नई दिल्ली: जमात-ए-इस्लामी हिन्द की तरफ से शनिवार को प्रेस वार्ता आयोजित की गई. इस दौरान जमात-ए-इस्लामी हिन्द के अध्यक्ष सैयद सदातुल्लाह हुसैनी ने कहा कि केंद्रीय बजट जो देश की आर्थिक नीतियों को संचालित करता है. इसका उपयोग व्यापक आर्थिक चुनौतियों को स्थिर करने के साथ-साथ आम आदमी की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाना चाहिए. इस उद्देश्य के अनुरूप केंद्रीय बजट 2024-25 भारत के गरीबों, उपेक्षितों, अनुसूचित जातियों, जनजातियों तथा धार्मिक अल्पसंख्यकों को कोई राहत नहीं देता है. ऐसा लगता है कि बजट का उद्देश्य समाज के केवल एक वर्ग को लाभ पहुंचाना है.
जमात-ए-इस्लामी हिंद ने कहा- केंद्रीय बजट से अल्पसंख्यकों को हुई निराशा
Published : Aug 3, 2024, 9:07 PM IST
नई दिल्ली: जमात-ए-इस्लामी हिन्द की तरफ से शनिवार को प्रेस वार्ता आयोजित की गई. इस दौरान जमात-ए-इस्लामी हिन्द के अध्यक्ष सैयद सदातुल्लाह हुसैनी ने कहा कि केंद्रीय बजट जो देश की आर्थिक नीतियों को संचालित करता है. इसका उपयोग व्यापक आर्थिक चुनौतियों को स्थिर करने के साथ-साथ आम आदमी की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाना चाहिए. इस उद्देश्य के अनुरूप केंद्रीय बजट 2024-25 भारत के गरीबों, उपेक्षितों, अनुसूचित जातियों, जनजातियों तथा धार्मिक अल्पसंख्यकों को कोई राहत नहीं देता है. ऐसा लगता है कि बजट का उद्देश्य समाज के केवल एक वर्ग को लाभ पहुंचाना है.