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चंडीगढ़ से शिमला पहुंचना होगा आसान, 14 करोड़ की लागत से 15 दिन में तैयार हो जाएगा जीरकपुर-पंचकूला हाईवे

जीरकपुर-पंचकूला-कालका नेशनल हाईवे 14 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा है.

Zirakpur Panchkula Highway Flyover
Zirakpur Panchkula Highway Flyover (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Nov 30, 2024, 5:52 PM IST

Updated : Nov 30, 2024, 6:44 PM IST

पंचकूला: हरियाणा के लोगों के लिए शिमला तक सफर अब बड़ा आसान होने वाला है. क्योंकि जीरकपुर-पंचकूला-कालका नेशनल हाईवे पर फ्लाईओवर का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने फ्लाईओवर का शेष निर्माण कार्य 15 दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया है. ऐसा होने पर चंडीगढ़-जीरकपुर और पंचकूला के अलावा अंबाला व समूचे हरियाणा के लोग इस फ्लाईओवर के जरिए निर्बाध ट्रैफिक के शिमला पहुंच सकेंगे.

जाम से मिलेगी राहत: इस फ्लाईओवर पर वाहनों की आवाजाही शुरू होने के बाद लोगों को ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत मिल सकेगी. क्योंकि लगभग 1 साल से लोगों को यहां रोजाना सुबह-शाम भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है. पंचकूला व अंबाला से कालका-शिमला और चंडीगढ़-जीरकपुर से पंचकूला होते हुए कालका-शिमला तक आवाजाही करने वाले लोगों को जाम की समस्या से रोजाना दो-चार होना पड़ता है. लेकिन हाईवे के पूरी तरह संचालित होने पर वाहन चालक अपने गंतव्य स्थल तक निर्बाध तरीके से पहुंच सकेंगे.

Zirakpur Panchkula Highway Flyover (Etv Bharat)

वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करने की मजबूरी: इस फ्लाईओवर का निर्माण कार्य जारी होने के कारण बीते एक साल से इस पर ट्रैफिक की आवाजाही बंद है. नतीजतन लोकल और दूरगामी क्षेत्रों तक जाने वाले सभी वाहन चालकों को फ्लाईओवर के बजाय नीचे स्थानीय मार्गों से होकर निकलना पड़ता है, इसी कारण पंचकूला के विभिन्न लाइट प्वाइंट पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है. जाम से बचने के लिए वाहन चालक विभिन्न वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करने को भी मजबूर हैं.

सेक्टरों की कनेक्टिविटी होगी मजबूत: फ्लाईओवर का निर्माण कार्य पूरा होने पर पंचकूला के इंडस्ट्रियल एरिया व सेक्टर-12/ए की कनेक्टिविटी पहले से अधिक मजबूत हो जाएगी. इसके अलावा पंचकूला के अन्य सेक्टरों से राष्ट्रीय राजमार्ग तक पहुंचकर कालका-शिमला जाना भी काफी आसान हो जाएगा. चंडीगढ़-पंचकूला की चंडीमंदिर की सड़क और चंडीगढ़-जीरकपुर से पंचकूला-कालका हाईवे से सीधा शिमला तक का सफर सुगमता से पूरा हो सकेगा.

14 करोड़ की लागत से होगा तैयार: यह फ्लाईओवर करीब 14 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा है. यहां दो लेन फ्लाईओवर के अलावा नया अंडरपास भी बनाया गया है, जो पंचकूला के इंडस्ट्रियल एरिया से सेक्टर-12/ए को जोड़ता है. इसके निर्माण से वाहन चालक पंचकूला से सीधा जीरकपुर और चंडीगढ़-दिल्ली हाईवे तक आसानी से पहुंचते हैं. वहीं जीरकपुर-कालका के फ्लाईओवर का काम पूरा होने पर वाहन चालकों को लाइट पॉइंट पर लगने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी.

चंडीगढ़-पंचकूला से ढाई घंटे में शिमला: फ्लाईओवर तैयार होने पर पंचकूला और आसपास के सेक्टरों की कनेक्टिविटी तो बेहतर होगी ही लेकिन साथ ही यातायात सुगम होने पर पंचकूला से शिमला की दूरी भी सामान्य रफ्तार से करीब ढाई घंटे की रह जाएगी.

