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बढ़ रहे कोविड के मामले : स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से 'लगातार निगरानी' बनाए रखने को कहा - कोरोना खबर

Covid cases in Kerala : कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया 20 दिसंबर को देश के सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों और स्वास्थ्य सचिवों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं. active Covid cases in India.

Covid cases in India found in Kerala
बढ़ रहे कोविड के मामले
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By IANS

Published : Dec 19, 2023, 10:09 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को भारत के कुछ राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 मामलों में ताजा वृद्धि और नए जेएन.1 सब-वेरिएंट के पहले मामले का पता चलने पर राज्यों को सलाह जारी की. केरल में ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट का नया मामला सामने आया है.

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने राज्‍य सरकारों को भेजे पत्र में देश में कोविड की स्थिति पर लगातार निगरानी बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया है. यह रेखांकित करते हुए कि 'केंद्र और राज्य सरकारों के बीच लगातार और सहयोगात्मक कार्यों के कारण हम कोविड के फैलने पर नियंत्रण बनाए रखने में सक्षम हुए हैं' उन्होंने कहा 'हालांकि, जैसे-जैसे कोविड-19 वायरस फैलता जा रहा है भारत में मौसम की स्थिति और अन्य सामान्य रोगजनकों के प्रसार के साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य में चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए गति बनाए रखना महत्वपूर्ण है.'

यह पत्र तब आया है, जब भारत में सोमवार को कोविड के 1,828 मामले दर्ज किए गए. केरल में मामलों की संख्या सबसे अधिक 1,634 है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए राज्यों को श्‍वसन स्वच्छता के पालन द्वारा बीमारी के फैलाव में वृद्धि के जोखिम को कम करने के लिए आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय और अन्य व्यवस्थाएं करने की सलाह दी.

सभी राज्यों को सलाह दी गई है कि वे सभी जिलों में कोविड परीक्षण दिशानिर्देशों के अनुसार पर्याप्त परीक्षण सुनिश्चित करें और आरटी-पीसीआर और एंटीजन परीक्षणों की अनुशंसित हिस्सेदारी बनाए रखें. उन्हें पता लगाने के लिए एकीकृत स्वास्थ्य सूचना मंच (आईएचआईपी) पोर्टल सहित सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में नियमित आधार पर जिलेवार इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्‍वसन बीमारी (एसएआरआई) मामलों की निगरानी और रिपोर्ट करने के लिए भी कहा गया है.

मंत्रालय ने आरटी-पीसीआर परीक्षणों की संख्या बढ़ाने और भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इंसाकॉग) प्रयोगशालाओं में जीनोम अनुक्रमण के लिए सकारात्मक नमूने भेजने के लिए भी प्रोत्साहित किया, ताकि समय पर नए वेरिएंट का पता लगाया जा सके.

जेएन.1, बीए.2.86 ओमिक्रॉन वेरिएंट का एक सबस्ट्रेन है और अन्य देशों में फैलने से पहले इसे पहली बार अगस्त में लक्ज़मबर्ग में पाया गया था. BA.2.86, जिसे 'पिरोला' संस्करण के रूप में भी जाना जाता है, पहली बार जुलाई में डेनमार्क में पाया गया था. यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार जेएन.1, बीए.2.86 के समान वंश का हिस्सा है और इसमें एक अतिरिक्त स्पाइक उत्परिवर्तन - एल455एस उत्परिवर्तन शामिल है, जिसमें प्रतिरक्षा-विरोधी गुण हैं.

विश्‍व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी मजबूत निगरानी और अनुक्रम साझा करने के लिए कहा है, क्योंकि वैश्विक स्तर पर मामले बढ़ रहे हैं. डब्ल्यूएचओ में कोविड-19 तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, मौजूदा कोविड मामलों में से लगभग 68 प्रतिशत एक्सबीबी सबलाइनेज और जेएन.1 जैसे अन्य समूहों के मामले हैं.

केरल की स्वास्थ्य मंत्री बोलीं-'चिंता न करें, सारी तैयारी है' : केरल में सक्रिय कोविड मामलों की संख्या शीर्ष पर बनी हुई है, पिछले 24 घंटों में 115 ताजा मामले सामने आए हैं, जिससे दक्षिणी राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 1,749 हो गई है. केंद्र के आंकड़ों के अनुसार भारत में सोमवार को 142 नए मामले सामने आए, जिनमें से 115 केरल से सामने आए.

इसे लेकर केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने समीक्षा बैठक के बाद कहा कि रक्षा उपकरणों और दवाओं की कोई कमी नहीं है. मंत्री ने बताया कि अधिक परीक्षण किट और सुरक्षा उपकरण स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं. उच्च स्तरीय बैठक में वर्तमान कोविड स्थिति और अस्पताल की उपलब्धता का मूल्यांकन किया गया. मंत्री ने कहा कि राज्य में निगरानी मजबूत की जाएगी. स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग समन्वय गतिविधियां संचालित करेंगे.

उन्होंने कहा कि अस्पतालों को कोविड रोगियों के लिए विशेष सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए. गैर गंभीर कोविड मरीजों का इलाज मेडिकल कॉलेज में रेफर किए बिना जिले में ही किया जाए. इसके लिए जिलों को कोविड मरीजों के लिए निर्धारित बेड निर्धारित करने चाहिए. मौजूदा योजना ए और बी के अनुसार ऑक्सीजन बेड, आईसीयू और वेंटिलेटर सुनिश्चित किए जाने चाहिए.

गंभीर रूप से बीमार, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए. संक्रमित होने पर इलाज करने वाले अस्पताल में ही इलाज सुनिश्चित किया जाए. अस्पताल के कर्मचारियों और आगंतुकों को ठीक से मास्क पहनना चाहिए. गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों और गर्भवती महिलाओं को भी मास्क पहनना चाहिए.

गुजरात में दो संक्रमित : गुजरात में संक्रमण के दो मामले सामने आए हैं. गांधीनगर के सेक्टर 6 में रहने वाली 59 और 57 साल की महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं. महिलाएं हाल ही में दक्षिण भारत की यात्रा से लौटी थीं. इन मरीजों को पिछले 2 दिनों से ठंड लग रही थी और बुखार था. गांधीनगर नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी कल्पेश गोस्वामी के मुताबिक इन दोनों महिला मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव थी. कोरोना की गाइडलाइन के मुताबिक 7 दिनों के लिए होम आइसोलेशन में रखा गया है. अब उनके जीनोम अनुक्रमण की भी जांच की जाएगी ताकि पता चल सके कि उनमें कोरोना का नया वैरिएंट है या नहीं.

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नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को भारत के कुछ राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 मामलों में ताजा वृद्धि और नए जेएन.1 सब-वेरिएंट के पहले मामले का पता चलने पर राज्यों को सलाह जारी की. केरल में ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट का नया मामला सामने आया है.

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने राज्‍य सरकारों को भेजे पत्र में देश में कोविड की स्थिति पर लगातार निगरानी बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया है. यह रेखांकित करते हुए कि 'केंद्र और राज्य सरकारों के बीच लगातार और सहयोगात्मक कार्यों के कारण हम कोविड के फैलने पर नियंत्रण बनाए रखने में सक्षम हुए हैं' उन्होंने कहा 'हालांकि, जैसे-जैसे कोविड-19 वायरस फैलता जा रहा है भारत में मौसम की स्थिति और अन्य सामान्य रोगजनकों के प्रसार के साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य में चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए गति बनाए रखना महत्वपूर्ण है.'

यह पत्र तब आया है, जब भारत में सोमवार को कोविड के 1,828 मामले दर्ज किए गए. केरल में मामलों की संख्या सबसे अधिक 1,634 है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए राज्यों को श्‍वसन स्वच्छता के पालन द्वारा बीमारी के फैलाव में वृद्धि के जोखिम को कम करने के लिए आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय और अन्य व्यवस्थाएं करने की सलाह दी.

सभी राज्यों को सलाह दी गई है कि वे सभी जिलों में कोविड परीक्षण दिशानिर्देशों के अनुसार पर्याप्त परीक्षण सुनिश्चित करें और आरटी-पीसीआर और एंटीजन परीक्षणों की अनुशंसित हिस्सेदारी बनाए रखें. उन्हें पता लगाने के लिए एकीकृत स्वास्थ्य सूचना मंच (आईएचआईपी) पोर्टल सहित सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में नियमित आधार पर जिलेवार इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्‍वसन बीमारी (एसएआरआई) मामलों की निगरानी और रिपोर्ट करने के लिए भी कहा गया है.

