भोजपुर : बिहार में गुरुवार से शुरू हुई मैट्रिक की परीक्षा के दौरान भोजपुर और मुंगेर जिले में कदाचार मुक्त परीक्षा की पोल गई. जहां परीक्षा केंद्रों पर छात्र-छात्रएं चिट पुर्जा (Student Making Cheat Paper In Bhojpur And Munger) तैयार करते नजर आए. बिहार बोर्ड की परीक्षा और छात्रों के चिट पुर्जा का हाल चोली-दामन जैसा रहा है. बिना चोरी के बिहार बोर्ड की परीक्षा पूरी ही नहीं होती. इसका जीता जागता सबूत उस वक्त देखने को मिला, जब ईटीवी भारत के हाथ ये तस्वीर लगी.
दरअसल, लाख सख्ती के बावजूद भोजपुर जिले के कई परीक्षा केंद्रों पर छात्र-छात्रएं चिट-पुर्जा बनाते हुए देखे जा रहे हैं. वीडियो में दिख रही ये तस्वीर आरा के जैन स्कूल परीक्षा केंद्र के बाहर की है, जहां पहली और दूसरी पाली की परीक्षा शुरू होने से पहले परीक्षार्थी चिट बनाने में मशगूल हैं. तस्वीर में देखा जा सकता है कि परीक्षार्थी बिना डर-भय के चिट तैयार कर रहे हैं और पेरेंट्स उनका सहयोग कर रहे हैं.
आरा के हर प्रसाद दास जैन स्कूल के बाहर परीक्षा के पहले दिन ही कुछ परीक्षार्थी चिट के सहारे एग्जाम देने पहुंचे. सेंटर के बाहर छात्र छोटे-छोटे कागजों में चिट-पुर्जा तैयार करते देखे गए. जिसकी तस्वीर कैमरे में कैद हो गई है. कईयों को चिट तैयार कर जूते-चप्पल और जैकेट-स्वेटर में छुपाते भी देखा गया. वहीं, इसी सेंटर पर कई छात्राओं को 2 मिनट लेट पहुंचने पर सेंटर में प्रवेश नहीं करने दिया गया.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) की ओर से आयोजित मैट्रिक परीक्षा में गुरुवार को दोनों पालियों में गणित की परीक्षा है. परीक्षा शुरू होने से पहले भोजपुर, नवादा, गया, मुंगेर और खगड़िया में बच्चे मैथ फार्मूले का चिट बनाते दिखे. परीक्षा केंद्रों के बाहर ही छात्र-छात्राएं मोबाइल पर वायरल प्रश्न के अनुसार पर्चा तैयार करते देखे गए. वहीं कुछ मिनट की देरी के कारण दर्जनों परीक्षार्थियों को परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया.
वहीं मुंगेर जिले में कथित रूप से सोशल मीडिया पर (Matric Question Paper Viral In Munger) प्रशनपत्र वायरल होने का भी दावा किया जा रहा है. वायरल प्रशनप्रत्र को लेकर छात्र और अभिभावक चिट पुर्जा बनाते नजर आए हैं.
पढ़ें : बिहार में इंटर की परीक्षा हेडलाइट के सहारे
बता दें कि, मुंगेर में मैट्रिक परीक्षा के लिए 20 केंद्र बनाए गए हैं. सभी केंद्रों के बाहर सुबह आठ बजे से ही कथित रूप से मैट्रिक का प्रश्न पत्र वायरल होने का दावा किया जा रहा है. परीक्षा केंद्र के बाहर परीक्षार्थी एवं अभिभावक इस वायरल प्रश्न उत्तर सादे कागज पर चिट के रूप में तैयार करते नजर आए हैं. मुंगेर जिले के जिला स्कूल, मॉडल इंटर उच्च विद्यालय सहित तमाम सेंटर के बाहर विद्यार्थी एवं अभिभावक का झुंड में चिट पुर्जा तैयार करते नजर आए. जबकि इसी तरफ से सभी प्रशासनिक अधिकारियों का गाड़ी भी गुजर रहा था.
वहीं, केंद्र पर पहुंचने वाले पुलिसकर्मी भी देख रहे थे कि केंद्र के बाहर किस तरह झुंड में अलग-अलग मोबाइल देखकर पुर्जा तैयार किया जा रहा है, लेकिन किसी ने भी यह जहमत नहीं उठाई कि पुर्जा तैयार कर रहे इन परीक्षार्थियों को रोका जाए. अभिभावकों को हटाया जाए. यह दृश्य साबित करता है कि मैट्रिक परीक्षा के पहले की तरह से चिट पुर्जा तैयार हो रहा है. हालांकि जिस तरह का दृश्य परीक्षा केंद्र के बाहर नजर आ रहा है, उससे इनकार नहीं किया जा सकता कि नकल के लिए पुर्जा तैयार हो रहे हैं. लेकिन जिस तरह परीक्षा केंद्रों पर अभिभावक एवं परीक्षार्थी सोशल मीडिया पर वायरल प्रश्नपत्र का उत्तर पुर्जा के रूप में तैयार कर रहे हैं उससे साफ पता चलता है कि कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए जो व्यवस्था की गई थी वो कहीं न कहीं मुंगेर जिले में दम तोड़ रहा है.
दरअसल, परीक्षा आरंभ होने से एक-दो घंटे पहले जिस तरह बिहार में ट्रेंड बन गया है कि प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो जाता है. ऐसे में आज से शुरू हुए मैट्रिक परीक्षा के भी प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने का दावा किया गया. इस वायरल प्रश्न का उत्तर अभिभावक और परीक्षार्थी आनन-फानन में तैयार करने लगे. ऐसे वायरल प्रश्न पत्र के बारे में छात्र सुमित कुमार ने बताया कि, इससे हम लोगों की तैयारी पर फर्क पड़ता है. हम लोग जो दिन रात एक कर मेहनत किए थे और तैयारी कर परीक्षा देने आए हैं लेकिन वायरल प्रश्न पत्र का उत्तर हम लोगों के पास आ जाता है. इससे हम लोगों की तैयारी पर भी फर्क पड़ता है और परीक्षा में एकाग्रता भंग होती है. उन्होंने कहा अमूमन ऐसे प्रश्न पत्र परीक्षा में आते नहीं है और बाद में यह वायरल प्रश्न पत्र फर्जी हो जाता है. इसे हम छात्र परेशान भी होते हैं.
बता दें कि बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा राज्य के 1525 परीक्षा केंद्रों पर शुरू हो चुकी है. परीक्षा 24 फरवरी तक चलेगी, जिसे दो पालियों में आयोजित किया जा रहा है, आज गणित की परीक्षा है. इस साल मैट्रिक परीक्षा में 16 लाख 48 हजार 894 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं, जिसमें 8,06,705 छात्राएं और 8,42,189 छात्र शामिल हैं.