हैदराबाद: फोर्टनाइट मेकर एपिक गेम्स की लड़ाई में एप्पल के खिलाफ कई दिग्गज कंपनियां खुलकर सामने आ गई हैं. विरोध करने वाले कंपनियों की लिस्ट में एक्स, मेटा के साथ ही माइक्रोसॉफ्ट का भी नाम भी शामिल है. एप्पल के खिलाफ फोर्टनाइट मेकर एपिक गेम्स की लड़ाई में शामिल हुईं इन टेक कंपनियों ने iPhone निर्माता पर एप्पल के एप स्टोर पर भुगतान को कंट्रोल करने वाले कोर्ट के आदेशों के उल्लंघन का भी आरोप लगाया है.
विरोध में एलन मस्क की भी कंपनी
बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट, मेटा के साथ ही एलन मस्क का एक्स भी फोर्टनाइट मेकर एपिक वीडियो गेम निर्माता के विरोध में शामिल हो गए हैं. इन कंपनियों का आरोप है कि एप्पल सितंबर 2021 के निषेधाज्ञा का स्पष्ट उल्लंघन कर रहा है, जिससे यूजर्स को डिजिटल कंटेंट के लिए भुगतान को लेकर मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. एप्पल पर आरोप लगाने वाली इन कंपनियों ने कई सस्ते एप डेवलप किए हैैं. वहीं, इस आरोप पर Apple ने किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
यूजर्स और डेवलपर्स को पहुंचा नुकसान
आगे बता दें कि बुधवार को फाइलिंग में दिग्गज टेक कंपनियों ने कहा कि एप्पल का कदम एंटी-स्टीयरिंग नियमों को मजबूत करता है, जिसे कोर्ट ने अवैध पाया है. एप्पल ने कमीशन को बढ़ावा दिया और इससे निश्चित तौर पर यूजर्स और डेवलपर्स को नुकसान पहुंचा है. फाइलिंग में यह भी कहा गया है कि इन-एप कंटेंट को खरीदने के ऑप्शन के बारे में डेवलपर्स अपने यूजर्स के साथ कहां और कैसे बात कर सकते हैं और इससे कीमतों में भी बढ़ोत्तरी होती है.
एप्पल के पास 3 अप्रैल तक का समय
गौरतलब है कि जनवरी में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने एप्पल की निषेधाज्ञा की अपील पर सुनवाई नहीं करने का फैसला किया था. इसने एपिक की निचली अदालत के निष्कर्षों की अपील पर सुनवाई के खिलाफ भी फैसला किया कि एप्पल की नीतियों ने संघीय अविश्वास कानून का उल्लंघन नहीं किया है. एप्पल के पास एपिक की फाइलिंग पर औपचारिक रूप से जवाब देने के लिए 3 अप्रैल तक का समय है. कंपनी क्यूपर्टिनो, कैलिफोर्निया में स्थित है, जबकि एपिक कैरी उत्तरी कैरोलिना में स्थित है.