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नीतीश के विधायक के बिगड़े बोल, कहा जरूरत पड़ी तो ठोक देंगे

बांका के बौसी में जमीन विवाद को लेकर वहां के स्थानीय ग्रामीणों और विधायक के बीच हुई नोकझोंक की पूरी कहानी का जिक्र करते हुए गोपाल मंडल ने कहा कि कोई भी हमसे बड़ा लाठी बाज नहीं था. अगर हम लाठी चलाने लगेंगे तो कईयों को हम झांट देंगे. हम तो लड़ाकू आदमी हैं ही, फिर रिवाल्वर मेरे पास रहता है न, जरूरत पड़ी तो ठोक देंगे.

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Published : Mar 9, 2021, 1:35 PM IST

पटना : गोपालपुर के विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल हमेशा अपने बयानों से सुर्खियों में रहते हैं. इसबार तो उन्होंने यहां तक कह दिया कि रिवाल्वर मेरे पास रहता है. जरूरत पड़ी तो ठोक देंगे.

गोपाल मंडल ने कहा कि कोई भी हमसे बड़ा लाठी बाज नहीं है. अगर हम लाठी चलाने लगेंगे तो कईयों को झांट देंगे. उन्होंने कहा कोई मुझे बंधक नहीं बना सकता है. जो बंधक बन गया वह तो वहीं पर मर गया. हमारा एक तौर तरीका है. अगर कोई आफत आएगी तो हम छोड़ेंगे नहीं, ठोक देंगे.

यह भी पढ़ें - विपक्ष के हंगामे के बीच लोक सभा की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित

जेडीयू विधायक ने कहा कि लिखित शिकायत नहीं दी है. क्योंकि लिखित शिकायत कमजोर आदमी देता है. बुलडोजर लगाकर घर तोड़वा देंगे. आदमी को तोड़ देंगे तो जमीन क्या है. दरअसल बांका के बौसी में जमीन विवाद को लेकर वहां के स्थानीय ग्रामीणों और विधायक के बीच हुई नोकझोंक की पूरी कहानी का जिक्र करते हुए कहा कि कोई भी हमसे बड़ा लाठी बाज नहीं था. अगर हम लाठी चलाने लगेंगे तो कईयों को हम झांट देंगे. हम तो लड़ाकू आदमी हैं ही, फिर रिवाल्वर मेरे पास रहता है न, जरूरत पड़ी तो ठोक देंगे.

जेडीयू विधायक गोपाल मंडल का विवादित बयान

पढ़ें : पीएम ने कोलकाता आग हादसे में लोगों के मारे जाने पर जताया शोक, अनुग्रह राशि को मंजूरी दी

स्कूल बनाने के लिए खरीदी थी जमीन
विधायक ने पूरी कहानी का जिक्र करते हुए कहा कि करीब 9 महीने पहले उन्होंने एक स्कूल बनाने के लिए जमीन खरीदी थी. जिस वक्त उन्होंने जमीन खरीदी थी उस समय पूरी तरह से खाली था. बीच में करोना काल आ गया. चुनाव आ गया और चुनाव के बाद वे मंत्री बनने पटना चले गए. पिछले दिनों कई लोग उनको कह रहे थे कि उनकी जमीन पर कई लोगों ने कब्जा कर लिया है. वही देखने के लिए वे वहां पर गए थे. लेकिन पूरे 25 बीघा जमीन पर प्लॉटिंग करके मकान बना लिया है और किसी ने पक्का मकान बना लिया तो किसी ने चहार दिवारी देकर छोड़ दिया है.

पढ़ें : बाटल हाउस कांड को लेकर भाजपा ने "दीदी" पर साधा निशाना

पूरी व्यवस्था के साथ चलते हैं हम लोग
गोपाल मंडल ने कहा कि जैसे ही उनकी गाड़ी वहां पर लगी तो कुछ लोग लाठी लेकर उनकी तरफ दौड़ गए. जब पूछा गया कि आप लोग कौन हैं मेरे जमीन पर घर क्यों बना रहे हैं तो वहां के लोगों ने कहा कि आप कौन हैं और यहां क्यों आए हैं. मैंने अपना परिचय दिया. इसके बाद वहां के लोगों ने पूछा कि आप तो हथियार के साथ क्यों आए हैं. उन्होंने इस संदर्भ में देवघर में हुई एक स्कूल के डायरेक्टर की हत्या की घटना का भी जिक्र करते हुए कहा कि हमको मरना नहीं है इसलिए हम लोग पूरी व्यवस्था के साथ चलते हैं.

लोगों के बीच हुई धक्का-मुक्की
गोपाल मंडल ने कहा कि इस बीच मेरे समर्थकों और वहां के लोगों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. इसके बाद उन्होंने पुलिस को फोन किया तो मौके पर पुलिस पहुंची लेकिन एक पुलिस पदाधिकारी के साथ चार महिला सिपाहियों को भेजा गया था जो कि कुछ कर पाने में सक्षम नहीं थे. इसके बाद फिर उन्होंने वहां के डीएसपी को फोन किया तो उन्होंने कहा कि मैं अच्छे फोर्स को भेज रहा हूं.

