नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया, जिस पर विपक्षी पार्टियां निशाना साध रही हैं. विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि दिल्ली की कैंची और लखनऊ का फीता काटकर उत्तर प्रदेश में चुनावी उद्घाटन किया जा रहा है. इसको लेकर ईटीवी भारत की वरिष्ठ संवाददाता अनामिका रत्ना ने उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य से खास बातचीत की.
ईटीवी भारत से बात करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि यह पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वांचल के लोगों की जिंदगी को सुगम कर देगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2017 से जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है, लगातार कोई न कोई एक्सप्रेस-वे या सड़कों का निर्माण या फिर विकास कार्य में तेजी आई है. इससे पहले सिर्फ शिलान्यास किए जाते थे.
मौर्य ने कहा कि भले ही अखिलेश यादव और बाकी विपक्षी पार्टियां यह आरोप लगा रही हो कि दिल्ली की कैंची और लखनऊ का फीता काटा गया, लेकिन विपक्षी पार्टियों को यह समझना चाहिए कि किसी विकास कार्य का उद्घाटन तभी किया जाता है, जब वह बनकर तैयार हो जाता है. 2017 में जो काम शुरू किये गए थे, वह अब बनकर तैयार हो रहे हैं तो जाहिर सी बात है, हमारी सरकार ही उसका फीता काटेगी.
अखिलेश यादव ने सिर्फ सपनों में ही सड़क बनाए
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव मात्र शिलान्यास करके विकास कार्यों को कोई गति ही नहीं दी थी. उन्होंने सीधे-सीधे आरोप लगाया कि अखिलेश यादव ने सिर्फ सपनों में ही सड़क बनाए थे, जमीन पर उनके विकास कार्य नहीं देखने को मिले थे और यही वजह है कि वह किसी भी चीज का उद्घाटन नहीं कर पाए और आज वह इस बात को प्रचारित प्रसारित कर रहे हैं कि यह काम उनके समय में शुरू किया गया था.
हमारी सरकार सभी जगह विकास कार्य कर रही
क्या पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का असर पूर्वांचल के वोट बैंक पर पड़ेगा. इस पर यूपी सरकार के मंत्री ने कहा कि भाजपा सिर्फ पूर्वांचल का विकास नहीं कर रही, बल्कि उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम सभी जगह विकास कार्य करवाया गया है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार पूरे प्रदेश में विकास की गंगा बहा रही है.
मंत्री ने कहा कि यदि पूर्व में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वेबन रहा है तो पश्चिम में गंगा एक्सप्रेस-वे बन रहा है. दक्षिण में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे बन रहा है और पूरब में कुशीनगर एयरपोर्ट, पश्चिम में जेवर एयरपोर्ट बन बन रहा है. इसलिए हमारी सरकार के लिए पूरब, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण सभी बराबर है और पूरे उत्तर प्रदेश में विकास के नए आयाम लिखे जा रहे हैं.
लखीमपुर हिंसा में केंद्रीय मंत्री का हाथ नहीं
एक सवाल पर कि विपक्षी पार्टियां बार-बार यह सवाल उठा रही है कि लखीमपुर खीरी घटना में केंद्रीय मंत्री का इस्तीफा क्यों नहीं लिया गया. इसके अलावा किसान आंदोलन क्या पश्चिम में दिशा में असर डालेगा. इस पर उन्होंने कहा कि जब केंद्रीय मंत्री का कोई हाथ ही नहीं था, तो आखिर उनका इस्तीफा सरकार क्यों ले. मामला अदालत में चल रहा है. और जांच कार्रवाई के बाद जिन पर कार्रवाई करनी है, उस पर सरकार कार्रवाई कर रही है, लेकिन जब केंद्रीय मंत्री का हाथ ही नहीं है तो विपक्ष की मांग से कोई फर्क नहीं पड़ता.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जहां तक बात किसान आंदोलन के प्रभाव डालने की है मुझे नहीं लगता कि किसान आंदोलन का कोई प्रभाव चुनाव में पड़ेगा. किसान खुश हैं किसानों को लाभकारी मूल्य दिया जा रहा है इसके अलावा अखिलेश की सरकार के शासन में मात्र 15000 करोड़ का मुआवजा किसानों को दिया गया था जबकि योगी सरकार के समय एक करोड़ 43 लाख हजार गन्ना किसानों का भुगतान हुआ है, जहां तक बात किसान आंदोलन की है वह अदालत में विचाराधीन है और जब कोई कानून ही विचाराधीन है तो वह निष्प्रभावी है.
योगी आदित्यनाथ बनेंगे सीएम
गौरतलब है कि पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऊपर दिए गए एक बयान को लेकर चर्चा में आ गए थे. दरअसल उन्होंने कहा था कि चुनाव के बाद ही मुख्यमंत्री तय होगा. जब ईटीवी भारत ने उनसे यह सवाल किया कि क्या यदि भाजपा जीतती है तो अगला मुख्यमंत्री कौन होगा. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि यूपी में भाजपा सरकार एक बार फिर आएगी और योगी आदित्यनाथ दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे.