नई दिल्ली : सबसे पुरानी पार्टी ने फिलिस्तीनी मुद्दे के समर्थन में (resolution supporting Palestine) सोमवार को पारित प्रस्ताव पर कांग्रेस कार्य समिति में विभाजन की रिपोर्टों को मंगलवार को खारिज कर दिया.
सीडब्ल्यूसी सदस्य गौरव गोगोई ने ईटीवी भारत से कहा कि 'कांग्रेस में कोई फूट नहीं है. पार्टी में हर कोई एकमत है. ये उन लोगों की अफवाहें हैं जो सीडब्ल्यूसी के प्रस्ताव पर राजनीति कर रहे हैं. यह बहुत दुख की बात है. इजरायल में घटी घटनाओं से हम सभी दुखी हैं. हम चाहते हैं कि भारतीय वहां सुरक्षित रहें और उनकी सुरक्षित वापसी चाहते हैं. सरकार को यही करना चाहिए.' (Congress Slams BJP)
ये संकल्प पढ़ा गया : 'सीडब्ल्यूसी मध्य पूर्व में छिड़े युद्ध पर अपनी निराशा और पीड़ा व्यक्त करती है, जहां पिछले दो दिनों में एक हजार से अधिक लोग मारे गए हैं. सीडब्ल्यूसी फिलिस्तीनी लोगों के भूमि, स्व-शासन और गरिमा और सम्मान के साथ जीने के अधिकारों के लिए अपने दीर्घकालिक समर्थन को दोहराती है. सीडब्ल्यूसी तत्काल युद्धविराम का आह्वान करती है और वर्तमान संघर्ष को जन्म देने वाले अनिवार्य मुद्दों सहित सभी लंबित मुद्दों पर बातचीत शुरू करने का आह्वान करती है.'
सीडब्ल्यूसी के प्रस्ताव पर प्रह्लाद जोशी, कैलाश विजयवर्गीय और तेजस्वी सूर्या जैसे भाजपा नेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आईं, जिन्होंने कथित तौर पर 'आतंकवादियों' का समर्थन करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की.
फ़िलिस्तीन मुद्दे पर पूर्व प्रधानमंत्री के समर्थन को याद करते हुए गोगोई ने कहा कि 'कैलाश विजयवर्गीय को पूर्व प्रधानमंत्री एबी वाजपेयी का बयान पढ़ना चाहिए. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद से वे कांग्रेस से इतने परेशान हो गए हैं कि अपने ही नेताओं को भूल गए हैं.'
उन्होंने कहा कि 'प्रह्लाद जोशी से मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि भगवान उन्हें सद्बुद्धि दे.' उन्होंने कहा कि 'कांग्रेस चाहे कुछ भी कहे, भाजपा का अपना एक निश्चित रुख है.'
कांग्रेस नेताओं ने भाजपा नेता तेजस्वी सूर्या के बयान की भी आलोचना की. तेजस्वी सूर्या टिप्पणी की थी कि 'इज़रायल युद्ध पर सीडब्ल्यूसी का प्रस्ताव इस बात का उत्कृष्ट उदाहरण है कि कैसे भारतीय विदेश नीति कांग्रेस की अल्पसंख्यक वोट बैंक की राजनीति की बंधक थी, जब तक कि मोदी नहीं आए. साथ ही यह ध्यान देने की जरूरत है कि अगर हम 2024 में सतर्क नहीं रहे तो चीजें कितनी जल्दी शून्य पर वापस चली जाएंगी.'
कर्नाटक कांग्रेस के प्रवक्ता लावण्या बल्लाल जैन ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सांसद की 'अल्पकालिक स्मृति हानि' हो गई है. वहीं प्रधानमंत्री के बयान में कहा गया था कि 'फ़िलिस्तीनी लोगों के साथ अंतरराष्ट्रीय एकजुटता दिवस पर मैं फ़िलिस्तीनी मुद्दे के प्रति भारत के अटूट समर्थन को दोहराता हूं. फ़िलिस्तीन के मित्रवत लोगों के साथ भारत के संबंध हमारे साझा इतिहास में निहित हैं. हमने फ़िलिस्तीनी लोगों के सम्मान और आत्मनिर्भरता के साथ आर्थिक और सामाजिक विकास में हमेशा उनका समर्थन किया है.'
गोगोई ने बताया कि कांग्रेस के संचार प्रभारी जयराम रमेश ने पहले ही इजरायल पर हमास के ताजा हमलों पर पार्टी का रुख स्पष्ट कर दिया है. 8 अक्टूबर को जारी अपने बयान में रमेश ने कहा था कि 'कांग्रेस ने इजरायल के लोगों पर क्रूर हमलों की निंदा की और कहा कि कांग्रेस का हमेशा मानना था कि आत्म-सम्मान, समानता और सम्मान के जीवन के लिए फिलिस्तीनी लोगों की वैध आकांक्षाएं केवल बातचीत और बातचीत की प्रक्रिया के माध्यम से पूरी की जानी चाहिए.'