रामपुर: हिमाचल प्रदेश में लोकसभा उपचुनाव 2021 में विधानसभा क्षेत्र रामपुर के तीन पोलिंग बूथों पर जीरो मतदान हुआ था. इन पोलिंग बूथों में एक ननखड़ी क्षेत्र का खोरी बूथ है, जहां पर 204 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग नहीं किया था. दूसरा नरेण पंचायत का शरण बूथ, जहां पर 265 वोटर्स में से किसी ने भी वोट नहीं डाला था. तीसरा बूथ ग्राम पंचायत किन्नु का रूणपु बूथ है, जिसमें 268 वोटर्स ने अपने मत का प्रयोग नहीं किया था. इन तीनों पोलिंग बूथों में लोकसभा उपचुनाव 2021 के दौरान जीरो प्रतिशत मतदान हुआ था.
विकास के मुद्दे पर चुनाव बहिष्कार
दरअसल यहां के लोगों ने क्षेत्र के विकास कार्य को लेकर चुनाव का बहिष्कार किया था. लोगों ने अपने क्षेत्र में सड़कों की दयनीय स्थिति को लेकर उपचुनाव का पूरे तरीके से बहिष्कार किया था. लोगों की मांग थी कि जब तक उनके क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का विकास नहीं होता है, तब तक यहां के लोग वोट नहीं डालेंगे. वहीं, इस बार चुनाव आयोग की टीम द्वारा मतदान के लिए मतदाताओं को लगातार जागरूक किया जा रहा है.
कच्ची सड़क बनी थी चुनाव बहिष्कार का कारण
- चुनाव बहिष्कार को लेकर ग्राम पंचायत नरेण के प्रधान शिव ने बताया कि ग्रामीण नरेण से सुंगरी जाने वाली सड़क को पक्का करने की मांग कर रहे थे. जिसको लेकर शरण के लोगों ने चुनाव का बहिष्कार किया था. उसके बाद पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा प्रक्रिया कर ली गई थी और इस सड़क को पक्का करने का कार्य अब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत किया जा रहा है.
- वहीं, ननखड़ी की ग्राम पंचायत की प्रधान निशा ने बताया कि खोरी बूथ पर मुंदर गड़ासु सड़क को बनाने व लोक निर्माण विभाग के तहत लाने को लेकर बहिष्कार किया गया था. उन्होंने बताया कि उसके बाद एफसीए के लिए विभाग द्वारा औपचारिकताएं कर ली गई हैं, लेकिन अभी तक क्लीयरेंस नहीं आई है.
- ग्राम पंचायत किन्नु के प्रधान हेमराज ने बताया कि उस समय किन्नु से रूणपु सड़क को लेकर लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया था. उन्होंने बताया कि बहिष्कार के बाद अब यहां पर सड़क बन गई है और सड़क पर गाड़ियों की आवाजाही भी हो रही है.
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