हैदराबाद: देश में बीते साल शुरू हुए भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP) अब तक देश में बिकने वाली कुछ कारों की टेस्टिंग कर चुका है और उन्हें सेफ्टी रेटिंग प्रदान कर चुका है. अब Bharat NCAP ने कारों के लिए सुरक्षा-रेटेड क्यूआर कोड स्टिकर शुरू करने की घोषणा की है. इस पहल का उद्देश्य वाहन सुरक्षा के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना है. ग्राहक स्टिकर पर क्यूआर कोड को स्कैन करके वाहन की सुरक्षा फीचर्स के बारे में जान सकते हैं.
Bharat NCAP QR कोड यह क्या है?: Bharat NCAP उन ऑटोमोबाइल निर्माताओं को QR कोड स्टिकर प्रदान करेगा, जिनके वाहनों का सुरक्षा कार्यक्रम के तहत क्रैश परीक्षण किया गया होगा. इन स्टिकर में निर्माता का नाम, वाहन या मॉडल का नाम, परीक्षण की तारीख और वयस्कों और बच्चों दोनों के लिए सुरक्षा स्टार रेटिंग शामिल होगी.
स्टिकर को स्कैन करने से वाहन का विस्तृत विवरण ग्राहकों के सामने आ जााएगा. जानकारी के लिए बता दें कि मौजूदा समय में क्रैश टेस्ट पूरा करने वाले वाहनों में टाटा मोटर्स के टाटा सफारी, हैरियर, नेक्सन ईवी और पंच ईवी मॉडल शामिल हैं. इन मॉडलों को वयस्क और बच्चे दोनों की सुरक्षा के लिए Bharat NCAP द्वारा 5-स्टार रेटिंग दी गई है.
क्या है Bharat NCAP: पिछले साल, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने Global NCAP के साथ मिलकर Bharat NCAP सुरक्षा रेटिंग शुरू की थी. इस क्रैश-टेस्टिंग नीति के साथ, भारत वैश्विक स्तर पर ऐसी सुरक्षा प्रणाली अपनाने वाला पांचवां देश बन गया. Bharat NCAP की घोषणा के दौरान, सड़क परिवहन केंद्रीय मंत्री ने उल्लेख किया कि उन्हें इस स्वैच्छिक सुरक्षा योजना के तहत क्रैश टेस्ट के लिए पहले ही 30 से अधिक अनुरोध प्राप्त हो चुके हैं.
'ज्यादा स्टार, सुरक्षित कारें' का नारा Bharat NCAP के सभी नए वाहनों के लिए सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने और दुर्घटना दर को कम करने के मिशन को दर्शाता है. संगठन का यह भी मानना है कि यह पहल कार खरीदारों को वाहनों की सुरक्षा विशेषताओं को समझकर बेहतर जानकारी वाले विकल्प बनाने में सक्षम बनाएगी.