पटनाः बिहार से इस वक्त बड़ी खबर आ रही है. आरजेडी एमएलसी और बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह और राज्यसभा सांसद अशफाक करीम, आरजेडी सांसद फैयाद अहमद, पूर्व एमएलसी सुबोध राय और पूर्व विधायक अबू दुजाना के ठिकानों पर रेड (CBI Raids On RJD Leaders Residence In Bihar) पड़ी है. सुनील सिंह आरजेडी के एमएलसी भी हैं. केन्द्रीय एजेंसी ने यह कार्रवाई नौकरी के बदले जमीन के मामले को लेकर की है.
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तेजस्वी के गुरुग्राम स्थित मॉल पर रेडः बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के गुरूग्राम स्थित अर्नब क्यूब्स मॉल में भी बुधवार को सीबीआई ने छापेमारी की है. जानकारी के अनुसार, इस मॉल में तेजस्वी यादव की हिस्सेदारी है. ये मामला भी नौकरी के बदले जमीन से जुड़ा बताया जा रहा है. दरअसल, आरोप ये है कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे, तो उस दौरान उन्होंने रेलवे में नौकरी के बदले कई जगहों पर जमीन लिखवाई थी. इसमें आरोप है कि तेजस्वी यादव के नाम भी कई जमीन लिखवाई गई थी. हालांकि, तेजस्वी उस वक्त नाबालिग थे.
RJD नेता सुनील कुमार सिंह के घर पर छापा: आज सुबह आरजेडी नेता सुनील कुमार सिंह के ठिकाने पर अचानक सीबीआई की छापेमारी शुरू हो गई. सुनील कुमार सिंह पार्टी के कोषाध्यक्ष भी हैं. सुनील कुमार सिंह लालू परिवार के करीबी भी माने जाते हैं. सीबीआई ने यह रेड जेडी विमेंस कालेज के पास स्थित एक अपार्टमेंट में की है, जहां पर सुनिल सिंह रहते हैं. सीबीआई की कार्रवाई की खबर सुनते ही सुनील कुमार के सैकड़ों समर्थक उनके घर के बाहर पहुंच गए हैं और सीबीआई के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर करने लगे.
सीबीआई की इस छापेमारी को लेकर सुनील सिंह ने सवाल करते हुए कहा, "आज का ही दिन छापेमारी के लिए क्यों चुना गया है. जानबूझ कर आरजेडी को परेशान किया जा रहा है. ये सब केंद्र सरकार के इशारे पर हो रहा है."
अशफाक करीम के पटना और कटिहार के ठिकानों पर रेडः उधर आरजेडी नेता और राज्यसभा सांसद अशफाक करीम के पटना और कटिहार स्थित आवास पर भी केंद्रीय जांच एजेंसी का छापा पड़ा है. जहां भारी संख्या में सीआरपीएफ के जवान भी छापेमारी के दौरान मौजूद हैं. यहां भी सुबह से ही छापेमारी जारी है.
RJD नेता फैयाज अहमद के ठिकानों पर छापेमारीः आरजेडी सांसद फैयाज अहमद के मधुबनी स्थित घर और संस्थान पर भी छापे पड़े हैं. यहां भी केंद्रीय सुरक्षा बल के साथ पहुंची सीबीआई की टीम उनके घर की तलाशी ले रही है. इसके अलावा राज्य के पूर्व एमएलसी सुबोध राय पूर्व विधायक अबू दुजाना के ठिकानों पर भी सीबीआई की रेड चल रही है.
इधर, जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार सीबीआई और ईडी का बिहार में खतरनाक तरीके से राजनीति इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने कहा, "राज्य सरकार आज विधानसभा में बहुमत परीक्षण करने वाली है और आप सीबीआई, ईडी से शक्ति परीक्षण करवा रहे हैं. मगर आप महागठबंधन के विधायकों पर दबाव नहीं बना पाएंगे. बिहार की जनता सब देख रही है."
''आज बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट है और इन्होंने (BJP) डराने के लिए आज का दिन चुना है, आप राजनीतिक रूप से लड़ाई नहीं लड़ सकते हैं. आप इन्हें ED, CBI की नहीं आप इन्हें भाजपा की रेड कहिए. ये संगठन भाजपा के लिए काम करती है'' - मनोज झा, राज्यसभा सांसद, आरजेडी
''बीजेपी की सरकार न तो किसी को फंसाती है और न ही बचाती है. ये जो आज सीबीआई की रेड आरजेडी एमएलसी के घर पर हो रही है, इसकी शिकायत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही सीबीआई से की थी. जब बिधानसभा चुनाव के समय स्कॉर्पियो में पैसा पकड़ाया था, मामला उसी समय का है. इसीलिए इसके बारे में हम कुछ नहीं कह सकते हैं" - संजय जायसवाल, अध्यक्ष, बिहार बीजेपी
क्या है रेलवे भर्ती घोटाला : दरअसल, रेलवे भर्ती घोटाला भी साल 2004 से 2009 के बीच के समय का है. लालू यादव जब केंद्रीय रेल मंत्री थे तो नौकरी लगवाने के बदले जमीन और प्लॉट लिए गए थे. इस मामले में 18 मई को केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव समेत अन्य लोगों के खिलाफ एफआई दर्ज की थी. इसी साल मई 2022 में एक साथ 17 ठिकानों पर छापेमारी भी की गई थी. आरोप है कि रेलवे में ग्रुप डी में नौकरी के बदले पटना में प्रमुख संपत्तियों को लालू के परिवार के सदस्यों को बेची या गिफ्ट में दी गई थी.
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