नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर 2022 में 5जी सेवाओं की लॉन्चिंग की थी. इसके बाद से भारत में 5जी यूजर्स 4जी की तुलना में करीब 3.6 गुना ज्यादा मोबाइल डेटा का उपयोग कर रहे हैं. बुधवार को जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रति यूजर औसत मासिक डेटा ट्रैफिक 2023 में साल-दर-साल 24 प्रतिशत बढ़ गया, जो प्रति यूजर प्रति माह 24.1 गीगाबाइट तक पहुंच गया. भारत में 5जी डिवाइस इकोसिस्टम तेजी से विकसित हो रहा है. देश की 79.6 करोड़ स्मार्टफोन में से करीब 17 प्रतिशत यानी 13.4 मिलियन 5जी डिवाइस हैं.
'नोकिया मोबाइल ब्रॉडबैंड इंडेक्स' रिपोर्ट के मुताबिक, ''भारत में 5जी डेटा की खपत 4जी की तुलना में चार गुना है.'' 2023 में, यूजर्स ने पिछले पांच वर्षों में 26 प्रतिशत की सीएजीआर के साथ प्रति माह 17.4 एक्साबाइट की खपत की. निष्कर्षों के अनुसार, 5जी का लॉन्च डेटा उपयोग में वृद्धि के लिए मुख्य स्रोत के रूप में उभरा है, जो 2023 में सभी डेटा ट्रैफिक में 15 प्रतिशत का योगदान देगा. नोकिया (भारत) में मोबाइल नेटवर्क बिजनेस के प्रमुख तरुण छाबड़ा ने कहा, "पूरे भारत में 5जी तकनीक का अविश्वसनीय प्रसार और सुपर-फास्ट 5जी डेटा स्पीड की बढ़ती मांग स्पष्ट है."
5जी ट्रैफिक ने सभी टेलीकॉम सर्किलों में पर्याप्त वृद्धि देखी है. जिसमें मेट्रो सर्किल इस मामले में आगे है और कुल मोबाइल डेटा ट्रैफिक में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी तक पहुंच गए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, एडवांस 5जी अवेलेबिलिटी और परफॉर्मेंस, किफायती डिवाइसों की एक वाइड रेंज की उपलब्धता के साथ-साथ नए डेटा-गहन ऐप्स और सेवाओं की शुरुआत से भविष्य में 5जी ग्रोथ में तेजी आएगी. रिपोर्ट के अनुसार, 5जी फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (एफडब्ल्यूए) का उदय घर और व्यवसाय दोनों में नई सेवाओं के लिए काम करेगा, जिसमें एफडब्ल्यूए यूजर्स को औसत 5जी यूजर्स की तुलना में अनुमानित 2.5 गुना अधिक डेटा का उपयोग करने की उम्मीद है.