मुजफ्फरपुर (बिहार) : फिल्म मेकर लीना मणिमेकलाई (Filmmaker Leena Manimekalai) की अपकमिंग शॉर्ट फिल्म काली का विवाद (Kaali Documentary Film Poster Controversy) अब अदालत में पहुंच गया है. बिहार के मुजफ्फरपुर कोर्ट में इस फिल्म से हस्तियों पर परिवाद दायर हुआ है. इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म की डायरेक्टर लीना मणिमेकलाई, एसोसिएट प्रोड्यूसर आशा पुंचक और लेखक प्रणव श्रवण के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है.
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कई धाराओं के तहत मामला दर्ज : दायर मुकदमें में कहा गया है कि हिंदू देवी देवताओं का विवादित फोटो बनाकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई गयी है. मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है. कई सोशल प्लेटफॉर्म पर इसे प्रसारित भी किया गया है. ऐसे में इस सीन को फिल्म से हटाया जाए. साथ ही अन्य प्लेटफॉर्म से इसे डिलीट किया जाए. इस परिवाद में आईपीसी की धारा 295, 297, 298, 504 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
''फिल्म काली में मां भगवती का जो स्वरूप दिखाया गया है, यह जान-बूझकर हिन्दु भावनाओं को ठेस पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया है. इसी को लेकर सीजीएम मुजफ्फरपुर की अदालत में परिवाद दायर किया है. लीना मणिमेकलाई, आशा पुंचक और प्रणव श्रवण पर मामला दर्ज किया है. 16 जुलाई को मामले की सुनवाई होगी. हमने न्यायालय से मांग की है कि जो पोस्टर जारी किया गया है उसे तुरंत हटाया जाए.'' - सुधीर ओझा, अधिवक्ता सह परिवादी
दिल्ली और लखनऊ में भी शिकायत दर्ज : बता दें इससे पहले लखनऊ के हजरतगंज थाने में फिल्म मेकर समेत 3 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर किया गया था. लखनऊ के वजीरगंज के रहने वाले अधिवक्ता वेद प्रकाश शुक्ला ने तहरीर दी थी. दिल्ली में साइबर सेल में शिकायत दर्ज करायी गयी है. गो महासभा के अध्यक्ष अजय गौतम ने दिल्ली कमिश्नर और गृह मंत्रालय को शिकायत दी है. उन्होंने शिकायत में बताया है कि काली माता को जिस तरह से पोस्टर में दिखाया गया उससे हिन्दुओं की धार्मिक भावना आहत होती है.
क्या है पूरा मामला? : फिल्ममेकर लीना मणिमेकलाई ने 2 जुलाई को अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म का पोस्टर शेयर किया था. काली नाम की डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर में हिंदू देवी के फिल्मी पात्र को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था. साथ ही, पोस्टर में मां काली के एक हाथ में एलजीबीटी समुदाय का सतरंगा झंडा दिखाया गया है.
पोस्टर विवाद पर लीना मणिमेकलई ने क्या कहा : फिल्म के पोस्टर पर हो रहे विवाद पर फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई ने ट्वीट करके अपना पक्ष रखा था. उन्होंने कहा था कि फिल्म उन घटनाओं के इर्द-गिर्द घूमती हैं जो उस शाम की है जब काली प्रकट होती हैं और टोरंटो की सड़कों पर टहलती हैं.
कौन हैं लीना मणिमेकलाई : डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' की डायरेक्टर लीना मणिमेकलाई ने 2002 में शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री मथप्पा से अपनी फिल्मी सफर को शुरू किया. साल 2011 में लीना की पहली फीचर फिल्म सेंगडल रिलीज हुई थी. धनुष्कोडी के मछुआरों पर यह फिल्म बनी थी. जिनका जीवन श्रीलंका में एथनिक वॉर की वजह से बहुत प्रभावित हो रहा था. फिल्म को लेकर काफी बवाल भी हुआ था. उन्हें कानूनी लफड़े में भी फंसना पड़ा था. लीना मणिमेकलाई फिल्ममेकर के साथ-साथ कवियित्री और एक्ट्रेस भी हैं. उन्होंने कई डॉक्यूमेंट्री, फिक्शन और एक्सपेरिमेंटल पोयम फिल्में बनायी हैं. 5 कविता संकल भी प्रकाशित करवायी हैं.