पटना: सांतवें चरण के शिक्षक नियोजन की मांग (7th Phase Teacher Recruitment) कर रहे छात्रों पर पुलिसिया जुर्म जारी है. अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज कर दिया गया. पटना के लॉ एंड आर्डर के एडीएम केके सिंह (ADM KK Singh Lathi Charge In Patna ) ने डाकबंगला चौराहा पर प्रदर्शन कर रहे एक अभ्यर्थी को लाठी से मार मारकर उसका सिर फोड़ दिया, उसे बेहोश कर दिया. यही नहीं जब मीडिया कर्मियों ने उनसे सवाल पूछना चाहा तो उन्होंने हाथापाई शुरू कर दी. हालाकि लाठीचार्ज के दौरान उन्होंने कहा कि अभ्यर्थी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपशब्द कह रहा था और नियोजन की मांग कर रहा था. यही देख एडीएम साहब को गुस्सा आया और मीडिया के कैमरा के सामने ही उन्होंने छात्र को इतना पीटा की छात्र बेहोश हो गया.
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मीडिया कर्मियों से सवाल पूछने पर ADM ने की हाथापाई: यही नहीं जब मीडिया कर्मियों ने छात्रों पर लाठीचार्ज और बर्बरता पर उनसे सवाल पूछा तो वो भागने लगे. यही नहीं जब कोई जवाब नहीं सूझा तो उन्होंने मीडियाकर्मियों को धकेलना शुरू कर दिया. हालाकि मौके पर खड़े सुरक्षाकर्मियों ने पत्रकारों को रोक लिया. एडीएम साहब गाड़ी में बैठ गए और मौके से निकल गए. साहब आए थे स्थिति को कंट्रोल करने के लिए लेकिन जिस तरह से सिचवेशन को हैंडल किया उससे मौके पर हालात और बिगड़ गए.
ADM मामले में जांच के आदेश : इस बीच, छात्रों पर लाठीचार्ज के दौरान एडीएम के तिरंगे के अपमान वाले वीडियो वायरल हो गया. जिसके बाद पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने एडीएम केके सिंह के खिलाफ जांच का आदेश दे दिया. पटना डीडीसी और सिटी एसपी वेस्ट को पूरे मामले की जांच कर दो दिनों के अंदर रिपोर्ट मांगी है.
एडीएम ने शिक्षक अभ्यर्थी पर किया लाठीचार्ज: बेहोशी की हालात में छात्र को मेडिकल उपचार के लिए ले जाया गया है. फिलहाल एडीएम लॉ एंड आर्डर को घटनास्थल से पुलिस हटा लिया है लेकिन जो उम्मीद लेकर शिक्षक अभ्यर्थी आज सड़क पर उतरे थे कि सरकार बदली है नजारा बदलेगा, ऐसा नहीं दिखा. प्रदर्शन करनेवाले आज भी पुलिसिया लाठी के शिकार हुए हैं. नाराज अभ्यर्थी ने सीएम नीतीश कुमार को जमकर कोसा और कहा कि दरिया अब तेरी खैर नहीं बूंदों ने बगावत कर ली है.
बोले एडीएम- 'बहुत नाटक कर रहा है': प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी हाथों में तिरंगा लेकर जमीन पर बैठ गया और हंगामा करने लगा. उसने कहा सालों से हमारी मांगों को अनसुना किया जा रहा है. इसी बीच एडीएम ने लाठियां चलानी शुरू कर दी. जब मीडिया के कैमरे पर नजर पड़ी तो कहने लगे कि यह अभ्यर्थी काफी देर से नाटक कर रहा है.
"हमें ले चलो जिंदा लाश बन चुके हैं. सरकार हमारी मांगों को नहीं सुन रही है. कुछ नहीं बदला. दरिया अब तेरी खैर नहीं बूंदों ने बगावत कर ली है. नीतीश...."- नाराज अभ्यर्थी
पटना में विरोध प्रदर्शन: वहीं बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Education Minister Chandrashekhar) ने अभ्यर्थियों से अपील करते हुए कहा है कि नई सरकार पर भरोसा करें और कुछ समय दें. सभी नियोजन प्रक्रिया पूरी ( Teacher Recruitment In Bihar) होगी. आंदोलनरत अभ्यर्थियों का कहना है कि हमने पात्रता परीक्षा पास की है. इसके लिए जो भी डिग्री चाहिए थी, हमने सब प्राप्त कर ली. इसके बावजूद हमें लगातार आश्वासन ही दिया जा रहा है.
नियुक्ति में देरी से नाराजगी: वहीं, सूत्रों के मुताबिक प्रस्तावित सातवें चरण में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में 83 हजार 277 से अधिक रिक्तियां हैं. इनमें सबसे अधिक 49 हजार 361 रिक्तियां 6421 उच्च माध्यमिक स्कूलों के लिए होंगी. माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में नियुक्तियों के लिए नियमावली तैयार की जा रही है. माध्यमिक स्कूलों में 33 हजार 916 पद रिक्त हैं. 5425 माध्यमिक स्कूलों में प्रति स्कूल छह-छह शिक्षकों की नियुक्ति की जानी हैं. ये शिक्षक हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान के होंगे. साथ ही उर्दू ,संस्कृत आदि के लिए 5791 और कंप्यूटर शिक्षक के लिए एक हजार पदों पर नियुक्त होनी है. लेकिन विभाग ने अभी इसकी तारीख तय नहीं की है, जिसका छात्रों को बेसब्री से इंतजार है और इनका कहना के सरकार बेवजह नियुक्ती में देर कर रही है.