ETV Bharat / bharat

लोकसभा में वन नेशन, वन इलेक्शन बिल पेश, किस तरफ जाएगी BJD, पार्टी ने साफ नहीं किया अपना रुख - ONE NATION ONE ELECTION

Sasmit Patra: बीजेडी नेता सस्मित पात्रा ने मीडिया से बात करते हुए पार्टी में दलबदल की खबरों को खारिज कर दिया है.

बीजेडी नेता सस्मित पात्रा
बीजेडी नेता सस्मित पात्रा (ANI)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : 2 hours ago

नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र 2024 के दौरान कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मंगलवार को 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' विधायक लोकसभा में पेश किया. हालांकि, कई पार्टियों ने अपने समर्थन की बात कही है, लेकिन एनडीए के पुराने साथी बीजू जनता दल (BJD) ने बिल को लेकर अभी तक अपना रुख साफ नहीं किया है.

बिल को लेकर बीजेडी नेता सस्मित पात्रा ने मंगलवार को कहा कि पार्टी एक साथ चुनाव कराने के मुद्दे पर लोकसभा में पेश दो विधेयकों के विवरण की जांच करने के बाद अपना रुख तय करेगी. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बीजू जनता दल के प्रमुख नवीन पटनायक इस मामले से वाकिफ हैं.

दलबदल की खबरों को किया खारिज
गौरतलब है कि बीजेडी के सभी सात राज्यसभा सांसदों ने मंगलवार को यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और नवीन पटनायक को अपना समर्थन व्यक्त किया . इस दौरान पार्टी में दलबदल की खबरों को खारिज कर दिया, जिसने इस बार एक भी लोकसभा सीट नहीं जीती.

विधेयक की कॉपी जारी होने के बाद फैसला
'एक राष्ट्र, एक चुनाव' विधेयक पर बीजद के रुख के बारे में पूछे जाने पर पात्रा ने कहा कि पार्टी प्रमुख नवीन पटनायक इस मामले से अवगत हैं." उन्होंने कहा, "बीजेडी की लोकसभा में उपस्थिति नहीं है. जब विधेयक राज्यसभा में आएंगे, तब पार्टी कोई निर्णय लेगी. अध्यक्ष नवीन पटनायक इस मामले से अवगत हैं, विधेयक की कॉपी जारी होने के बाद हम इसकी जांच करेंगे और पार्टी द्वारा कोई निर्णय लिया जाएगा."

पार्टी में कथित दलबदल के बारे में पात्रा ने कहा, "बीजेडी के सात राज्यसभा सांसद हैं, जिन्हें सोशल मीडिया पर लगातार निशाना बनाया जा रहा है. चिंता की बात यह है कि वे लगातार कह रहे हैं कि हम दलबदल कर रहे हैं." पात्रा ने दलबदल के दावों को पूरी तरह से झूठा और मनगढ़ंत करार देते हुए कहा कि हम चाहते थे कि सभी सातों सांसद एक साथ प्रेस मीटिंग में आएं और दृढ़ता से कहें कि हम नवीन पटनायक और बीजू जनता दल के साथ हैं. कोई भी नहीं जा रहा है.

बता दें कि बीजेडी नरेंद्र मोदी सरकार के पिछले दो कार्यकालों में कई मौकों पर संसद में सत्तारूढ़ भाजपा की मदद के लिए आगे आई थी, यहां तक ​​कि 2009 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग होने के बाद भी पार्टी ने बीजेपी का साथ दिया था.

हालांकि, राज्य विधानसभा चुनाव हारने और लोकसभा सांसद न होने के बाद बीजेडी ने घोषणा की कि वह संसद के ऊपरी सदन में मजबूत और वाइब्रेंट विपक्ष के रूप में काम करेगी. हालांकि, पार्टी विपक्षी इंडिया ब्लॉक का भी हिस्सा नहीं है.

यह भी पढे़ं- राष्ट्रपति की फेक आईडी मामले में एफआईआर दर्ज, जांच में जुटी पुलिस

नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र 2024 के दौरान कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मंगलवार को 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' विधायक लोकसभा में पेश किया. हालांकि, कई पार्टियों ने अपने समर्थन की बात कही है, लेकिन एनडीए के पुराने साथी बीजू जनता दल (BJD) ने बिल को लेकर अभी तक अपना रुख साफ नहीं किया है.

बिल को लेकर बीजेडी नेता सस्मित पात्रा ने मंगलवार को कहा कि पार्टी एक साथ चुनाव कराने के मुद्दे पर लोकसभा में पेश दो विधेयकों के विवरण की जांच करने के बाद अपना रुख तय करेगी. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बीजू जनता दल के प्रमुख नवीन पटनायक इस मामले से वाकिफ हैं.

दलबदल की खबरों को किया खारिज
गौरतलब है कि बीजेडी के सभी सात राज्यसभा सांसदों ने मंगलवार को यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और नवीन पटनायक को अपना समर्थन व्यक्त किया . इस दौरान पार्टी में दलबदल की खबरों को खारिज कर दिया, जिसने इस बार एक भी लोकसभा सीट नहीं जीती.

विधेयक की कॉपी जारी होने के बाद फैसला
'एक राष्ट्र, एक चुनाव' विधेयक पर बीजद के रुख के बारे में पूछे जाने पर पात्रा ने कहा कि पार्टी प्रमुख नवीन पटनायक इस मामले से अवगत हैं." उन्होंने कहा, "बीजेडी की लोकसभा में उपस्थिति नहीं है. जब विधेयक राज्यसभा में आएंगे, तब पार्टी कोई निर्णय लेगी. अध्यक्ष नवीन पटनायक इस मामले से अवगत हैं, विधेयक की कॉपी जारी होने के बाद हम इसकी जांच करेंगे और पार्टी द्वारा कोई निर्णय लिया जाएगा."

पार्टी में कथित दलबदल के बारे में पात्रा ने कहा, "बीजेडी के सात राज्यसभा सांसद हैं, जिन्हें सोशल मीडिया पर लगातार निशाना बनाया जा रहा है. चिंता की बात यह है कि वे लगातार कह रहे हैं कि हम दलबदल कर रहे हैं." पात्रा ने दलबदल के दावों को पूरी तरह से झूठा और मनगढ़ंत करार देते हुए कहा कि हम चाहते थे कि सभी सातों सांसद एक साथ प्रेस मीटिंग में आएं और दृढ़ता से कहें कि हम नवीन पटनायक और बीजू जनता दल के साथ हैं. कोई भी नहीं जा रहा है.

बता दें कि बीजेडी नरेंद्र मोदी सरकार के पिछले दो कार्यकालों में कई मौकों पर संसद में सत्तारूढ़ भाजपा की मदद के लिए आगे आई थी, यहां तक ​​कि 2009 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग होने के बाद भी पार्टी ने बीजेपी का साथ दिया था.

हालांकि, राज्य विधानसभा चुनाव हारने और लोकसभा सांसद न होने के बाद बीजेडी ने घोषणा की कि वह संसद के ऊपरी सदन में मजबूत और वाइब्रेंट विपक्ष के रूप में काम करेगी. हालांकि, पार्टी विपक्षी इंडिया ब्लॉक का भी हिस्सा नहीं है.

यह भी पढे़ं- राष्ट्रपति की फेक आईडी मामले में एफआईआर दर्ज, जांच में जुटी पुलिस

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.