कोलकाता: एक बार फिर जोमैटो ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी से जुड़ा विवाद सामने आया है और इस बार विवाद कंपनी के बाहर नहीं अंदर ही है. कंपनी में काम करने वाले डिलीवरी स्टाफ ने आरोप लगाया है कि उनसे ऐसा खाना डिलिवर कराया जा रहा है, जिसे वे डिलिवर नहीं करना चाहते हैं. इन लोगों ने इसका कारण भी बताया कि क्यों ये लोग कुछ खानों की डिलीवरी नहीं करना चाहते हैं. ये मामला पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के जोमैटो स्टाफ ने उठाया है.
इन लोगों का कहना है कि कंपनी ऐसे खाने की डिलीवरी कराती है, जिससे इन लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं. इसी मुद्दे को उठाते हुए डिलीवरी स्टॉफ हड़ताल पर है. इन लोगों का कहना है कि वे ऐसे किसी खाने की बकरीद पर डिलीवरी नहीं करेंगे, जिसमें बीफ हो. साथ ही पोर्क से बनी डिश भी डिलीवरी करने से इंकार कर दिया है.
इन लोगों का साफ तौर पर कहना है कि ऐसे किसी भी खाने को डिलीवरी कर उनका धर्म भ्रष्ट हो रहा है. साथ ही इन लोगों का कहना है कि इनकी तनख्वाह भी बढ़ा दी जाए. डिलीवरी स्टाफ का कहना है कि जब तक उनकी बाते नहीं मानी जातीं, वे काम पर वापसी नहीं करेंगे. इस मामले की जानकारी उन्होंने उच्च अधिकारियों को दे दी है. फिलहाल कंपनी की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया है.
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बता दें, इससे पहले भी जोमैटो विवादों में रहा. बीते दिनों एक ग्राहक ने सिर्फ इसलिए खाना लेने से मना कर दिया था, क्योंकि डिलीवरी मुस्लिम लड़का करने आया था. इस पर जोमैटो ने कहा कि उन्हें ऐसे ग्राहक को खोने का कोई मलाल नहीं है.