नई दिल्ली : 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में देश की कुल 543 में से लगभग 400 लोकसभा सीटों पर विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' एनडीए प्रत्याशी के खिलाफ एक ही उम्मीदवार खड़ा करेगा. इस बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने शनिवार को बताया कि हमने 400-425 ऐसी लोकसभा सीटों की पहचान की है जहां हम इंडिया बनाम एनडीए की लड़ाई लड़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास ऐसी सीटों पर भाजपा उम्मीदवार के विरूद्ध एक ही प्रत्याशी मैदान में उतारा जाए.
निरुपम ने कहा कि इससे मैं उत्तर प्रदेश को अलग रख रहा हूं. इसके अलावा तेलंगाना और ओडिशा जैसे कुछ राज्य हैं जहां पर गैर भाजपा दल हमारे साथ नहीं हैं. इसलिए वहां बीजेपी के खिलाफ साझा उम्मीदवार खड़ा करना संभव नहीं हो सकेगा. कुछ छोटी पार्टियां अपने उम्मीदवार उतार सकती हैं और कुछ निर्दलीय भी चुनाव में शामिल हो सकते हैं. लेकिन हमारे लिए कोई समस्या नहीं होगी.
पूर्व लोकसभा सांसद और मुंबई इकाई के पूर्व प्रमुख रह चुके निरुपम की यह बयान 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होने वाली विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की बैठक के कुछ दिन पहले की आया है. उन्होंने कहा कि गठबंधन मजबूत हो रहा है और यह तीसरी बैठक है. 23 जून को पटना में पहली बैठक में 16 पार्टियों ने भाग लिया. इसके बाद बेंगलुरू में दूसरी बैठक में 26 दलों ने भाग लिया था. उन्होंने कहा कि मुंबई की बैठक में एक अलग बदलाव देखने को मिलेगा क्योंकि किसान संगठनों की एक पार्टी ने हमारा समर्थन करने का फैसला किया है. इस पार्टी का महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में प्रभाव है. निरुपम ने कहा कि इससे देश भर की अन्य छोटी पार्टियों में अच्छा संदेश जाएगा.
कांग्रेस नेता के अनुसार, मुंबई बैठक के दौरान 'इंडिया' के लिए 11 सदस्यीय समन्वय समिति की घोषणा की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गठबंधन सहयोगियों के बीच सभी संचार सुचारू रूप से चलता रहे समन्वय समिति में कई दलों के नेता शामिल होंगे. इसकी आवश्यकता होगी इसलिए भी होगी क्योंकि आने वाले दिनों में बहुत सारे विचार-विमर्श होंगे. उन्होंने कहा कि जहां तक सीट बंटवारे का सवाल है यह राज्य केंद्रित होगा और इस पर काम करना होगा. उदाहरण के लिए महाराष्ट्र में कांग्रेस-शिवसेना यूबीटी-एनसीपी गठबंधन पहले से ही क्रियाशील है. इसलिए यहां सीट बंटवारे में कोई दिक्कत नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी ने सत्ता हासिल करने के लिए शिवसेना यूबीटी और एनसीपी के विधायकों को अपने साथ ले लिया लेकिन मतदाता अभी भी उद्धव ठाकरे और शरद पवार के साथ हैं. निरुपम ने कहा कि एमवीए के पास लगभग 60 प्रतिशत वोट शेयर है और वह राज्य की कुल 48 लोकसभा सीटों में से 40 से अधिक सीटें जीतने की स्थिति में है. कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि चूंकि 'इंडिया' गठबंधन विभिन्न राजनीतिक दलों को एक साथ लाता है. जिसमें विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता बातचीत कर सकते हैं, अपने अनुभव साझा करने के साथ ही विश्वास बना सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था को आने वाले दिनों में लागू किया जाएगा. निरुपम ने कहा कि संयुक्त विरोध प्रदर्शन का अधिक प्रभाव पड़ेगा. हां, पार्टियों के कार्यकर्ता अलग-अलग पृष्ठभूमि से आते हैं लेकिन उन्हें एक साथ लाया जा सकता है. यह सुनिश्चित करने के लिए उचित प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा.