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हैदराबाद में बिहार के 11 मजदूरों की मौत, गांव में पसरा मातम

सिकंदराबाद में भीषण अग्निकांड (Major fire in Secunderabad) में बिहार के जिन 11 लोगों की मौत हुई है, उनमें से 6 छपरा के आजमपुरा गांव के रहने वाले थे. जब आग लगी थी, तब सभी मजदूर सो रहे थे. एक को छोड़कर बाकी की उम्र 23 से 35 साल के बीच थी. इस घटना के बाद से पूरे गांव में मातम पसरा है.

families of affected whose relatives died in hyderabad
गांव में पसरा मातम बिलखते परिवार
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Published : Mar 23, 2022, 7:19 PM IST

हैदराबाद/पटना: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से सटे सिकंदराबाद में भीषण अग्निकांड (Major fire in Secunderabad) हुआ है. लकड़ी और कबाड़ की दुकान में भीषण आग लगने से 11 लोगों की मौत (11 Labor Died in Secunderabad) हुई है. मरने वालों में से 8 बिहार के छपरा के रहने वाले थे, जबकि 3 लोग कटिहार के रहने वाले थे. घटना की जानकारी मिलते ही गांव में मातम छा गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) और तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव ने इस दर्दनाक घटना पर गहरा दुख जताया है.

मृतकों में 8 छपरा के रहने वाले: बताया जा रहा है कि जब हादसा हुआ, उस वक्त डिपो में 15 लोग मौजूद थे. आग में झुलसकर 11 लोगों की मौत हुई है. दो लोगों को जिंदा बचा लिया गया है. सभी 11 मजदूरों के शव पहले फ्लोर पर मिले हैं. मृतकों की पहचान छपरा के दीपक राम (36), बिट्टू कुमार (21), सिकंदर कुमार राम (40), छत्रीला राम उर्फ गोलू (22), सतेंद्र कुमार (38) दिनेश कुमार उर्फ दरोगा कुमार राम, पंकज कुमार और राजेश कुमार (22) शामिल है. वहीं कटिहार के चिंटू कुमार, दामोदर महलदार और राजेश कुमार की भी इस हादसे में जान गई है.

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल: छपरा के आजमपुरा गांव के रहने वाले दीपक राम की पत्नी उमरावती देवी ने बताया कि सुबह-सुबह उसे मोबाइल पर फोन आया था. जिसके बाद पता चला कि उसके पति की इस हादसे में जलकर मौत हो गई. तीन बच्चों की विधवा मां के सामने अब बच्चों को पालन-पोषण से लेकर उनकी शिक्षा और भविष्य की चुनौती खड़ी हो गई है. वो कहती है कि अभी 20-25 दिन पहले ही तो वो हम लोगों से मिलकर यहां से काम करने हैदराबाद गए थे. ये कहते-कहते वो बुरी तरह से रोने लगती है. उसके पास बैठे तीनों बच्चे भी मां को रोते देखकर रोने लगते हैं. इस हादसे में दीपक के भतीजे बिट्टू कुमार की भी मौत हुई है. बिट्टू के पिता विजय राम ने बताया कि दीपक करीब 25 साल का था और बिट्टु 20-21 साल का था. दोनों जनवरी में घर आए थे. परिजनों ने सरकार से सरकारी नौकरी की मांग की है.

गांव में पसरा मातम

गांव में पसरा सन्नाटा: कुछ यही हाल दूसरे मृतकों के घरों का भी है. वहां मौजूद महिलाएं और उनके परिजन चीत्कार मारकर रो रहे हैं. सबकी जुबान पर एक ही बात कि अब किसके सहारे जिएंगे. अभी तो गांव आए थे और मिलकर गए थे. कह गए थे कि जल्द ही वापस लौटेंगे. वहां मौजूद अन्य लोग उन्हें ढांढस बंधाते हैं लेकिन फिर खुद भी रुआंसे हो जाते हैं. न केवल मृत परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है, बल्कि पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है.

सरकारी मदद का आश्वासन: घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी के प्रतिनिधि राकेश कुमार ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और कहा कि सांसद ने घटना पर दुख जताया है. साथ ही सरकार से भी बात कर रहे हैं कि किस तरह से शवों को हैदराबाद से लाया जाए. जहां तक परिजनों के मुआवजे की बात है तो उसके लिए भी वो प्रयास कर रहे हैं. वहीं, अमनौर के सीओ मृत्युंजय कुमार ने बताया कि सूचना के बाद हमलोगों ने छानबीन की तो पता चला कि अमनौर अंचल के दो लोगों की मौत हैदराबाद अग्निकांड में हुई है. आपदा प्रभारी से बात करने के बाद आपदा के तहत जो भी सरकारी प्रावधान होगा, दोनों मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा.

