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Opposition Party Meeting : 'हम मोदी का रथ रोकेंगे'.. विपक्षी कुनबा तैयार? 23 जून को बिहार से हुंकार

Bihar Politics 23 जून को विपक्षी एकता की तस्वीर क्या होगी? कई सारे पेंच है. क्या राज्यों में एक दूसरे के खिलाफ जो लड़ते आ रहे है. क्या विपक्षी पार्टियां 2024 लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) में एक साथ नजर आएंगे. विपक्ष का चेहरा कौन होगा. ऐसे कई सवाल कई है, जिस पर बिहार की राजनीति में वार-पलटवार का दौर जारी है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने तो ऐलान कर दिया है कि नीतीश कुमार की अगुवाई में हम मोदी का रथ रोकेंगे. पढ़ें पूरी खबर

Opposition Party Meeting Etv Bharat
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Published : Jun 10, 2023, 6:19 PM IST

पटना: बिहार की राजधानी पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक (Opposition Party Meeting on 23rd June) को लेकर आरजेडी और जेडीयू के नेता तैयारियों में जुटे हैं, दूसरी तरफ राजनीतिक पार्टियों में जुबानी जंग तेज हो गई है. सत्ताधारी नेता जहां बैठक को लेकर बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं, बीजेपी नेताओं ने भी मोर्चा संभाल लिया है. बीजेपी नेताओं ने दो टूक कहा है कि 2024 लोगसभा चुनाव में इस बैठक से फर्क नहीं पड़ने वाला है.

ये भी पढ़ें: Opposition Unity : 5 मुख्यमंत्री.. 15 दल.. लेकिन नरेंद्र मोदी को घेरना विपक्ष के लिए बड़ी चुनौती

'नीतीश की अगुवाई में हम मोदी का रथ रोकेंगे' : 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक (Opposition Unity) को लेकर सवाल हुए तो डिप्टी सीएम व आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन की सरकार में लालू यादव और नीतीश कुमार के होते किसी में दम नहीं है कि किसी का अधिकार छीन ले.'

Opposition Party Meeting
तेजस्वी यादव.

तेजस्वी के आरोपों पर सुशील मोदी का जवाब : बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के आरोपों पर बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि रथ रोका उसका परिणाम क्या हुआ, केन्द्र में बीजेपी की सरकार बनी. जितना रोकेंगे, जितना विरोध करेंगे उतनी ही मजबूती और उतनी ही ताकत से बीजेपी 2024 में आएगी.

विपक्षी एकता पर क्या बोले सुशील मोदी? : सुशील मोदी ने कहा कि, कोई भी मीटिंग करने का सभी को अधिकार है. ये पहली बार नहीं हो रहा है. हर लोकसभा चुनाव के पूर्व इस प्रकार की बैठक होती है, सम्मेलन होता है, रैली होती है, लेकिन उसका कोई परिणान नहीं होता है. विपक्षी एकता आजतक दो अवसरों को छोड़कर 1977 और 1989 कभी भी विपक्ष एक नहीं हो पाया.

'2024 के नतीजों पर कोई असर नहीं होगा' : उन्होंने आगे कहा कि, अभी मुद्दा क्या है, नरेन्द्र मोदी हटाओ, भाजपा भगाओ. तो जनता क्यों भाजपा को भगाना चाहेगी. जो प्रधानमंत्री गरीब लोगों के लिए इतना अच्छा काम कर रहा है, उसको जनता क्यों हटाना चाहेगी. इसलिए भाषण देते रहे, बोलते रहे, सम्मेलन करते रहे, लेकिन 2024 के परिणाम पर उसका कोई असर नहीं होगा.

Opposition Party Meeting
सुशील मोदी.

नीतीश का 'वन अगेंस्ट वन' वाला फॉर्मूला : लेकिन बीजेपी को 2024 में सत्ता से दूर रखने की चाहत के बावजूद कुछ राज्यों के समीकरण ऐसे हैं, जहां क्षेत्रीय दलों से गठबंधन संभव नहीं है. लेकिन, अगर नीतीश कुमार विपक्षी गठबंधन तैयार करने में कामयाब हो जाते हैं तो बीजेपी के लिए 2024 की लड़ाई मुश्किल होगी. हालांकि, 2024 के लिए बीजेपी की स्थिति मजबूत नजर आ रही है, लेकिन नीतीश का 'वन अगेंस्ट वन' वाला फॉर्मूला बीजेपी का पूरा गणित बिगाड़ सकता है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट: राजनीतिक एक्सपर्ट डॉ. संजय कुमार कहते है कि ''विपक्षी एकता की राह में कई पेंच हैं. सबसे पहली चुनौती क्षेत्रिय दलों को लेकर है, दूसरी चुनौती राष्ट्रीय मुद्दों पर होगी. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कांग्रेस 400 से कम सीटों पर 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ने को तैयारी होगी. साथ ही नेतृत्व के सवाल पर भी क्या सहमति बन पाएगी.''

Opposition Party Meeting
क्या है बीजेपी की रणनीति.

