तिरुवनंतपुरम : केरल पुलिस (Kerala Police) ने बुधवार को कहा कि कोल्लम के पास एक घर से 14 वर्षीय लड़के का अपहरण रिश्तेदार के कहने पर किया गया, ताकि परिवार को दिए गए दस लाख रुपये की वसूली की जा सके. घटना सोमवार शाम की है, जब पड़ोसी राज्य तमिलनाडु के नौ सदस्यीय गिरोह ने अपराध को अंजाम दिया. पुलिस के मुताबिक, गिरोह दो दिन पहले आया था और जगह और परिवार के सदस्यों की गतिविधियों की रेकी की थी.
पुलिस के मुताबिक, सोमवार की देर शाम जब लड़के के माता-पिता बाहर गए थे, तो गिरोह ने बच्चे को अगवा कर लिया. लड़के का घर राज्य की राजधानी से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और गिरोह लड़के को लेकर तमिलनाडु की सीमा तक पहुंच गए. इस घटना को लेकर केरल पुलिस हरकत में आई और पड़ोसी राज्य से महज 100 मीटर की दूरी पर गिरोह को धर दबोचा.
अपहर्ताओं के साथ मुठभेड़ में पुलिस ने गिरोह के सरगना को हिरासत में ले लिया, जो तमिलनाडु का रहने वाला है. बेहोशी की हालत में लड़के को पुलिस ने बचाया. पूछताछ में गिरोह के सरगना ने खुलासा किया कि लड़के के परिवार ने अपने एक रिश्तेदार से दस लाख रुपये का कर्ज लिया था. कई अनुरोधों के बावजूद लड़के के पिता पैसे वापस करने में विफल रहे और एक गिरोह को लड़के का अपहरण करने की रिश्तेदार ने सुपारी दी थी. इस काम के लिए गिरोह को एक लाख रुपये भी दिये गए थे.
हिरासत में लिए गए शख्स ने कहा कि उन्हें लड़के को तमिलनाडु में नागरकोइल के पास मरतडम लाने के लिए कहा गया था, ताकि उसे रिश्तेदार को सौंप दिया जाए. पुलिस ने शख्स को गिरफ्तार कर वारदात को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल की गई कार को जब्त कर लिया और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश शुरू कर दी है. नौ में से केवल एक व्यक्ति केरल का है.