कटिहार के 3 लोगों की मौत: सिकंदराबाद भीषण अग्निकांड में जिन 11 लोगों की मौत हुई है, उनमें कटिहार जिले के 3 लोगों की भी जान गई है. जिले के फलका प्रखंड क्षेत्र के गोविंदपुर पंचायत स्थित टपुआ ग्राम के 2 व्यक्ति राजेश कुमार दामोदर कुमार ने इस हादसे में अपनी जान गंवाई है. वहीं कुर्सेला के बल्थी महेशपुर के चिंटू कुमार की भी इस हादसे में मौत हुई है.

सीएम नीतीश ने किया मुआवजे का ऐलान: इस हृदय विदारक घटना पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताया है. उन्होंने कहा, 'यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख देने का ऐलान किया गया है. वहां की सरकार ने पांच लाख देने का ऐलान किया है. जो भी बिहार सरकार को करना होगा, वह किया जाएगा. हमारे अधिकारी हैदराबाद के अधिकारियों के संपर्क में हैं और जो भी जरूरत होगी परिजनों को सहायता पहुंचाई जाएगी.'

पीएम मोदी ने जताया दुख: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है. पीएमओ द्वारा ट्वीट कर लिखा गया कि, 'हैदराबाद के भोईगुड़ा में भीषण आग में लोगों की मौत दुखद है. मैं इस शोक की अवधि में मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. PMNRF की ओर से मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख दिए जाएंगे.'

5-5 लाख देगी तेलंगाना सरकार: तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव ने आग की घटना में बिहार के मजदूरों की मौत पर दुख जताया. उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है. साथ ही सभी मजदूरों के शवों को बिहार भेजने की व्यवस्था करने के भी आदेश दिए हैं. शव बुरी तरह से जल गए हैं. ऐसे में उनकी पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा. तेलंगाना के मंत्री तलसानी श्रीनिवास यादव ने घटनास्थल का जायजा किया. उन्होंने डिपो प्रबंधन और अग्निशमन विभाग के अधिकारियों से हादसे के बारे में जानकारी ली. मंत्री ने कहा कि उन्होंने पुलिस को हादसे की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने मृतक के परिवारों को मदद करने का आश्वासन भी दिया.

मौत की खबर सुनकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग! : पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि श्रमिकों ने भागने की कोशिश की, लेकिन सांस के साथ धुआं अंदर चले जाने के बाद वे बेहोश हो गए. उन्होंने ये भी कहा कि ये एक हृदय विदारक दृश्य था, क्योंकि घटनास्थल पर शवों का ढेर लगा हुआ था. श्रमिक खुद को नहीं बचा सके क्योंकि वहां केवल एक ही सीढ़ी थी. हालांकि एक व्यक्ति कमरे से कूदकर बचने में सफल रहा. दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार आग कबाड़ के गोदाम से शुरू हुई और ऊपर के कमरे में फैल गई. शुरुआती जांच में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है.

ये भी पढे़ं : बिहार की मेडिकल छात्रा से तमिलनाडु में गैंगरेप, खुलासा कैसे हुआ? जानकर चौंक जाएंगे आप

हैदराबाद/पटना: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से सटे सिकंदराबाद में भीषण अग्निकांड (Major fire in Secunderabad) हुआ है. लकड़ी और कबाड़ की दुकान में भीषण आग लगने से 11 लोगों की मौत (11 Labor Died in Secunderabad) हुई है. मरने वालों में से 8 बिहार के छपरा के रहने वाले थे, जबकि 3 लोग कटिहार के रहने वाले थे. घटना की जानकारी मिलते ही गांव में मातम छा गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) और तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव ने इस दर्दनाक घटना पर गहरा दुख जताया है.

मृतकों में 8 छपरा के रहने वाले: बताया जा रहा है कि जब हादसा हुआ, उस वक्त डिपो में 15 लोग मौजूद थे. आग में झुलसकर 11 लोगों की मौत हुई है. दो लोगों को जिंदा बचा लिया गया है. सभी 11 मजदूरों के शव पहले फ्लोर पर मिले हैं. मृतकों की पहचान छपरा के दीपक राम (36), बिट्टू कुमार (21), सिकंदर कुमार राम (40), छत्रीला राम उर्फ गोलू (22), सतेंद्र कुमार (38) दिनेश कुमार उर्फ दरोगा कुमार राम, पंकज कुमार और राजेश कुमार (22) शामिल है. वहीं कटिहार के चिंटू कुमार, दामोदर महलदार और राजेश कुमार की भी इस हादसे में जान गई है.

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल: छपरा के आजमपुरा गांव के रहने वाले दीपक राम की पत्नी उमरावती देवी ने बताया कि सुबह-सुबह उसे मोबाइल पर फोन आया था. जिसके बाद पता चला कि उसके पति की इस हादसे में जलकर मौत हो गई. तीन बच्चों की विधवा मां के सामने अब बच्चों को पालन-पोषण से लेकर उनकी शिक्षा और भविष्य की चुनौती खड़ी हो गई है. वो कहती है कि अभी 20-25 दिन पहले ही तो वो हम लोगों से मिलकर यहां से काम करने हैदराबाद गए थे. ये कहते-कहते वो बुरी तरह से रोने लगती है. उसके पास बैठे तीनों बच्चे भी मां को रोते देखकर रोने लगते हैं. इस हादसे में दीपक के भतीजे बिट्टू कुमार की भी मौत हुई है. बिट्टू के पिता विजय राम ने बताया कि दीपक करीब 25 साल का था और बिट्टु 20-21 साल का था. दोनों जनवरी में घर आए थे. परिजनों ने सरकार से सरकारी नौकरी की मांग की है.

गांव में पसरा मातम

गांव में पसरा सन्नाटा: कुछ यही हाल दूसरे मृतकों के घरों का भी है. वहां मौजूद महिलाएं और उनके परिजन चीत्कार मारकर रो रहे हैं. सबकी जुबान पर एक ही बात कि अब किसके सहारे जिएंगे. अभी तो गांव आए थे और मिलकर गए थे. कह गए थे कि जल्द ही वापस लौटेंगे. वहां मौजूद अन्य लोग उन्हें ढांढस बंधाते हैं लेकिन फिर खुद भी रुआंसे हो जाते हैं. न केवल मृत परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है, बल्कि पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है.

सरकारी मदद का आश्वासन: घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी के प्रतिनिधि राकेश कुमार ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और कहा कि सांसद ने घटना पर दुख जताया है. साथ ही सरकार से भी बात कर रहे हैं कि किस तरह से शवों को हैदराबाद से लाया जाए. जहां तक परिजनों के मुआवजे की बात है तो उसके लिए भी वो प्रयास कर रहे हैं. वहीं, अमनौर के सीओ मृत्युंजय कुमार ने बताया कि सूचना के बाद हमलोगों ने छानबीन की तो पता चला कि अमनौर अंचल के दो लोगों की मौत हैदराबाद अग्निकांड में हुई है. आपदा प्रभारी से बात करने के बाद आपदा के तहत जो भी सरकारी प्रावधान होगा, दोनों मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा.

कटिहार के 3 लोगों की मौत: सिकंदराबाद भीषण अग्निकांड में जिन 11 लोगों की मौत हुई है, उनमें कटिहार जिले के 3 लोगों की भी जान गई है. जिले के फलका प्रखंड क्षेत्र के गोविंदपुर पंचायत स्थित टपुआ ग्राम के 2 व्यक्ति राजेश कुमार दामोदर कुमार ने इस हादसे में अपनी जान गंवाई है. वहीं कुर्सेला के बल्थी महेशपुर के चिंटू कुमार की भी इस हादसे में मौत हुई है.

सीएम नीतीश ने किया मुआवजे का ऐलान: इस हृदय विदारक घटना पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताया है. उन्होंने कहा, 'यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख देने का ऐलान किया गया है. वहां की सरकार ने पांच लाख देने का ऐलान किया है. जो भी बिहार सरकार को करना होगा, वह किया जाएगा. हमारे अधिकारी हैदराबाद के अधिकारियों के संपर्क में हैं और जो भी जरूरत होगी परिजनों को सहायता पहुंचाई जाएगी.'

पीएम मोदी ने जताया दुख: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है. पीएमओ द्वारा ट्वीट कर लिखा गया कि, 'हैदराबाद के भोईगुड़ा में भीषण आग में लोगों की मौत दुखद है. मैं इस शोक की अवधि में मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. PMNRF की ओर से मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख दिए जाएंगे.'

5-5 लाख देगी तेलंगाना सरकार: तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव ने आग की घटना में बिहार के मजदूरों की मौत पर दुख जताया. उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है. साथ ही सभी मजदूरों के शवों को बिहार भेजने की व्यवस्था करने के भी आदेश दिए हैं. शव बुरी तरह से जल गए हैं. ऐसे में उनकी पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा. तेलंगाना के मंत्री तलसानी श्रीनिवास यादव ने घटनास्थल का जायजा किया. उन्होंने डिपो प्रबंधन और अग्निशमन विभाग के अधिकारियों से हादसे के बारे में जानकारी ली. मंत्री ने कहा कि उन्होंने पुलिस को हादसे की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने मृतक के परिवारों को मदद करने का आश्वासन भी दिया.

मौत की खबर सुनकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग! : पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि श्रमिकों ने भागने की कोशिश की, लेकिन सांस के साथ धुआं अंदर चले जाने के बाद वे बेहोश हो गए. उन्होंने ये भी कहा कि ये एक हृदय विदारक दृश्य था, क्योंकि घटनास्थल पर शवों का ढेर लगा हुआ था. श्रमिक खुद को नहीं बचा सके क्योंकि वहां केवल एक ही सीढ़ी थी. हालांकि एक व्यक्ति कमरे से कूदकर बचने में सफल रहा. दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार आग कबाड़ के गोदाम से शुरू हुई और ऊपर के कमरे में फैल गई. शुरुआती जांच में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है.

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