चंडीगढ़ : निर्वाचन आयोग ने शनिवार को पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी. पंजाब (Punjab Assembly Election) में परंपरागत कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के बजाय इस बार मुकाबला पंच कोणीय होने के आसार हैं. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव 10 फरवरी से सात मार्च के बीच सात चरणों में होंगे, मतगणना 10 मार्च को होगी. पंजाब में कुल 117 विधानसभा सीटें हैं.
इस बार कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), शिअद-बहुजन समाज पार्टी (बसपा) गठबंधन, भाजपा-पीएलसी-शिअद (संयुक्त) राज्य में सरकार बनाने के लिए जी जान से चुनाव लड़ने वाली हैं. वहीं संभवतया संयुक्त समाज मोर्चा की शक्ल में किसानों का मोर्चा भी चुनाव में उतर सकता है.
केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में भाग लेने वाले उन्नीस किसान निकायों ने भी चुनाव लड़ने की घोषणा की है. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या मोर्चा सभी सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करेगा अथवा नहीं.
पंजाब में राजनीतिक परिदृश्य में पिछले एक वर्ष से अधिक समय में कभी बड़े बदलाव हुए हैं. शिअद ने कृषि कानूनों के मुद्दों पर भाजपा से किनारा कर लिया और बसपा के साथ नया गठबंधन बनाया है. जून 2021 में बने इस गठबंधन में सहमति बनी कि शिअद 97 सीटों पर और बसपा 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
अकाली दल के अलग होने के बाद भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींढसा के नेतृत्व वाली शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ गठबंधन किया. पंजाब में मुख्य विपक्षी दल आम आदमी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने का एलान किया है.
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शिअद और आप ने चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है. शिअद ने 90 से अधिक विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है जबकि आप ने 104 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं.
कांग्रेस ने अभी तक किसी उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है. सभी दल मतदाताओं को लुभाने के लिए अलग-अलग घोषणाएं कर रहे हैं.
(पीटीआई-भाषा)