मंत्रालय ने आरटी-पीसीआर परीक्षणों की संख्या बढ़ाने और भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इंसाकॉग) प्रयोगशालाओं में जीनोम अनुक्रमण के लिए सकारात्मक नमूने भेजने के लिए भी प्रोत्साहित किया, ताकि समय पर नए वेरिएंट का पता लगाया जा सके.

जेएन.1, बीए.2.86 ओमिक्रॉन वेरिएंट का एक सबस्ट्रेन है और अन्य देशों में फैलने से पहले इसे पहली बार अगस्त में लक्ज़मबर्ग में पाया गया था. BA.2.86, जिसे 'पिरोला' संस्करण के रूप में भी जाना जाता है, पहली बार जुलाई में डेनमार्क में पाया गया था. यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार जेएन.1, बीए.2.86 के समान वंश का हिस्सा है और इसमें एक अतिरिक्त स्पाइक उत्परिवर्तन - एल455एस उत्परिवर्तन शामिल है, जिसमें प्रतिरक्षा-विरोधी गुण हैं.

विश्‍व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी मजबूत निगरानी और अनुक्रम साझा करने के लिए कहा है, क्योंकि वैश्विक स्तर पर मामले बढ़ रहे हैं. डब्ल्यूएचओ में कोविड-19 तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, मौजूदा कोविड मामलों में से लगभग 68 प्रतिशत एक्सबीबी सबलाइनेज और जेएन.1 जैसे अन्य समूहों के मामले हैं.

केरल की स्वास्थ्य मंत्री बोलीं-'चिंता न करें, सारी तैयारी है' : केरल में सक्रिय कोविड मामलों की संख्या शीर्ष पर बनी हुई है, पिछले 24 घंटों में 115 ताजा मामले सामने आए हैं, जिससे दक्षिणी राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 1,749 हो गई है. केंद्र के आंकड़ों के अनुसार भारत में सोमवार को 142 नए मामले सामने आए, जिनमें से 115 केरल से सामने आए.

इसे लेकर केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने समीक्षा बैठक के बाद कहा कि रक्षा उपकरणों और दवाओं की कोई कमी नहीं है. मंत्री ने बताया कि अधिक परीक्षण किट और सुरक्षा उपकरण स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं. उच्च स्तरीय बैठक में वर्तमान कोविड स्थिति और अस्पताल की उपलब्धता का मूल्यांकन किया गया. मंत्री ने कहा कि राज्य में निगरानी मजबूत की जाएगी. स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग समन्वय गतिविधियां संचालित करेंगे.

उन्होंने कहा कि अस्पतालों को कोविड रोगियों के लिए विशेष सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए. गैर गंभीर कोविड मरीजों का इलाज मेडिकल कॉलेज में रेफर किए बिना जिले में ही किया जाए. इसके लिए जिलों को कोविड मरीजों के लिए निर्धारित बेड निर्धारित करने चाहिए. मौजूदा योजना ए और बी के अनुसार ऑक्सीजन बेड, आईसीयू और वेंटिलेटर सुनिश्चित किए जाने चाहिए.

गंभीर रूप से बीमार, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए. संक्रमित होने पर इलाज करने वाले अस्पताल में ही इलाज सुनिश्चित किया जाए. अस्पताल के कर्मचारियों और आगंतुकों को ठीक से मास्क पहनना चाहिए. गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों और गर्भवती महिलाओं को भी मास्क पहनना चाहिए.

गुजरात में दो संक्रमित : गुजरात में संक्रमण के दो मामले सामने आए हैं. गांधीनगर के सेक्टर 6 में रहने वाली 59 और 57 साल की महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं. महिलाएं हाल ही में दक्षिण भारत की यात्रा से लौटी थीं. इन मरीजों को पिछले 2 दिनों से ठंड लग रही थी और बुखार था. गांधीनगर नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी कल्पेश गोस्वामी के मुताबिक इन दोनों महिला मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव थी. कोरोना की गाइडलाइन के मुताबिक 7 दिनों के लिए होम आइसोलेशन में रखा गया है. अब उनके जीनोम अनुक्रमण की भी जांच की जाएगी ताकि पता चल सके कि उनमें कोरोना का नया वैरिएंट है या नहीं.

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