विशाखापट्टनम: आंध्र प्रदेश के अनकापल्ली जिले में शुक्रवार को हुए गैस रिसाव से करीब 300 महिलाओं के प्रभावित होने के बाद अचुतापुरम ब्रांडिक्स कंपनी को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है. शुक्रवार को ब्रांडिक्स विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) में स्थित एक परिधान इकाई में काम करने वाली करीब 300 महिलाएं रासायनिक प्रयोगशाला से संदिग्ध अमोनियम गैस रिसाव के कारण बीमार हो गई थीं, जिनमें से कई का इलाज अस्पताल में चल रहा है और कई प्राथमिक उपचार के बाद ठीक हो गईं.
फिलहाल घटना में किसी की मृत्यु होने की सूचना नहीं है. वहीं विधायक कन्नाबाराजू ने कंपनी से कहा है कि एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही कंपनी को दोबारा शुरू किया जाए. अच्युतापुरम स्थित आंध्र प्रदेश औद्योगिक बुनियादी संरचना निगम (एपीआईआईसी) नामक एसईजेड के बाहर स्थित पोरस लेबोरेट्रीज से गैस लीक होने की आशंका थी, लेकिन इसका असर एसईजेड के भीतर स्थित परिधान इकाई में महसूस किया गया, जहां महिलाएं आंख में जलन, मतली और उल्टी की शिकायत के बाद तुरंत बेहोश होकर गिर गईं.
अधिकारियों ने प्रारंभिक जांच के बाद कहा कि यूनिट में क्षतिग्रस्त स्क्रबर के कारण गैस रिसाव हुआ. एसईजेड में परिधान-विनिर्माण इकाइयों को एहतियात के तौर पर तुरंत बंद कर दिया गया और अन्य इकाइयों में काम कर रहे कर्मियों को सुरक्षित निकाल लिया गया. घटना के बाद पूरे इलाके को सैनेटाइज कर दिया गया है. वहीं घटनास्थल पर पहुंचे राज्य के उद्योग मंत्री गुडिवाड़ा अमरनाथ ने बताया कि प्रभावित श्रमिकों की हालत स्थिर है और स्थिति अब नियंत्रण में है.
उन्होंने कहा कि केवल कुछ मजदूर बेहोश हुए, जबकि अधिकांश को आंखों में जलन और मतली का सामना करना पड़ा. उन्हें इलाज के लिए अनकापल्ली और विशाखापत्तनम के अस्पतालों में ले जाया गया. अनकापल्ली जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (डीएमएचओ) हेमंत कुमार ने कहा कि प्राथमिक उपचार के बाद कई कर्मचारी ठीक हो गए हैं. वहीं अस्पताल में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. डीएमएचओ ने कहा, 'कुछ श्रमिकों को अनकापल्ली के निजी अस्पतालों में ले जाया गया, जहां हमने उन्हें निगरानी में रखा है. किसी को कोई खतरा नहीं है.'
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जिला पुलिस अधीक्षक गौतमी साली ने कहा कि घटना के कारणों की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा, 'कर्मचारियों की स्थिति स्थिर और नियंत्रण में है.' आंध्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी प्रयोगशाला परिसर पहुंचे और इंजीनियरों के साथ गैस रिसाव की जांच की. मंत्री गुडीवाड़ा अमरनाथ ने यह भी कहा कि, 'हम गैस रिसाव के कारणों की जांच कर रहे हैं. मैंने घटना की रिपोर्ट मांगी है.' उधर मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने गैस रिसाव के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों से बात की और उन्हें भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया.