लखनऊ: बीबीएयू के एससी/एसटी और ओबीसी छात्रों ने बुधवार को भारत बंद का समर्थन किया. छात्रों ने कहा, डॉ. भीमराव आंबेडकर के अनुसूचित जातियों व अनुसूचित जन जातियों को प्रदत्त संवैधानिक अधिकार आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजातियों में क्रीमीलेयर कर आरक्षण व्यवस्था करने का फैसला दिया है. यह भारतीय संविधान की मूल भावना व अनुच्छेद के विरूद्ध है. ऐसे में सुप्रीम फैसले को निष्प्रभावी करने के लिए भारत सरकार को संसद का विशेष अधिवेशन बुलाकर आरक्षण पूर्व की भांति रखे जाने और संविधान की नौवीं सूची में शामिल कराने का आदेश पारित किया जाए.
BBAU में छात्रों ने भारत बंद का किया समर्थन, विश्वविद्यालय परिसर में निकाला मार्च
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Aug 21, 2024, 8:39 PM IST
लखनऊ: बीबीएयू के एससी/एसटी और ओबीसी छात्रों ने बुधवार को भारत बंद का समर्थन किया. छात्रों ने कहा, डॉ. भीमराव आंबेडकर के अनुसूचित जातियों व अनुसूचित जन जातियों को प्रदत्त संवैधानिक अधिकार आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजातियों में क्रीमीलेयर कर आरक्षण व्यवस्था करने का फैसला दिया है. यह भारतीय संविधान की मूल भावना व अनुच्छेद के विरूद्ध है. ऐसे में सुप्रीम फैसले को निष्प्रभावी करने के लिए भारत सरकार को संसद का विशेष अधिवेशन बुलाकर आरक्षण पूर्व की भांति रखे जाने और संविधान की नौवीं सूची में शामिल कराने का आदेश पारित किया जाए.