वाराणसी: सुहाग की लंबी उम्र की कामना के लिए गुरुवार को करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं ने रखा है. इस कठिन व्रत को रखने के बाद आज रात में चंद्र दर्शन कर चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रती महिलाएं अपने इस व्रत को पूर्ण करेंगी. इसलिए आज सबसे महत्वपूर्ण चंद्र दर्शन का समय है, जिसका इंतजार सभी सुहागिन महिलाएं शाम से ही करने लगती हैं. आइए बताते हैं कि आखिर चंद्रमा के दर्शन कब होंगे और किस तरीके से सौभाग्य की कामना के लिए पूजन को आगे बढ़ाना होगा.
इस बारे में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य प्रसाद दीक्षित ने बताया कि सुहागिन महिलाएं रात में चांद के दिखाई देने पर उसके दर्शन कर अर्घ्य देने के बाद अन्न और जल ग्रहण करेंगी. ज्योतिषाचार्य के अनुसार, काशी में आज रात 7:54 बजे चंद्रोदय होगा. करवाचौथ के व्रत को लेकर वाराणसी में भी शहर से लेकर गांवों तक सुहागिन महिलाओं में जबरदस्त उत्साह है. मेहंदी लगवाने से लेकर करवा, चलनी और सरगी की सामग्रियां खरीदने के अलावा ज्वेलरी और डिजाइनर ड्रेस के लिए बाजारों में महिलाओं की अच्छी-खासी भीड़ उमड़ी रही.
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य पंडित प्रसाद दीक्षित के अनुसार, जिन विवाहिताओं का इस बार पहली बार करवाचौथ है. वह व्रत नहीं रख सकेंगी. इसकी वजह शुक्र ग्रह का अस्त होना है, जो पहले से व्रत रखती चली आ रही हैं. उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. इस बार करवाचौथ पर कृतिका नक्षत्र और सिद्धि योग का दुर्लभ संयोग बनने से इसकी महत्ता और भी बढ़ गई है. विवाहिताओं को आज भगवान शंकर-पार्वती के साथ ही श्रीगणेश, कार्तिकेय और चंद्रमा की विधि-विधान से पूजा कर उनकी कथा सुननी चाहिए.
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