस-मुकदमे में जीत के लिए ऐसी मुराद लेकर बहुतायत संख्या में भक्त यहां पहुंचते हैं. उनका मानना है कि उनकी मुरादें पूरी होती हैं. कोर्ट कचहरी के मामले में सफलता मिलती है. यह सिर्फ भक्तों का ही नहीं मानना है, बल्कि अधिवक्ता भी बताते हैं कि हमारे पास आने वाले मुवक्किल कहते हैं कि माता के दरबार में मन्नत मांगी है और हमारी जीत होगी. ऐसे कई लोग माता के दरबार में मन्नत मांगते हैं. ऐसे कई भक्तों की मन्नत पूरी हुई है, जिसके बाद वे मांगी गई मन्नत के अनुसार दोबारा मंदिर में पहुंचते हैं.
"मैं बंगलास्थान स्थित माता बगला के दरबार में अक्सर हाजिरी लगाने आता हूं. 40 सालों से लगातार माता के दरबार में आ रहे हैं. कहते हैं कि यहां चमत्कार होते हैं. ऐसे चमत्कार होते हैं जोकि हमें दुश्मनों से बचाते हैं. कोर्ट कचहरी के मामले क्षण में खत्म हो जाते हैं. यह ऐसा मंदिर है, जहां इससे संबंधित मन्नत मांगी जाती है. ऐसे कई उदाहरण वाले लोगों को जानता हूं, जिन्होंने कोर्ट कचहरी से संबंधित मन्नत मांगी और उनकी मुरादें माता ने पूरी की."- श्रीकांत सिंह, श्रद्धालु
"बांग्ला स्थान में माता की भव्य प्रतिमा है. यह प्रसिद्ध मंदिर है. यहां सारी मनोकामना पूरी होती है. भक्त जो भी मांगे वह पूरी हो जाती है. यही वजह है कि यहां लोगों की भीड़ का तांता लगा रहता है. कोर्ट कचहरी के मामलों में भी हम लोग मन्नत रखते हैं और हमारी मुरादें ज्यादातर पूरी ही होती हैं."- कमलेश कुमार, श्रद्धालु
"यह काफी पौराणिक मंदिर है. यहां हमारी काफी श्रद्धा है. हम लगातार कई वर्षों से इस मंदिर से जुड़े हुए हैं. मन्नत पूरी हो जाती है. मां भक्तों की पुकार सुनती है. कोर्ट कचहरी से जुड़े मामले में इस मंदिर की काफी प्रसिद्धि है. कोर्ट कचहरी के मामले में माता विशेष सुनती है."- सोमनाथ गुप्ता, श्रद्धालु
"जब से होश संभाला है, तब से माता की पूजा करने आती हूं. पिता रेलवे में थे. सुख-दुख सब में माता हमारा साथ देती हैं. डर भय सब शांत हो जाता है. यह माता का चमत्कार है. कोर्ट कचहरी, नौकरी चाकरी, शादी में बाधा हो, तो यहां मन्नत मांगने से पूरी हो जाती है. मेरी बेटी की शादी नहीं लग रही थी, लेकिन माता से गुहार लगाई तो तुरंत शादी तय हो गई."- शोभा सिन्हा, श्रद्धालु
"बंग्लास्थान में माता बगला की प्रतिमा काफी प्राचीन है और यह विख्यात मंदिर है. लोगों का कहना है कि केस मुकदमे के बारे में इस मंदिर में मन्नत मांगने से सफलता मिलती है. जीत के लिए मन्नत मांगने पर सफल हो जाते हैं. माता बगला के चरणों में मत्था टेकर जो भी मांगा जाए तो वह मिल जाता है. गया में वकालत करता हूं, लेकिन बक्सर का रहने वाला हूं और वहां के रहने वाले इस मंदिर के वर्तमान पुजारी के पूर्वज ने ही अराधना की थी. जिसके बाद देवी मां प्रकट हुई थी और यहां तब से माता की प्रतिमा स्थापित है. यहां दूर-दूर से लोग आते हैं. मुवक्किल की आस्था है. कई ने बताया है कि मन्नत रखा था और हमारे मुकदमे में सफलता मिली."- बबन सिंह, अधिवक्ता, गया व्यवहार न्यायालय
"मां बगला दस महाविद्या में आठवीं सिद्ध महाविद्या हैं. इनकी आराधना पीला फूल, पीले वस्त्र, पीला प्रसाद, पीला माला, पीला आसन, पीला सरसों और हल्दी से की जाती है. यहां सब की मनोकामना पूर्ण होती है. 10 महाविद्या में देवी को पावर है. कोर्ट कचहरी का मुकदमा हो जमीन जायदाद का झगड़ा हो तो यहां मन्नत रखने वाले भक्तों को सफलता मिलती है. यहां कोर्ट कचहरी से संबंधित मामलों को लेकर काफी ज्यादा लोग मन्नत रखते हैं और ऐसे मन्नत रखने वालों का मानना है कि मुरादें पूरी हो जाती है."- नागेंन्द्र मिश्रा, पुजारी बगला माता मंदिर