पढ़ें : बहुमंजिला इमारत में लगी आग से 9 लोगों की मौत, रेल मंत्री ने दिए जांच के आदेश

लिखित शिकायत कमजोर करते हैं
विधायक ने कहा कि उन्होंने वहां के लोगों का मोबाइल नंबर भी लिया है और उनसे कहा कि 24 तारीख को विधानसभा का सत्र समाप्त हो रहा है वह 25 या फिर 26 तारीख को वहां जाएंगे. सबों को जमीन का पेपर तैयार रखने कहा गया है. अगर जमीन वहां के लोगों को निकली तो वह हाथ जोड़कर वहां से चले आएंगे और अगर वह जमीन मेरी निकली तो फिर बुलडोजर लगाकर घर तोड़वा देंगे. आदमी को तोड़ देंगे तो जमीन क्या है. जेडीयू विधायक ने कहा कि इस घटना की उन्होंने कहीं पर भी लिखित शिकायत नहीं दी है क्योंकि लिखित शिकायत कमजोर आदमी देता है और वह एक नेता हैं. अब ऐसे ही सिस्टम से वहां पहुंचेंगे.

पटना : गोपालपुर के विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल हमेशा अपने बयानों से सुर्खियों में रहते हैं. इसबार तो उन्होंने यहां तक कह दिया कि रिवाल्वर मेरे पास रहता है. जरूरत पड़ी तो ठोक देंगे.

गोपाल मंडल ने कहा कि कोई भी हमसे बड़ा लाठी बाज नहीं है. अगर हम लाठी चलाने लगेंगे तो कईयों को झांट देंगे. उन्होंने कहा कोई मुझे बंधक नहीं बना सकता है. जो बंधक बन गया वह तो वहीं पर मर गया. हमारा एक तौर तरीका है. अगर कोई आफत आएगी तो हम छोड़ेंगे नहीं, ठोक देंगे.

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जेडीयू विधायक ने कहा कि लिखित शिकायत नहीं दी है. क्योंकि लिखित शिकायत कमजोर आदमी देता है. बुलडोजर लगाकर घर तोड़वा देंगे. आदमी को तोड़ देंगे तो जमीन क्या है. दरअसल बांका के बौसी में जमीन विवाद को लेकर वहां के स्थानीय ग्रामीणों और विधायक के बीच हुई नोकझोंक की पूरी कहानी का जिक्र करते हुए कहा कि कोई भी हमसे बड़ा लाठी बाज नहीं था. अगर हम लाठी चलाने लगेंगे तो कईयों को हम झांट देंगे. हम तो लड़ाकू आदमी हैं ही, फिर रिवाल्वर मेरे पास रहता है न, जरूरत पड़ी तो ठोक देंगे.

जेडीयू विधायक गोपाल मंडल का विवादित बयान

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स्कूल बनाने के लिए खरीदी थी जमीन
विधायक ने पूरी कहानी का जिक्र करते हुए कहा कि करीब 9 महीने पहले उन्होंने एक स्कूल बनाने के लिए जमीन खरीदी थी. जिस वक्त उन्होंने जमीन खरीदी थी उस समय पूरी तरह से खाली था. बीच में करोना काल आ गया. चुनाव आ गया और चुनाव के बाद वे मंत्री बनने पटना चले गए. पिछले दिनों कई लोग उनको कह रहे थे कि उनकी जमीन पर कई लोगों ने कब्जा कर लिया है. वही देखने के लिए वे वहां पर गए थे. लेकिन पूरे 25 बीघा जमीन पर प्लॉटिंग करके मकान बना लिया है और किसी ने पक्का मकान बना लिया तो किसी ने चहार दिवारी देकर छोड़ दिया है.

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पूरी व्यवस्था के साथ चलते हैं हम लोग
गोपाल मंडल ने कहा कि जैसे ही उनकी गाड़ी वहां पर लगी तो कुछ लोग लाठी लेकर उनकी तरफ दौड़ गए. जब पूछा गया कि आप लोग कौन हैं मेरे जमीन पर घर क्यों बना रहे हैं तो वहां के लोगों ने कहा कि आप कौन हैं और यहां क्यों आए हैं. मैंने अपना परिचय दिया. इसके बाद वहां के लोगों ने पूछा कि आप तो हथियार के साथ क्यों आए हैं. उन्होंने इस संदर्भ में देवघर में हुई एक स्कूल के डायरेक्टर की हत्या की घटना का भी जिक्र करते हुए कहा कि हमको मरना नहीं है इसलिए हम लोग पूरी व्यवस्था के साथ चलते हैं.

लोगों के बीच हुई धक्का-मुक्की
गोपाल मंडल ने कहा कि इस बीच मेरे समर्थकों और वहां के लोगों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. इसके बाद उन्होंने पुलिस को फोन किया तो मौके पर पुलिस पहुंची लेकिन एक पुलिस पदाधिकारी के साथ चार महिला सिपाहियों को भेजा गया था जो कि कुछ कर पाने में सक्षम नहीं थे. इसके बाद फिर उन्होंने वहां के डीएसपी को फोन किया तो उन्होंने कहा कि मैं अच्छे फोर्स को भेज रहा हूं.

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लिखित शिकायत कमजोर करते हैं
विधायक ने कहा कि उन्होंने वहां के लोगों का मोबाइल नंबर भी लिया है और उनसे कहा कि 24 तारीख को विधानसभा का सत्र समाप्त हो रहा है वह 25 या फिर 26 तारीख को वहां जाएंगे. सबों को जमीन का पेपर तैयार रखने कहा गया है. अगर जमीन वहां के लोगों को निकली तो वह हाथ जोड़कर वहां से चले आएंगे और अगर वह जमीन मेरी निकली तो फिर बुलडोजर लगाकर घर तोड़वा देंगे. आदमी को तोड़ देंगे तो जमीन क्या है. जेडीयू विधायक ने कहा कि इस घटना की उन्होंने कहीं पर भी लिखित शिकायत नहीं दी है क्योंकि लिखित शिकायत कमजोर आदमी देता है और वह एक नेता हैं. अब ऐसे ही सिस्टम से वहां पहुंचेंगे.

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