मुंबईः महाराष्ट्र में सरकार बनाने की जद्दोजहद जारी है. इस बीच कांग्रेस के नेता बालासाहेब थोराट, अशोक चव्हाण और विजय वाडेट्टीवार कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से विस्तृत चर्चा की गई है.
अशोक चव्हाण ने कहा कि बीजेपी अपने गठबंधन के सहयोगियों को ठीक से नहीं संभाल पा रही है. इस कारण से महाराष्ट्र में ऐसे राजनीतिक हालात बने हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अभी 'वेट-एंड-वाच' की स्थिति में है. हालात की समीक्षा के बाद शीर्ष नेतृत्व (आलाकमान) ही कोई अंतिम फैसला करेगी. विपक्ष में बैठने या सत्ता के सहयोगी बनने के सवाल पर चव्हाण ने कहा कि इस पर टिप्पणी करना फिलहाल जल्दबाजी होगी.
बालासाहेब थोराट ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पहली बैठक थी. बैठक में प्रदेश के राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई.
सोनिया गांधी से विस्तृत चर्चा न करने के सवाल पर थोराट ने कहा कि सोनिया गांधी ने कहा कि चर्चा काफी विस्तृत है, इसलिए कांग्रेस महासचिव वेणुगोपाल से बातचीत की जाए. इसलिए विस्तृत चर्चा वेणुगोपाल से की गई.
शिवसेना के साथ गठबंधन के सवाल पर बालासाहेब ने कहा कि कांग्रेस की ऐसी कोई रणनीति नहीं है. बीजेपी-शिवसेना गतिरोध पर उन्होंने कहा कि दोनों दलों के बीच कुर्सी को लेकर लड़ाई है.
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महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता विजय वाडेट्टीवार ने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीतिक परिस्थिति पर हम करीबी नजर बनाए हुए हैं. शीर्ष नेतृत्व से सलाह करने के बाद ही कोई अंतिम फैसला लिया जाएगा.
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक शिवसेना तकरीबन दो सालों से भाजपा से मुख्यमंत्री पद साझा करने के लिए कह रही है. हालांकि भाजपा इस तरह की व्यवस्था को लागू करने के लिए इच्छुक नहीं है.
इससे पहले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने गुरुवार को कहा था कि यदि शिवसेना महाराष्ट्र में सरकार बनाने का कोई प्रस्ताव कांग्रेस को भेजती है तो उसे विपक्षी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को सूचित किया जाएगा.
गौरतलब है कि इससे पहले महाराष्ट्र के तीन कांग्रेस नेताओं ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से भी मुलाकात की.
आपको बता दें एनडीए के घटक दल भाजपा और शिवसेना वर्तमान में सरकार बनाने और मुख्यमंत्री पद के बंटवारे पर अड़े हुए हैं.