पटना: बिहार की राजधानी पटना में नशा मुक्ति दिवस (Nasha Mukti Diwas in Bihar) के अवसर पर मद्य निषेध विभाग ने कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) और मद्य निषेध विभाग के मंत्री सुनील कुमार सिंह समेत तमाम मंत्रियों और प्रशासनिक अफसरों ने शिरकत की. इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश ने जनता को संबोधित भी किया. उन्होंने कहा कि नशा स्वास्थ्य और स्वस्थ्य समाज के लिए ठीक नहीं है इसलिए शराब छोड़ें. जो लोग शराब का धंधा छोड़ेंगे उनको राज्य सरकार 1 लाख रुपए की आर्थिक मदद करेगी.
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शराब का धंधा छोड़ने वाले को 1 लाख रुपए की आर्थिक मदद: सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोग शराब से मुक्त हों इसके लिए उनकी सरकार अभियान चला रही है. सरकार पूरी तरह से मिशन मोड में जुटी हुई है. फिर भी कुछ लोग गड़बड़ करने वाले लोग गड़बड़ कर रहे हैं. उनकी सरकार का प्रयास है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी से खुशहाली आए. इसीलिए जो लोग शराब का धंधा कर रहे हैं वो उसे छोड़कर सरकार द्वारा दी जा रही सहायता का लाभ लें.
सीएम नीतीश ने अफसरों को दिए निर्देश: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्टेज पर मौजूद पटना के डीएम और एसएसपी को भी पूर्ण शराबबंदी को पटना जिला में पूरी तरह से लागू करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना बिहार की राजधानी है और जहां विशेष निगरानी की जरूरत है. इसीलिए आप लोग इस पर काम कीजिए ध्यान दीजिए. साथ ही हॉल में मौजूद अधिकारियों को भी उन्होंने नसीहत दी. सीएम ने कहा कि अगर समाज का अगर कल्याण करना है तो समाज को नशा मुक्त करने से ही हो सकता है.
पूर्ण शराबबंदी अभियान को विभाग तेज करे: उन्होंने कहा कि पूर्ण शराबबंदी अभियान को और आगे बढ़ाने का काम विभाग के अधिकारी तेजी से करें, जिससे कि जो बड़े शराब तस्कर है वह पकड़ में आएं. साथ ही उन्होंने कहा कि शराब बनाने के धंधे को छोड़ देंगे सरकार उन्हें आर्थिक सहायता कर रही है. आगे भी सरकार सहायता करती रहेगी. अभी तक 40000 से ज्यादा लोगों को सरकार ने आर्थिक सहायता करके दूसरे धंधे में लगने का काम शुरू किया है. जो लोग हैं उन्हें भी कार्यक्रम चलाकर शराब के धंधे को छोड़कर दूसरे धंधे में उन्हें लाना है इसको लेकर विभाग काम कर रहा है.
''जो लोग शराब बेचना या ताड़ी बेचना बंद कर देंगे, उन्हें राज्य सरकार मदद करेगी. इसी के तहत शराबबंदी से पहले जो लोग शराब का कारोबार करते थे और दारूबंदी के बाद बेरोजगार हो गए, उन्हें राज्य सरकार नया रोजगार करने के लिए 60 हजार रुपये दिया गया. इसी योजना के तहत अब तक 40 हजार से अधिक परिवारों को लाभ दिया गया. राज्य सरकार अब 60 हजार को बढ़ा कर एक लाख करने जा रही है. शराब और ताड़ी बेचने वाले अगर ये धंधा छोड़ते हैं तो सरकार उन्हें ये रकम देगी.'' - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री