गया: बौद्ध भिक्षु के शव के पास से एक झोला बरामद किया गया है. उसमें मोबाइल फोन, पासपोर्ट, चाकू, आधार कार्ड और बिजली के तार सहित अन्य सामान मिले हैं. मृतक बोधगया के किस मठ में रुका हुआ था और कब से रह रहा था, इसकी जांच में पुलिस जुटी है. घटना की स्थिति इस मामले को स्पष्ट नहीं कर रही, कि यह सुसाइड है या फिर हत्या. रस्सी के सहारे शव जमीन पर टिका था. फिलहाल पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया है.
गया में बौद्ध भिक्षु की संदिग्ध मौत: जानकारी के अनुसार बोधगया थाना अंतर्गत पचहटी काली मंदिर के समीप तब दहशत फैल गई, जब एक बौद्ध भिक्षु का शव पेड़ के सहारे फंदे से लटका हुआ देखा गया. लोगों ने इसकी तुरंत सूचना 112 डायल पुलिस को दी. सूचना के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले का रहने वाला था बौद्ध भिक्षु: बोधगया पुलिस ने मृतक के कपड़ों और पास में रहे झोले की जांच की तो उसमें से कई समान मिले हैं, जिसमें मोबाइल, पासपोर्ट, चाकू, आधार कार्ड आदि शामिल हैं. आधार कार्ड से पुलिस ने फिलहाल उसे चिन्हित किया है, जिसके आधार पर मृतक की पहचान हाउवार्ट डेविड संजीव के रूप में की गई है. बताया जाता है कि आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिला अंतर्गत नेतहा नगर जाकिर हुसैन नगर रोड पंचवटी आश्रम का निवासी था. यह पिछले कितने दिनों से बोधगया में रह रहा था, इसका पता पुलिस को स्पष्ट तौर पर नहीं है, लेकिन बताया जा रहा है कि वह किसी बौद्ध मठ में इन दिनों रह रहा था. बोधगया पुलिस ने आधार कार्ड आदि के आधार पर परिजनों से संपर्क करने की कोशिश की है.
हत्या या आत्महत्या?: फिलहाल जिस तरह से शव की स्थिति थी, उससे यह कयास लगाया जा रहा है कि यह घटना पूरी तरह से संदिग्ध है. क्योंकि मृतक बौद्ध भिक्षु का शरीर जमीन के सहारे टिका था. गले में फंदा था और रस्सी पेड़ से लटकाया गया था. वहीं पुलिस का मानना है, कि यह घटना हत्या है या सुसाइड, इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही चल सकेगा. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है. इस संबंध में बोधगया थानाध्यक्ष रूपेश कुमार सिन्हा ने बताया कि एक बौद्ध भिक्षु की लाश मिली है. मामले की जांच की जा रही है.
"पुलिस ने शव की बरामदगी करते हुए उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. मामले की छानबीन की जा रही है. बौद्ध भिक्षु की पहचान आंध्र प्रदेश की रहने वाले के रूप में की गई है. मौत के कारण का स्पष्ट तौर पर पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही चल सकेगा."- रूपेश कुमार सिन्हा, थानाध्यक्ष बोधगया