हैदराबाद: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को लेकर भारत में सख्त कानून बनेगा. भारत सरकार लोकसभा चुनाव 2024 के ठीक बाद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) नियमों पर एडवाइजरी जारी कर सकती है. एक रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इलेक्शन के बाद सरकार एआई कानून को लेकर प्रोसेस शुरू कर सकती है.
लोकसभा चुनाव के बाद जारी होगी AI कानून पर एडवाइजरी
बता दें कि एक रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 'भारत आम चुनाव के समापन के ठीक बाद एआई नियमों पर कानून बनाने की प्रक्रिया शुरू कर सकता है. भारत प्रौद्योगिकी के उदय के साथ सामने आए कई मुद्दों से निपटने के लिए किसी प्रकार का नियामक ढांचा बनाने की योजना बना रहा है. यह भारत सरकार द्वारा जारी एक एडवाइजरी जारी करने के ठीक एक महीने बाद आया है, इस एडवाइजरी के अनुसार तकनीकी कंपनियों को देश में अंडर-टेस्टिंग या अविश्वसनीय एआई मॉडल से पहले परमिशन लेने के लिए कहा गया था. हालांकि, उसे बाद में वापस ले लिया गया और कंपनियों को कुछ लेबल शामिल करने के लिए कहा गया.
संतुलन में होंगे नियम
एक इंटरव्यू के दौरान केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने एआई के लिए सरकार की योजना के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि सरकार का विचार एक स्व-नियामक यूनिट बनाने की है. हमारा विचार है कि यह नियमन विधायी नियम से होना चाहिए और हम पहले ही इस विषय में इंडस्ट्री से सलाह ले चुके हैं. चुनाव के बाद हम एक फॉर्मल प्रोसेस शुरू करेंगे और कानून बनाने की दिशा में आगे बढ़ेंगे. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह नियम बैलेंस में होंगे और स्टार्टअप्स को दबाया ना जाए.
डीपफेक पर लगाम की जरूरत
गौरतलब है कि एआई की लोकप्रियता दिन ब दिन बढ़ती जा रही है. इसके फायदे हैं तो कई नुकसान भी देखने को मिले हैं. इससे डीपफेक की घटनाओं में तेजी से बढ़ोत्तरी देखी गई. फिल्म इंडस्ट्री के कई एक्टर्स इसकी चपेट में आ चुके हैं. एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना के साथ ही आलिया भट्ट, कैटरीना कैफ और नोरा फतेही के साथ ही सोनू सूद, सनी लियोन, कार्तिक आर्यन, अक्षय कुमार समेत अन्य कई सितारे इसकी चपेट में आ चुके हैं.