सैन फ्रांसिस्को : टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने रविवार को कहा कि मंगल ग्रह पर पहला अनक्रूड स्टारशिप मिशन दो साल में लॉन्च किया जाएगा. स्टारशिप दुनिया का सबसे शक्तिशाली रॉकेट है. इसका उपयोग इंसानों को चंद्रमा और फिर अंत में मंगल ग्रह पर भेजने के लिए किया जाएगा.
The first Starships to Mars will launch in 2 years when the next Earth-Mars transfer window opens.
— Elon Musk (@elonmusk) September 7, 2024
These will be uncrewed to test the reliability of landing intact on Mars. If those landings go well, then the first crewed flights to Mars will be in 4 years.
Flight rate will… https://t.co/ZuiM00dpe9
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में टेक अरबपति एलन मस्क ने कहा, "मंगल ग्रह पर पहला स्टारशिप दो साल में लॉन्च होगा. मंगल ग्रह पर लैंडिंग की विश्वसनीयता का परीक्षण करने के लिए इन्हें शामिल किया जाएगा. अगर लैंडिंग अच्छी रही, तो मंगल ग्रह पर पहले क्रू की उड़ान उड़ान चार साल में होगी."
उन्होंने आगे कहा, "लगभग 20 वर्षों में एक शहर बनाने का लक्ष्य है, जो खुद की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होगा. आने वाले वर्षों में किसी ना किसी ग्रह पर मानव जीवन को शुरू करने की तैयारी भी होगी."
मस्क की एयरोस्पेस कंपनी स्पेसएक्स ने पहली पूरी तरह से रियूज होने वाली रॉकेट का निर्माण किया है. इससे स्पेश मिशन पर आने वाले खर्चों में काफी कमी आएगी. मस्क ने आगे बताया, "मंगल ग्रह पर चुनौतीपूर्ण माहौल है. मानव के लिए स्थितियां उचित नहीं है.
इसके बावजूद हम आने वाले सालों में ऐसा करने में सक्षम हो सकते हैं, इसके लिए हमें मौजूदा तकनीक को 10 हजार गुना बेहतर करने की जरूरत होगी. स्पेसएक्स ने हाल ही में हेवी बूस्टर के साथ अपने 400 फुट ऊंचे स्टारशिप की तीसरी परीक्षण उड़ान शुरू की है.
स्टारशिप में एक विशाल बूस्टर होता है, जिसे सुपर हेवी कहा जाता है. इसमें ऊपरी हिस्से में एक अंतरिक्ष यान भी है, जिसे स्टारशिप कहा जाता है. स्पेसएक्स के सीईओ कम से कम दस लाख लोगों को मंगल ग्रह पर भेजने की योजना बना रहे हैं.