नई दिल्ली/गाजियाबाद: बीजेपी विधायक और अजगर सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदकिशोर गुर्जर ने दिल्ली, मुंबई और बिहार पुलिस को चेतावनी भरा पत्र लिखकर नूपुर शर्मा पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की है. पत्र में लिखा है कि भविष्य में क्रिया की प्रतिक्रिया होती है तो जिम्मेदार वही लोग होंगे. विधायक ने पत्र में यह भी मांग की है कि देश के कई हिस्सों में जिन लोगों ने सनातन धर्म का अपमान किया है और उग्र प्रदर्शन किए हैं, उन पर कार्रवाई की जाए.
बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर और उनके संगठन अजगर सेना ने नूपुर शर्मा के सपोर्ट में यह पत्र लिखा गया है. पत्र में कहा है कि नूपुर शर्मा ने जिन लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं, उनसे माफी भी मांग ली. इसके बाद भी विरोध प्रदर्शन और आगजनी जैसी घटनाएं हो रही हैं. कई जगहों पर दबाव में नूपुर शर्मा पर फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जो न्याय संगत नहीं है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी मामले में भी ऐसे लोगों की कमी नहीं है जिन्होंने आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं और सनातन धर्म का अपमान किया है. उन पर भी मुकदमा होना चाहिए.
पत्र में इशारों में ही विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने चेतावनी दी है कि अगर नूपुर शर्मा पर दर्ज मुकदमे वापस नहीं हुए और इसी तरह की घृणित टिप्पणियां उन पर होती रही तो इस क्रिया पर प्रतिक्रिया होगी. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विदेशी ताकतों के इशारे पर भारत में आगजनी जैसी घटना की जा रही है, जो किसी आतंकी घटना से कम नहीं है.
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उन्होंने कहा कि जिन भी राज्यों में इस तरह की घटनाएं हुई हैं उनकी सरकारों को इस पर ठोस कदम उठाने चाहिए और अराजक तत्वों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस तरह से उत्तर प्रदेश सरकार ने दोषियों की संपत्ति जब्त करने और मकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाई की है वैसी ही कार्रवाई दूसरे राज्यों पार्टियों की सरकारों को भी करनी चाहिए. नहीं तो अजगर सेना उन राज्यों में जाकर पुलिस मुख्यालय का घेराव करेगी.
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पत्र में कहा गया है कि नूपुर शर्मा को पार्टी ने छह वर्ष के लिए निलंबित कर दिया है. लेकिन दूसरी तरफ अन्य पार्टियां जैसे सपा, बसपा, माकपा, एआईएमआईएम, टीएमसी आदि के नेताओं द्वारा लगातार सनातन धर्म पर टिप्पणी की जाती रही है. उन पार्टियों की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.