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Ramcharitmanas spreads hatred: 'बिहार के शिक्षा मंत्री की जीभ काटने वाले को 10 करोड़ का इनाम देंगे', रामचरितमानस विवाद पर परमहंस का ऐलान

रामचरित मानस को लेकर बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर (Bihar Education Minister Chandrashekhar) के बयान पर विवाद शुरू हो गया है. इस मामले में अयोध्या के आचार्य परमहंस महाराज ने उनकी जीभ काटने वाले को दस करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा की है. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उन्हें पद से हटाने की मांग की है.

जगतगुरु आचार्य परमहंस
जगतगुरु आचार्य परमहंस
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Published : Jan 12, 2023, 12:34 PM IST

Updated : Jan 12, 2023, 3:49 PM IST

पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयान (Education Minister statement on Ramcharitmanas) के बाद से राजनीति पूरी तरह से गरमा गई है. नेताओं से लेकर धर्मगुरुओं तक ने कड़ी आपत्ति दर्ज करायी है. उत्तर प्रदेश के अयोध्या के प्रसिद्ध महंत जगतगुरू आचार्य परमहंस ने शिक्षा मंत्री के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि रामचरितमानस पर इस तरह का बयान देना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि इससे पूरा देश आहत है. परमहंस महाराज ने कहा है कि शिक्षा मंत्री को इस बयान पर माफी मांगनी चाहिए. माफी नहीं मांगने पर उनकी जीभ काटने वाले को 10 करोड़ रुपये इनाम (Jagadguru Paramhans declare reward of rs 10 Crores) देने की भी उन्होंने घोषणा की है.

ये भी पढ़ें- VIDEO: बिहार के शिक्षा मंत्री के विवादित बोल- 'रामचरितमानस नफरत फैलाने वाला ग्रंथ'

बिहार के शिक्षा मंत्री ने क्या कहा था?: शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर बोलते हुए कहा था कि, 'रामचरितमानस ग्रंथ समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है. यह समाज में दिलतों, पिछड़ों और महिलाओं को पढ़ाई से रोकता है. उन्हें उनका हम दिलाने से रोकता है. मनुस्मृति ने समाज में नफरत का बीज बोया, फिर उसके बाद रामचरितमानस ने समाज में नफरत पैदा की और आज के समय गुरू गोलवलकर की विचार समाज में नफरत फैला रही है. मनुस्मृति को बाबा साहब अंबेडकर ने इसलिये जलाया क्योंकि वह दलितों और वंचितों के हक छीनने की बातें करती है.'

दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे शिक्षा मंत्री: दरअसल, बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर पटना में नालंदा खुला विश्वविद्यालय के 15वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे. जहां उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए रामचरित मानस और मनुस्मृति पर अपनी बात रखी. इसी दौरान उन्होंने रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बता दिया. उनके इस बयान के बाद से प्रदेश समेत देश भर से प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है और इसी क्रम में आचार्य परमहंस ने शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करने की मांग करते हुए शिक्षा मंत्री को मांफी मांगने की बात कही है. वहीं, माफी नहीं मांगने पर उनकी जीभ काटने वालों को इनाम देने की बात कही है.

कौन हैं आचार्य परमहंस?: जगदगुरु परमहंस आचार्य महाराज अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं. परमहंस महाराज किसी न किसी मांग को लेकर हमेशा अनशन करते रहते हैं. ये वही परमहंस महाराज हैं, जिन्होंने बालीवुड किंग शाहरुख खान की अपकमिंग फिल्म पठान के एक गाने के एक सीन पर शाहरूख को जिंदा जलाने की बात कही थी. वहीं अब उन्होंने बिहार के शिक्षा मंत्री के बयान पर उनकी जीभ काटने वालों को दस करोड़ रुपये का इनाम देने की बात कहकर सनसनी फैला दी है.

पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयान (Education Minister statement on Ramcharitmanas) के बाद से राजनीति पूरी तरह से गरमा गई है. नेताओं से लेकर धर्मगुरुओं तक ने कड़ी आपत्ति दर्ज करायी है. उत्तर प्रदेश के अयोध्या के प्रसिद्ध महंत जगतगुरू आचार्य परमहंस ने शिक्षा मंत्री के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि रामचरितमानस पर इस तरह का बयान देना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि इससे पूरा देश आहत है. परमहंस महाराज ने कहा है कि शिक्षा मंत्री को इस बयान पर माफी मांगनी चाहिए. माफी नहीं मांगने पर उनकी जीभ काटने वाले को 10 करोड़ रुपये इनाम (Jagadguru Paramhans declare reward of rs 10 Crores) देने की भी उन्होंने घोषणा की है.

ये भी पढ़ें- VIDEO: बिहार के शिक्षा मंत्री के विवादित बोल- 'रामचरितमानस नफरत फैलाने वाला ग्रंथ'

बिहार के शिक्षा मंत्री ने क्या कहा था?: शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर बोलते हुए कहा था कि, 'रामचरितमानस ग्रंथ समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है. यह समाज में दिलतों, पिछड़ों और महिलाओं को पढ़ाई से रोकता है. उन्हें उनका हम दिलाने से रोकता है. मनुस्मृति ने समाज में नफरत का बीज बोया, फिर उसके बाद रामचरितमानस ने समाज में नफरत पैदा की और आज के समय गुरू गोलवलकर की विचार समाज में नफरत फैला रही है. मनुस्मृति को बाबा साहब अंबेडकर ने इसलिये जलाया क्योंकि वह दलितों और वंचितों के हक छीनने की बातें करती है.'

दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे शिक्षा मंत्री: दरअसल, बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर पटना में नालंदा खुला विश्वविद्यालय के 15वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे. जहां उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए रामचरित मानस और मनुस्मृति पर अपनी बात रखी. इसी दौरान उन्होंने रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बता दिया. उनके इस बयान के बाद से प्रदेश समेत देश भर से प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है और इसी क्रम में आचार्य परमहंस ने शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करने की मांग करते हुए शिक्षा मंत्री को मांफी मांगने की बात कही है. वहीं, माफी नहीं मांगने पर उनकी जीभ काटने वालों को इनाम देने की बात कही है.

कौन हैं आचार्य परमहंस?: जगदगुरु परमहंस आचार्य महाराज अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं. परमहंस महाराज किसी न किसी मांग को लेकर हमेशा अनशन करते रहते हैं. ये वही परमहंस महाराज हैं, जिन्होंने बालीवुड किंग शाहरुख खान की अपकमिंग फिल्म पठान के एक गाने के एक सीन पर शाहरूख को जिंदा जलाने की बात कही थी. वहीं अब उन्होंने बिहार के शिक्षा मंत्री के बयान पर उनकी जीभ काटने वालों को दस करोड़ रुपये का इनाम देने की बात कहकर सनसनी फैला दी है.

Last Updated : Jan 12, 2023, 3:49 PM IST
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