'23 जून की बैठक से बीजेपी की सांसें फूल गई' : हालांकि, सवाल विपक्ष के चेहरे को लेकर भी है. लेकिन जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता की माने तो उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण बैठक हो रही है, स्टालिन समेत देश के अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री और बड़े नेता बैठक में शामिल होंगे. बैठक से देश में कैसे एक मजबूत विकल्प नरेन्द्र मोदी, बीजेपी और एनडीए के खिलाफ दे सके हम लोग इस पर विचार होगा और देश को इस बैठक से नई दिशा मिलेगी.

पटना: बिहार की राजधानी पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक (Opposition Party Meeting on 23rd June) को लेकर आरजेडी और जेडीयू के नेता तैयारियों में जुटे हैं, दूसरी तरफ राजनीतिक पार्टियों में जुबानी जंग तेज हो गई है. सत्ताधारी नेता जहां बैठक को लेकर बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं, बीजेपी नेताओं ने भी मोर्चा संभाल लिया है. बीजेपी नेताओं ने दो टूक कहा है कि 2024 लोगसभा चुनाव में इस बैठक से फर्क नहीं पड़ने वाला है.

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'नीतीश की अगुवाई में हम मोदी का रथ रोकेंगे' : 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक (Opposition Unity) को लेकर सवाल हुए तो डिप्टी सीएम व आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन की सरकार में लालू यादव और नीतीश कुमार के होते किसी में दम नहीं है कि किसी का अधिकार छीन ले.'

Opposition Party Meeting
तेजस्वी यादव.

तेजस्वी के आरोपों पर सुशील मोदी का जवाब : बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के आरोपों पर बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि रथ रोका उसका परिणाम क्या हुआ, केन्द्र में बीजेपी की सरकार बनी. जितना रोकेंगे, जितना विरोध करेंगे उतनी ही मजबूती और उतनी ही ताकत से बीजेपी 2024 में आएगी.

विपक्षी एकता पर क्या बोले सुशील मोदी? : सुशील मोदी ने कहा कि, कोई भी मीटिंग करने का सभी को अधिकार है. ये पहली बार नहीं हो रहा है. हर लोकसभा चुनाव के पूर्व इस प्रकार की बैठक होती है, सम्मेलन होता है, रैली होती है, लेकिन उसका कोई परिणान नहीं होता है. विपक्षी एकता आजतक दो अवसरों को छोड़कर 1977 और 1989 कभी भी विपक्ष एक नहीं हो पाया.

'2024 के नतीजों पर कोई असर नहीं होगा' : उन्होंने आगे कहा कि, अभी मुद्दा क्या है, नरेन्द्र मोदी हटाओ, भाजपा भगाओ. तो जनता क्यों भाजपा को भगाना चाहेगी. जो प्रधानमंत्री गरीब लोगों के लिए इतना अच्छा काम कर रहा है, उसको जनता क्यों हटाना चाहेगी. इसलिए भाषण देते रहे, बोलते रहे, सम्मेलन करते रहे, लेकिन 2024 के परिणाम पर उसका कोई असर नहीं होगा.

Opposition Party Meeting
सुशील मोदी.

नीतीश का 'वन अगेंस्ट वन' वाला फॉर्मूला : लेकिन बीजेपी को 2024 में सत्ता से दूर रखने की चाहत के बावजूद कुछ राज्यों के समीकरण ऐसे हैं, जहां क्षेत्रीय दलों से गठबंधन संभव नहीं है. लेकिन, अगर नीतीश कुमार विपक्षी गठबंधन तैयार करने में कामयाब हो जाते हैं तो बीजेपी के लिए 2024 की लड़ाई मुश्किल होगी. हालांकि, 2024 के लिए बीजेपी की स्थिति मजबूत नजर आ रही है, लेकिन नीतीश का 'वन अगेंस्ट वन' वाला फॉर्मूला बीजेपी का पूरा गणित बिगाड़ सकता है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट: राजनीतिक एक्सपर्ट डॉ. संजय कुमार कहते है कि ''विपक्षी एकता की राह में कई पेंच हैं. सबसे पहली चुनौती क्षेत्रिय दलों को लेकर है, दूसरी चुनौती राष्ट्रीय मुद्दों पर होगी. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कांग्रेस 400 से कम सीटों पर 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ने को तैयारी होगी. साथ ही नेतृत्व के सवाल पर भी क्या सहमति बन पाएगी.''

Opposition Party Meeting
क्या है बीजेपी की रणनीति.

'23 जून की बैठक से बीजेपी की सांसें फूल गई' : हालांकि, सवाल विपक्ष के चेहरे को लेकर भी है. लेकिन जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता की माने तो उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण बैठक हो रही है, स्टालिन समेत देश के अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री और बड़े नेता बैठक में शामिल होंगे. बैठक से देश में कैसे एक मजबूत विकल्प नरेन्द्र मोदी, बीजेपी और एनडीए के खिलाफ दे सके हम लोग इस पर विचार होगा और देश को इस बैठक से नई दिशा मिलेगी.

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