हैदराबाद: भारत में लंबे समय से Tesla की इलेक्ट्रिक कारों का इंतजार हो रहा है. Tesla कारों के निर्माण और बिक्री को लेकर कंपनी और भारत सरकार के बीच बातचीत पूरी हो चुकी है और अब कंपनी भारत में प्लांट स्थापित करने के लिए स्थान की तलाश कर रही है. जानकारी के अनुसार Tesla इलेक्ट्रिक कार प्लांट को 2 से 3 बिलियन डॉलर की लागत के साथ स्थापित किया जाएगा.
फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट की मानें तो Tesla इस माह अपनी एक टीम को भारत भेजने वाली है, जो यहां कंपनी के प्लांट के लिए जमीन की तलाश करेंगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता इस माह के अंत तक प्लांट के लिए जमीनों का अध्ययन करने के लिए अपनी टीम भेजेगा. कंपनी की टीम महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु जैसे ऑटोमोटिव हब वाले राज्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकती है.
यह रिपोर्ट तब आई जब कंपनी ने मार्च तिमाही में बिक्री में भारी गिरावट दर्ज की है. ऑस्टिन स्थित कंपनी टेस्ला ने जानकारी दी कि उसने जनवरी से मार्च तक दुनिया भर में 3,86,810 वाहनों की बिक्री की है, जो जो पिछले साल की समान तिमाही में बेची गई 4,23,000 से लगभग 9 प्रतिशत कम है. कंपनी का कहना है कि दुनिया भर में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण बिक्री में कमी आई है.
कंपनी द्वारा मिली जानकारी के अनुसार मॉडल 3 और Y की डिलीवरी साल-दर-साल 10.3 प्रतिशत गिरकर 3,69,783 हो गई. अन्य मॉडलों, पुराने एक्स और एस और नए साइबरट्रक की बिक्री लगभग 60 प्रतिशत बढ़कर 17,027 हो गई है. जनवरी में, ईवी निर्माता ने इस वर्ष बिक्री में काफी कम वृद्धि की भविष्यवाणी की थी.
आपको बता दें कि पिछले साल जून में Tesla के सीईओ एलन मस्क ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी, जिसके बाद उन्होंने कहा था कि 'यह बेहतरीन और बहुत अच्छी बातचीत थी.' उन्होंने कहा था कि 'मुझे विश्वास है कि Tesla भारत में होगी और मानवीय तौर पर जल्द से जल्द ऐसा करेगी.'