ये भी पढ़ें: किसानों ने फिर की दिल्ली कूच की तैयारी, पैदल मार्च का किया ऐलान, जानें क्यों खोला सरकार के खिलाफ मोर्चा

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पंचकूला: हरियाणा के लोगों के लिए शिमला तक सफर अब बड़ा आसान होने वाला है. क्योंकि जीरकपुर-पंचकूला-कालका नेशनल हाईवे पर फ्लाईओवर का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने फ्लाईओवर का शेष निर्माण कार्य 15 दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया है. ऐसा होने पर चंडीगढ़-जीरकपुर और पंचकूला के अलावा अंबाला व समूचे हरियाणा के लोग इस फ्लाईओवर के जरिए निर्बाध ट्रैफिक के शिमला पहुंच सकेंगे.

जाम से मिलेगी राहत: इस फ्लाईओवर पर वाहनों की आवाजाही शुरू होने के बाद लोगों को ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत मिल सकेगी. क्योंकि लगभग 1 साल से लोगों को यहां रोजाना सुबह-शाम भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है. पंचकूला व अंबाला से कालका-शिमला और चंडीगढ़-जीरकपुर से पंचकूला होते हुए कालका-शिमला तक आवाजाही करने वाले लोगों को जाम की समस्या से रोजाना दो-चार होना पड़ता है. लेकिन हाईवे के पूरी तरह संचालित होने पर वाहन चालक अपने गंतव्य स्थल तक निर्बाध तरीके से पहुंच सकेंगे.

Zirakpur Panchkula Highway Flyover (Etv Bharat)

वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करने की मजबूरी: इस फ्लाईओवर का निर्माण कार्य जारी होने के कारण बीते एक साल से इस पर ट्रैफिक की आवाजाही बंद है. नतीजतन लोकल और दूरगामी क्षेत्रों तक जाने वाले सभी वाहन चालकों को फ्लाईओवर के बजाय नीचे स्थानीय मार्गों से होकर निकलना पड़ता है, इसी कारण पंचकूला के विभिन्न लाइट प्वाइंट पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है. जाम से बचने के लिए वाहन चालक विभिन्न वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करने को भी मजबूर हैं.

सेक्टरों की कनेक्टिविटी होगी मजबूत: फ्लाईओवर का निर्माण कार्य पूरा होने पर पंचकूला के इंडस्ट्रियल एरिया व सेक्टर-12/ए की कनेक्टिविटी पहले से अधिक मजबूत हो जाएगी. इसके अलावा पंचकूला के अन्य सेक्टरों से राष्ट्रीय राजमार्ग तक पहुंचकर कालका-शिमला जाना भी काफी आसान हो जाएगा. चंडीगढ़-पंचकूला की चंडीमंदिर की सड़क और चंडीगढ़-जीरकपुर से पंचकूला-कालका हाईवे से सीधा शिमला तक का सफर सुगमता से पूरा हो सकेगा.

14 करोड़ की लागत से होगा तैयार: यह फ्लाईओवर करीब 14 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा है. यहां दो लेन फ्लाईओवर के अलावा नया अंडरपास भी बनाया गया है, जो पंचकूला के इंडस्ट्रियल एरिया से सेक्टर-12/ए को जोड़ता है. इसके निर्माण से वाहन चालक पंचकूला से सीधा जीरकपुर और चंडीगढ़-दिल्ली हाईवे तक आसानी से पहुंचते हैं. वहीं जीरकपुर-कालका के फ्लाईओवर का काम पूरा होने पर वाहन चालकों को लाइट पॉइंट पर लगने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी.

चंडीगढ़-पंचकूला से ढाई घंटे में शिमला: फ्लाईओवर तैयार होने पर पंचकूला और आसपास के सेक्टरों की कनेक्टिविटी तो बेहतर होगी ही लेकिन साथ ही यातायात सुगम होने पर पंचकूला से शिमला की दूरी भी सामान्य रफ्तार से करीब ढाई घंटे की रह जाएगी.

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Last Updated : Nov 30, 2024, 6:44 PM IST
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