पटना : भारतीय जनता पार्टी के सांसद और युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर 'युवा समागम' में पटना पहुंचे. उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए मीडिया के माध्यम से कहा कि ''आज का ये कार्यक्रम युवाओं के सामर्थ्य को देश से जोड़ने का है. आज हर वर्ग का युवा भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ रहा है.'' तेजस्वी सूर्या ने इस दौरान कांग्रेस और राम मंदिर को लेकर विरोधी बयान देने वालों पर तीखा हमला भी बोला है.
''आज भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेतृत्व में बिहार प्रदेश में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया है. पटना में सभी युवा जन प्रतिनिधियों को और युवाओं का एक बड़ा सम्मेलन हमने आयोजित किया है. बिहार देश के लोक संस्कृति की जननी भी है और आने वाले अमृत काल में बिहार के युवाओं का देश के लिए योगदान भी रहने वाला है. ऐसे संदर्भ में बिहार में सुशासन आधारित राजनीति स्थापित करना और युवाओं को केंद्रित करते हुए शासन करने वाले एक व्यवस्था को निर्माण करना, आज से इसको लेकर भारतीय युवा मोर्चा की ओर से संकल्प किया जाएगा.''- तेजस्वी सूर्या, राष्ट्रीय अध्यक्ष, भाजयुमो
विवेकानंद की जयंती पर युवा शक्ति पर फोकस : स्वामी विवेकानंद की जयंती के बहाने बीजेपी यूथ को जोड़ रही है. युवा शक्ति ने अगर मूड बना लिया तो ऊर्जा से भरा यह यूथ बीजेपी के लिए रीढ़ की हड्डी की तरह काम करेगा. यही वजह है कि हर पार्टी युवाओं को अपने पाले में डालने के लिए तरह तरह के आयोजन करती है. बीजेपी भी इसी तरह का जतन कर युवाओं को रिझाने का काम कर रही है. तेजस्वी सूर्या युवाओं के आईकन भी हैं. ऐसे में बीजेपी चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा युवा पार्टी के साथ जुड़ें और पार्टी की मजबूती का हिस्सा बनें.
बिहार ही क्यों? : सवाल ये भी है कि बीजेपी ने इसके लिए आखिर बिहार ही क्यों चुना? आंकड़ों की मानें तो बिहार में 13 करोड़ की आबादी में 58 फीसदी आबादी युवाओं की है. राज्य में 2023 की अंतिम मतदाता सूची में सात करोड़ 58 लाख मतदाता थे. ऐसे में पूरे देश में सबसे युवा आबादी वाला राज्य बिहार है. देश में सबसे कम 19.9 साल औसत आयु बिहार की है. बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं. बीजेपी मिशन 40 पर काम कर रही है. बिना युवा को साधे इस लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा सकता है. वो युवा जो हाल ही में वोटर बनें हैं बीजेपी चाहती है कि वो हर हाल में उनसे जुड़ जाएं.
सर्वाधिक युवा आबादी वाला प्रदेश : आंकड़ें देखें तो 13 करोड़ आबादी वाले बिहार में बड़ा हिस्सा युवाओं का है. 2020 में 70 लाख युवा आबादी वोटर बनी थी. 2024 में 22 लाख युवा आबादी वोटर बनने जा रही है. जिसमें 18 से 19 वर्ष के 7 लाख से अधिक युवा हैं, जो पहली बार वोट डालेंगे. युवा आबादी पर सभी दलों की नजर है. पार्टियां युवा आबादी को साधने के लिए रणनीति भी तैयार कर रही हैं. नौकरी और रोजगार जैसे बड़े मुद्दे उठाए जा रहे हैं. बीजेपी की तरफ से युवा राष्ट्रीय दिवस पर बड़े कार्यक्रम हो रहे हैं. वहीं टिकट बांटने में भी अब सभी दलों की ओर से युवाओं को तरजीह देने की बात कहने लगे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी युवाओं को भाजपा के साथ जोड़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए कई तरह की स्कीम केंद्र सरकार की ओर से लाए हैं.
नए युवा मतदाताओं का जिताऊ आंकड़ा : आंकड़ों की मानें तो बिहार में 13 करोड़ की आबादी में 58 फीसदी आबादी युवाओं की है .राज्य में 2023 की अंतिम मतदाता सूची में 7.58 करोड़ मतदाता थे. इसमें वर्तमान में 26 लाख नए मतदाताओं का नाम जोड़ा गया है. आयोग की ओर से सात करोड़ 80 लाख से अधिक मतदाताओं के मतदान की तैयारी की जा रही है. 2020 के चुनाव में 75 लाख ऐसे युवा मतदाता थे, जो पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग किये. यानी उनकी आयु 23 वर्ष से नीचे थी. इस बार 2024 में 7 लाख ऐसे युवा मतदाता पहली बार वोट डालेंगे जिनकी आयु 20 साल से नीचे है.
नए यूथ वोटर्स पर फोकस : बिहार में चुनाव आयोग के मुताबिक 20 से 29 आयु वर्ग के 1 करोड़ 65 लाख मतदाता हैं. वहीं, 30 से 39 साल के एक करोड़ 98 लाख से ज्यादा वोटर हैं, लेकिन अगर 18 से 40 साल तक के उम्र वाले मतदाताओं की बात करें तो, बिहार में उनकी संख्या करीब ढाई करोड़ के आसपास होती है. इन्ही युवाओं को रिझाने के लिए बीजेपी के तरफ से यूथ और बूथ पर फोकस किया जा रहा है. इसे जीत का मंत्र बताया जा रहा है. वहीं तेजस्वी यादव 2020 विधानसभा चुनाव में नौकरी और रोजगार को बड़ा मुद्दा बनाए थे. पहले कलम से 10 लाख नौकरी देने का वादा तेजस्वी यादव ने किया था. हालांकि उसके जवाब में बीजेपी के तरफ से 20 लाख रोजगार देने का वादा किया गया.
नौकरी, रोजगार और युवा नेतृत्व : बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद बड़े पैमाने पर शिक्षकों की बहाली की गई है. तो वहीं अन्य विभागों में भी नौकरी और रोजगार के लिए काम किया जा रहा है. बिहार में अभी खेल विभाग भी बनाया गया है. इसके माध्यम से भी युवकों को लुभाने की कोशिश हो रही है. महागठबंधन खेमे से राजद के तेजस्वी यादव खुद युवा हैं. वो बिहार के डिप्टी सीएम है और युवा का प्रतिनिधित्व करने की बात भी करते रहे हैं, तो वहीं बीजेपी भी अपनी युवा टीम को बिहार में फोकस कर रही है.
पार्टी में युवाओं की बढ़ी पूछ : बिहार में प्रदेश अध्यक्ष की कमान बीजेपी ने सम्राट चौधरी को दिया है, तो वहीं युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी प्रकाश को कई मौके पर बुलाती रही हैं. विवेकानंद जयंती के मौके पर पूरा देश युवा राष्ट्रीय दिवस मना रहा है. युवा राष्ट्रीय दिवस के मौके पर भी तेजस्वी सूर्या बिहार में हैं बीजेपी की ओर से बड़ा कार्यक्रम हो रहा है. इस कार्यक्रम के माध्यम से बीजेपी युवाओं के बीच संदेश भी देना चाह रही है. देखना है कि युवाओं का आकर्षण किस ओर जाता है.
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