पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हिंसा में जो लोग भी शामिल हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. सीएम ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि एक जगह जिनको (अमित शाह) जाना था, वहां (सासाराम) जान-बूझकर हिंसा करवाई गई है. वहीं दूसरी जगह बिहारशरीफ में क्यों दंगा कराने की कोशिश की है, हम सब लोग समझ रहे हैं लेकिन सरकार, प्रशासन और सब लोगों की कोशिश से अब मामला शांत हो गया है. लोगों से भी मेरी अपील है कि मिलजुलकर रहें और दंगा-फसाद से बचें.
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"दो लोग है, समझ लीजिए. एक राज कर रहा है और दूसरा उसके साथ है, उसका एजेंट है. वो मिलकर इधर-उधर कर रहा है. इस देश के संविधान को जरा देख लीजिए. क्या खाली गवर्नर से बात की जाती है. राज्य में कुछ होता है तो क्या राज्यपाल से बात की जाती है या वहां की सरकार से बात की जाती है. अब समझ लीजिए"- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
मोदी-शाह पर नीतीश का तंज: नीतीश कुमार ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि कहीं कोई काम नहीं हो रहा है. ये लोग सिर्फ प्रचार करते रहते हैं. देश की सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है और इधर-उधर करते रहते हैं. हमलोग इतना काम करते हैं लेकिन उसकी कहीं कोई चर्चा नहीं होती. बीजेपी नेताओं पर हमला करते हुए सीएम ने कहा कि ये लोग जो मेरे खिलाफ इतना बोलते रहते हैं, जरा बताइये कि कितने दिनों से ये लोग राजनीति में हैं. श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के समय में जो पार्टी थी, वह कितना अच्छा काम करती थी और आज देखिये.
सीएम का गृहमंत्री को जवाब: अमित शाह के उस बयान पर भी मुख्यमंत्री ने पलटवार किया है, जिसमें गृहमंत्री ने कहा था कि बीजेपी की सरकार बनेगी तो दंगाई को उल्टा लटका देंगे. नीतीश ने कहा कि मेरी नजर हर जगह है. भूलना नहीं चाहिए कि 2017 में जब मैं महागठबंधन को छोड़कर बीजेपी के साथ गया था, तब एक बड़े नेता (अश्विनी चौबे) के बेटे (अर्जित शाश्वत) को गिरफ्तार कर जेल भिजवाया था. मैं सभी लोगों को अलर्ट करना चाहता हूं कि ऐसे लोगों से सावधान रहें और आपस में मिलकर रहें. बिहार में कभी दंगा नहीं होता. यहां के लोग शांति से रहते आए हैं.