भागलपुर : बिहार के भागलपुर के अवैध पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट (Bhagalpur Blast Case) में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है. धमाका इतना जोरदार था कि उसमें चार मकान ढह गए थे. इसके साथ अन्य कई मकानों को काफी नुकसान पहुंचा था. एटीएस की टीम इस मामले की काफी गंभीरता से जांच कर रही है. जिला पुलिस की विशेष टीम लगातार उसके ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी. इस बीच ब्लास्ट मामले में इकलौते जीवित नामजद अभियुक्त मोहम्मद आजाद ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया (Main Accused Mohammad Azad Surrendered) है.
भागलपुर एसएसपी बाबूराम ने कहा कि भागलपुर ब्लास्ट मामले में मुख्य आरोपी समेत दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. आरोपियों के सीडीआर घटना के पांच दिन पहले से लेकर घटना के बाद तक के खंगाले जा रहे हैं. थानेदार को बारूद से जुड़े कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं. जहां पुलिस ने नवीन को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, ब्लास्ट कांड के मुख्य आरोपी (main accused in blast case) मोहम्मद आजाद ने कोर्ट में समर्पण कर दिया है. पुलिस उसे रिमांड पर लेने की तैयारी में जुट चुकी है.
जानकारी के अनुसार, मोहम्मद आजाद के बिल्डिंग में ही अवैध तरीके से बारूद का कारोबार चल रहा था, जो ब्लास्ट के बाद जमींदोज हो गई थी. स्थानीय लोगों और घटना से संबंध रखने वाले कुछ लोगों का भी यह मानना रहा है कि मोहम्मद आजाद बारूद के अवैध कारोबार का बड़ा प्यादा है. पुलिस भी यह कह चुकी है कि आजाद के पकड़े जाने पर बड़ा खुलासा हो सकता है. आजाद शुक्रवार रात से ही अपने घर से फरार था.
आरोपी मोहम्मद आजाद की गिरफ्तारी (accused Mohammad Azad Arrests) के लिए भागलपुर एसएसपी बाबू राम के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया था. जिसके बाद पुलिस लगातार उसके ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी. मोहम्मद आजाद का ससुराल मुजफ्फरपुर है और पुलिस की विशेष टीम ने यहां भी छापेमारी की. भागलपुर में भी उसके कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी, जिसके बाद सोमवार को मोहम्मद आजाद ने कोर्ट पहुंचकर सरेंडर कर दिया.
गौरतलब है कि भागलपुर ब्लास्ट में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है. इस मामले की काफी गंभीरता से जांच की जा रही है. धमाका इतना जोरदार था कि चार मकान ढह गए थे. इसके साथ अन्य कई मकानों को काफी नुकसान पहुंचा था. पुलिस ने घटनास्थल को उसी समय सील कर दिया था. शनिवार को घटनास्थल पर भवन निर्माण विभाग और नगर निगम की टीम भी पहुंची. वहां पर टीम ने क्षतिग्रस्त मकानों के मालिक से बात की और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हिस्से को तोड़कर हटाने की अनुमति मांगी.
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Bhagalpur Blast: 14 साल पहले भी हुआ था विस्फोट, चार की गई थी जान
बता दें कि विस्फोट की रात ही एटीएस की विशेष टीम ने जमींदोज हुए मकान के मलबे को बारीकी से देखा (ATS investigation in Bhagalpur Blast) और वहां मौजूद लोगों से बात की. इस टीम ने घटनास्थल का मुआयना कर जांच के लिए नमूने एकत्रित किये. इसके साथ यह टीम विस्फोट के संबंध में जरूरी जांच में जुट गयी है. टीम के अधिकारी धमाके में इस्तेमाल विस्फोटक के स्त्रोत, तस्करी आदि की गंभीरता से जांच कर रहे हैं. एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि जांच रिपोर्ट विभाग को सौंप दी जाएगी.
जांच के दौरान कई ऐसे सबूत मिले हैं, जो किसी भारी बम बनाने की तरफ इशारा कर रहे हैं. बारूद के अंश, भारी मात्रा में कीलों का मिलना यह चीख-चीखकर कह रहा है कि वहां घातक बम बनाए जा रहे होंगे. जांच के दौरान काफी केमिकलों की भी बरामदगी की बात सामने आ रही है. धमाके के मलबे को जहां फेंका गया ता, वहां पर एसआईटी ने जांच की. जांच में सुतली भी बरामद की गई.