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छठ पूजा 2022 : यह है अर्घ्य देने का सबसे सटीक समय, जानें सूर्यास्त व सूर्योदय के बारे में

चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में पहला अर्घ अस्ताचल सूर्य को 30 अक्टूबर 2022 को दिया जाएगा, जबकि दूसरा अर्घ उगते हुए सूर्य को 31 अक्टूबर को दिया जाएगा. इस दोनों समय में सूर्यास्त व सूर्योदय के हिसाब से अर्घ देने की परंपरा है...

Chhath Puja 2022 Correct Timing For Arghya
छठ पूजा 2022
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Published : Oct 29, 2022, 5:01 PM IST

छठ पूजा 2022 में आज खरना के बाद कल पहले अर्घ की तैयारी शुरू हो जाएगी. चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में पहला अर्घ अस्ताचल सूर्य को 30 अक्टूबर 2022 को दिया जाएगा, जबकि दूसरा अर्घ उगते हुए सूर्य को 31 अक्टूबर को दिया जाएगा. इस दोनों समय में सूर्यास्त व सूर्योदय के हिसाब से अर्घ देने की परंपरा है और जहां पर सूर्य देव जिस समय अस्ताचल में जाएंगे वहां उसी समय अर्घ दिया जाएगा और अगले दिन जिस समय वह उदीयमान होंगे उसी समय अर्घ देकर चार दिवसीय पर्व का समापन किया जाएगा. फिर भी इसके शुभ व सटीक समय की जानकारी जरुरी है.

पहला अर्घ्य : 30 अक्टूबर 2022 को शाम 5 बजकर 34 मिनट पर
दूसरा अर्घ : 31 अक्टूबर 2022 को सुबह 6 बजकर 27 मिनट पर

कभी कभी ऐसा होता है कि बादल होने या किसी और कारण से सूर्योदय व सूर्यास्त का सही समय नहीं पता चल पाता है. इसीलिए इन दोनों दिन सही समय की जानकारी जरूरी है. इस साल छठ पूजा के दौरान सूर्य देव को पहला अर्घ्य 30 अक्टूबर 2022 को शाम 5 बजकर 34 मिनट पर दिया जा सकता है, जबकि अगले दिन उगते सूर्य को अर्घ्य 31 अक्टूबर 2022 को सूर्योदय के समय 6 बजकर 27 मिनट पर देना शुभ होगा.

Chhath Puja 2022 Correct Timing For Arghya
छठ पूजा 2022

आपको बता दें कि छठ पूजा का पर्व कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को संतान की लंबी उम्र के साथ साथ पूरे परिवार के स्वास्थ्य, उज्जवल भविष्य, दीर्घायु और सुखमय जीवन की कामना के लिए मनाया जाता है, जिसमें महिला और पुरुष अपनी श्रद्धा व सामर्थ्य के हिसाब से 36 घंटों तक कठिन नियमों का पालन करते हुए चौबीस घंटे से अधिक समय तक निर्जला व्रत रखकर करते हैं.

संबंधित खबरें.. छठ पूजा 2022 : ऐसी हैं लोक आस्था के महापर्व छठ को मनाए जाने की पौराणिक कथाएं

Chhath Puja 2022 : इन बातों का रखना चाहिए खासतौर पर ध्यान, नहीं तो खंडित हो जाती है पूजा

छठ पूजा का व्रत सबसे कठिन व्रतों में से एक है. यह पर्व चतुर्थी से आरंभ होकर सप्तमी तिथि को प्रातः सूर्योदय के समय अर्घ्य देने के बाद समाप्त किया जाता है. छठ महापर्व नहाय-खाय से आरंभ होता है और खरना के पश्चात व्रत शुरू किया जाता है.

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छठ पूजा 2022 में आज खरना के बाद कल पहले अर्घ की तैयारी शुरू हो जाएगी. चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में पहला अर्घ अस्ताचल सूर्य को 30 अक्टूबर 2022 को दिया जाएगा, जबकि दूसरा अर्घ उगते हुए सूर्य को 31 अक्टूबर को दिया जाएगा. इस दोनों समय में सूर्यास्त व सूर्योदय के हिसाब से अर्घ देने की परंपरा है और जहां पर सूर्य देव जिस समय अस्ताचल में जाएंगे वहां उसी समय अर्घ दिया जाएगा और अगले दिन जिस समय वह उदीयमान होंगे उसी समय अर्घ देकर चार दिवसीय पर्व का समापन किया जाएगा. फिर भी इसके शुभ व सटीक समय की जानकारी जरुरी है.

पहला अर्घ्य : 30 अक्टूबर 2022 को शाम 5 बजकर 34 मिनट पर
दूसरा अर्घ : 31 अक्टूबर 2022 को सुबह 6 बजकर 27 मिनट पर

कभी कभी ऐसा होता है कि बादल होने या किसी और कारण से सूर्योदय व सूर्यास्त का सही समय नहीं पता चल पाता है. इसीलिए इन दोनों दिन सही समय की जानकारी जरूरी है. इस साल छठ पूजा के दौरान सूर्य देव को पहला अर्घ्य 30 अक्टूबर 2022 को शाम 5 बजकर 34 मिनट पर दिया जा सकता है, जबकि अगले दिन उगते सूर्य को अर्घ्य 31 अक्टूबर 2022 को सूर्योदय के समय 6 बजकर 27 मिनट पर देना शुभ होगा.

Chhath Puja 2022 Correct Timing For Arghya
छठ पूजा 2022

आपको बता दें कि छठ पूजा का पर्व कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को संतान की लंबी उम्र के साथ साथ पूरे परिवार के स्वास्थ्य, उज्जवल भविष्य, दीर्घायु और सुखमय जीवन की कामना के लिए मनाया जाता है, जिसमें महिला और पुरुष अपनी श्रद्धा व सामर्थ्य के हिसाब से 36 घंटों तक कठिन नियमों का पालन करते हुए चौबीस घंटे से अधिक समय तक निर्जला व्रत रखकर करते हैं.

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Chhath Puja 2022 : इन बातों का रखना चाहिए खासतौर पर ध्यान, नहीं तो खंडित हो जाती है पूजा

छठ पूजा का व्रत सबसे कठिन व्रतों में से एक है. यह पर्व चतुर्थी से आरंभ होकर सप्तमी तिथि को प्रातः सूर्योदय के समय अर्घ्य देने के बाद समाप्त किया जाता है. छठ महापर्व नहाय-खाय से आरंभ होता है और खरना के पश्चात व्रत शुरू किया जाता है.

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