नई दिल्ली/ कोलकाता: छठे चरण के चुनाव के दौरान भी प. बंगाल हिंसा से अछूता नहीं रहा. तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों ने एक दूसरे को जिम्मेवार ठहराया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि केन्द्रीय सुरक्षा बलों के कर्मी भाजपा और आरएसएस के कार्यकर्ताओं की तरह काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों की फायरिंग में टीएमसी का एक कार्यकर्ता घायल हो गया.
ममता के आरोपों से ठीक उलट भाजपा ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर गुंडागर्दी करने का आरोप लगाया है. पार्टी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि भाजपा प्रत्याशी भारती घोष की गाड़ी पर हमला किया गया. कई बूथों पर भाजपा समर्थकों को वोट डालने नहीं दिया गया. कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं.
नकवी ने प. बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात की. उन्होंने मांग की है कि लोकसभा चुनाव से 48 घंटे पहले बाहरी लोगों को बंगाल में निर्वाचन क्षेत्रों में जाने अनुमति नहीं दी जानी चाहिए और हिस्ट्रीशीटरों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि हमारी उम्मीदवार भारती घोष की कार रोक दी गई, इसमें शामिल अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए.
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बता दें कि बंगाल से पूर्व आईपीएस और घाटल सीट से बीजेपी प्रत्याशी भारती घोष के काफिले पर हमला हुआ है. इस हमले में उनकी कार के शीशे तोड़ दिए गए. घोष ने कहा कि केशपुर में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उनसे बदतमीजी की और उन पर हमला किया.
इसके अलावा केशपुर में एक समुदाय के पूजा स्थल पर पत्थर फेंके गए. टीएमसी कार्यकर्ताओं पर पत्थरबाजी का आरोप है. घटना की जानकारी मिलते ही भारी मात्रा में सुरक्षा बल घटनास्थल पर पहुंचे और पत्थर फेंक रहे उपद्रवियों पर लाठीचार्ज किया.