रोहतास: बिहार में इन दिनों पुलिस नक्सलियों पर कार्रवाई करने को लेकर अलर्ट दिख रही है. पुलिस नक्सलियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार अभियान चला रही है. इसी कड़ी में बिहार पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. बिहार की रोहतास और औरंगाबाद पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए पिछले 4 साल से फरार कुख्यात इनामी नक्सली विजय आर्य को गिरफ्तार (Naxalite Vijay Arya Arrested) किया है. साथ में उसके शागिर्द नक्सली उमेश चौधरी को भी पुलिस ने धर दबोचा है. पुलिस की यह कार्रवाई रोहतास थाने के समहुता के पास की गई है. नक्सली विजय आर्या पर 14 राज्यों में केस दर्ज हैं.
इनामी नक्सली को पुलिस ने धर दबोचा: नक्सली विजय आर्य गया जिले के कोच थाना क्षेत्र का रहने वाला है और गया, जहानाबाद, औरंगाबाद, कैमूर और रोहतास जिले के विभिन्न इलाकों में नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है. यह इनामी नक्सली है और पिछले कई दिनों से रोहतास के पहाड़ी इलाके में अपने संगठन को विस्तार करने में लगा था. खासकर भाकपा माओवादी के सोन-गंगा विंध्याचल कमेटी को फिर से सक्रिय करने के लिए काम कर रहा था. पुलिस को इसकी सूचना मिली तो विशेष टीम गठित की गई और औरंगाबाद पुलिस की मदद से रोहतास पुलिस ने इसे पकड़ लिया.
कई आपत्तिजनक सामान बरामद: नक्सली विजय आर्य के पास से टैब, पेन-ड्राइव, हार्डडिस्क, नक्सली पर्चा, लेवी की रसीद, भाकपा माओवादी का लेटर हेड के अलावा कई आपत्तिजनक सामान बरामद हुए हैं. रोहतास के एसपी आशीष भारती ने प्रेस वार्ता कर बताया कि लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक नक्सली वारदातों में इसकी संलिप्तता रही है. गया, औरंगाबाद, जहानाबाद और रोहतास जिला में इसने कई नक्सली वारदातों को अंजाम दिया है और आगे भी नक्सली घटना को अंजाम देने की फिराक में था.
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लेवी वसूलने की बन रही थी रणनीति: एसपी ने बताया कि इसकी गिरफ्तारी से इलाके में नक्सलियों का नेटवर्क टूट जाएगा. साथ ही उन्होंने बताया कि इलाके में फिर से सोन-गंगा विंध्याचल कमेटी को जागृत करने और नए लोगों को जोड़ने के अभियान में विजय आर्या लगा हुआ था. वो फिर से इलाके में लेवी वसूलने के लिए रणनीति बना रहा था. पुलिस को जब इसकी सूचना प्राप्त हुई तो टीम गठित कर गिरफ्तार किया गया है.